
#गुमला #सड़क_हादसा : शादी समारोह से लौटते समय अनियंत्रित वाहन के पेड़ से टकराने से छह घायल, चार की हालत गंभीर।
गुमला जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक भीषण सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें शादी समारोह से लौट रहे लोगों से भरी टाटा मैजिक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में चालक समेत छह लोग घायल हो गए, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को पहले चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से चार को बेहतर इलाज के लिए गुमला सदर अस्पताल रेफर किया गया। घटना ने क्षेत्र में सड़क सुरक्षा और रात्रिकालीन यातायात को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- चैनपुर थाना क्षेत्र के निवाटोली के पास हुआ भीषण सड़क हादसा।
- शादी समारोह से लौट रहे लोगों की टाटा मैजिक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई।
- दुर्घटना में छह लोग घायल, जिनमें चार की हालत गंभीर।
- 108 एम्बुलेंस और पुलिस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
- गंभीर घायलों को गुमला सदर अस्पताल किया गया रेफर।
चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तिगावाल और दत्तरा के बीच निवाटोली के पास सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक टाटा मैजिक वाहन अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराया। हादसा इतना भयावह था कि वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार सभी लोग घायल हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार, वाहन में सवार सभी लोग तिगावाल गांव में अपने एक रिश्तेदार के यहां आयोजित ‘मालम पारिस’ शादी की रस्म में शामिल होकर वापस अपने गांव लौट रहे थे। जैसे ही वाहन निवाटोली के पास पहुंचा, चालक का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी सीधे पेड़ से जा टकराई।
शादी की खुशी बदली मातम में
शादी की रस्म पूरी कर लौट रहे लोगों के लिए यह सफर बेहद दर्दनाक साबित हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी तेज थी कि आसपास के लोग धमाके की आवाज सुनकर मौके पर दौड़े चले आए। वाहन में फंसे घायलों को बाहर निकालने में ग्रामीणों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
ग्रामीणों ने तत्काल घटना की सूचना चैनपुर थाना को दी, जिसके बाद पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची।
पुलिस और एम्बुलेंस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही चैनपुर थाना के एसआई विजय उरांव और एएसआई संतोष धर्मपाल लुगुन दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 108 एम्बुलेंस सेवा को बुलाया और सभी घायलों को तत्काल चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
पुलिस की तत्परता से घायलों को समय पर इलाज मिल सका, जिससे गंभीर स्थिति में भी किसी की जान नहीं गई।
स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार
चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. जेन वंदना बेक ने सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया। चिकित्सकों ने जांच के बाद घायलों को उनकी स्थिति के अनुसार इलाज प्रदान किया।
प्राथमिक उपचार के बाद दो घायलों को मामूली चोटें होने के कारण छुट्टी दे दी गई।
प्राथमिक उपचार के बाद घर भेजे गए घायल
- नीलेश मुंडा, निवासी चित्तरपुर।
- असित कुजूर, उम्र 3 वर्ष, निवासी चैनपुर बाजार बस्ती।
इन दोनों को हल्की चोटें आई थीं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
गंभीर घायलों को गुमला रेफर
चार घायलों की स्थिति गंभीर पाए जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए गुमला सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
गुमला रेफर किए गए गंभीर घायल
- शशि तिर्की, निवासी चैनपुर बाजार बस्ती।
- बुधना मुंडा, उम्र 18 वर्ष, निवासी चित्तरपुर।
- फिलिप कुजूर, उम्र 55 वर्ष, निवासी चित्तरपुर।
- अशीत राजेश एक्का, उम्र 25 वर्ष, चालक, निवासी टोंगो।
इन सभी का गुमला सदर अस्पताल में इलाज जारी है, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका उपचार किया जा रहा है।
सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। संकरी सड़कों, रात के समय तेज रफ्तार और सावधानी की कमी अक्सर ऐसे हादसों का कारण बनती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सड़क सुरक्षा को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
चैनपुर थाना पुलिस ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में वाहन के अनियंत्रित होने को हादसे की वजह माना जा रहा है, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दुर्घटना से जुड़े सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है और जरूरत पड़ने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज़ देखो: सड़क हादसों पर चिंता जरूरी
चैनपुर की यह घटना बताती है कि शादी-ब्याह या उत्सव के समय लौटते हुए थोड़ी सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। प्रशासन और समाज दोनों को सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीरता दिखाने की जरूरत है। सवाल यह है कि क्या इस मार्ग पर सुरक्षा उपाय मजबूत किए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सावधानी ही सुरक्षा की पहली शर्त
सड़क पर निकलते समय थोड़ी सी सावधानी कई जिंदगियां बचा सकती है। तेज रफ्तार, थकान और लापरवाही से बचें और यातायात नियमों का पालन करें। अगर आप भी सड़क सुरक्षा से जुड़ा कोई अनुभव साझा करना चाहते हैं, तो अपनी राय जरूर दें। इस खबर को साझा करें, ताकि जागरूकता बढ़े और ऐसे हादसों पर रोक लग सके।





