
#गिरिडीह #धान_अधिप्राप्ति : जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने राइस मिलों का निरीक्षण कर पारदर्शिता सुनिश्चित की।
गिरिडीह जिले में खरीफ विपणन मौसम 2025-26 के तहत सभी 58 पैक्स केंद्रों में धान अधिप्राप्ति शुरू है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री गुलाम समदानी ने जमुआ प्रखंड स्थित राइस मिलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करना और खरीद प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखना है। उन्होंने धान की गुणवत्ता, नमी स्तर और भंडारण व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच की।
- गिरिडीह जिले के सभी 58 पैक्स केंद्रों में धान अधिप्राप्ति शुरू।
- जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री गुलाम समदानी ने जमुआ प्रखंड में राइस मिलों का औचक निरीक्षण किया।
- निरीक्षण में सीसीटीवी कैमरा, स्टॉक रजिस्टर और भंडारण व्यवस्था की जांच की गई।
- धान की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु नमी मापक यंत्र से माप किया गया।
- अधिकारियों को पारदर्शिता और रिकॉर्ड अपडेट बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
- किसानों को समय पर उचित मूल्य और निर्बाध खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
गिरिडीह जिले में खरीफ विपणन मौसम 2025-26 के तहत धान अधिप्राप्ति अभियान सुचारू रूप से चल रहा है। इस प्रक्रिया की पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री गुलाम समदानी ने जमुआ प्रखंड के विभिन्न राइस मिलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान धान के स्टॉक रजिस्टर, सीसीटीवी कैमरा, भंडारण व्यवस्था और धान की नमी की बारीकी से जांच की गई।
औचक निरीक्षण का उद्देश्य
श्री समदानी ने बताया कि निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य किसानों को धान का सही मूल्य दिलाना और अधिप्राप्ति प्रक्रिया को समय पर, पारदर्शी एवं व्यवस्थित बनाए रखना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि धान की खरीद-बिक्री और उठान प्रक्रिया में कोई कमी न रहे तथा सभी रिकॉर्ड सटीक और अपडेटेड रहें।
जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री गुलाम समदानी ने कहा: “हमारा लक्ष्य है कि किसानों का धान समय पर खरीदा जाए और उन्हें उचित मूल्य मिले। सभी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है।”
गुणवत्ता और भंडारण पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान धान की नमी को नमी मापक यंत्र से मापा गया, ताकि खरीदी जा रही फसल की गुणवत्ता का सटीक आंकलन हो सके। मिलों में भंडारण की स्थिति और स्टॉक रजिस्टर की सटीकता पर भी विशेष ध्यान दिया गया। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो और किसानों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
मिनी राइस मिलें और स्थानीय कृषि को बढ़ावा
जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने यह भी कहा कि मिनी राइस मिलों की स्थापना से स्थानीय कृषि को बढ़ावा मिलेगा और किसान आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। इससे न केवल किसानों को फायदा होगा बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा: “हमारा मुख्य उद्देश्य यह है कि किसान का धान उचित मूल्य पर खरीदा जाए और उन्हें समय पर भुगतान मिले। अधिप्राप्ति प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आए।”
प्रशासनिक सतर्कता और पारदर्शिता
निरीक्षण अभियान के दौरान अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया कि सभी पैक्स केंद्रों पर अधिप्राप्ति गतिविधियों की निगरानी की जाए। सीसीटीवी कैमरे कार्यशील रहें और धान भंडारण में किसी प्रकार की अनियमितता न हो। इस प्रकार, प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसानों का हित सर्वोपरि रहे और खरीफ विपणन मौसम 2025-26 में कोई बाधा न आए।

न्यूज़ देखो: किसानों के हित में धान अधिप्राप्ति का पारदर्शी और समयबद्ध मॉडल
जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा किए गए औचक निरीक्षण से यह स्पष्ट हुआ कि धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता, गुणवत्ता और समय पर भुगतान को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे किसानों को लाभ और विश्वास दोनों मिलेगा। प्रशासनिक सतर्कता एवं मिनी राइस मिलों की स्थापना स्थानीय कृषि को मजबूती प्रदान करेगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
किसानों के अधिकार और पारदर्शिता के प्रति सजग नागरिक बनें
किसानों का हक सुनिश्चित करना और खरीफ अधिप्राप्ति में पारदर्शिता बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। समय पर भुगतान और गुणवत्तापूर्ण धान की खरीद के लिए जागरूक रहें। अपने आस-पास किसानों को जागरूक करें, इस खबर को साझा करें और सुनिश्चित करें कि किसान अपने अधिकारों और लाभों से वंचित न रहें। सही जानकारी फैलाएं और सक्रिय नागरिक बनें।





