
#गढ़वा #लवाही_कला : दुर्गा पूजा के अवसर पर गांव में कुछ लोगों के आपत्तिजनक व्यवहार से धार्मिक माहौल बिगड़ा और पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई
- बरवाही कला गांव में रूपेश कुमार और अजय राम पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप।
- आरोप है कि दोनों ने प्रतिमा विसर्जन के दौरान अभद्र टिप्पणियां की और मोहल्ले के लोगों को दुर्गा पूजा के विरोध में भड़का दिया।
- आरोपितों ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और वीडियो साझा कर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया।
- ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की।
- थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने प्राथमिक एफआईआर दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया बताया।
लवाही कला गांव में दुर्गा पूजा और विजयदशमी के अवसर पर धार्मिक माहौल में तनाव पैदा होने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि रूपेश कुमार और अजय राम ने प्रतिमा विसर्जन की तैयारियों के दौरान आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया और स्थानीय लोगों के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई। आरोप है कि दोनों ने अपने मोहल्ले के लोगों को इकट्ठा कर दुर्गा पूजा का विरोध किया और देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बातें की।
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपितों ने सोशल मीडिया ग्रुप पर भी भड़काऊ पोस्ट और वीडियो साझा किए, जिसमें दुर्गा पूजा को पाखंड बताते हुए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया। इससे गांव के लोगों में भारी आक्रोश फैल गया और शांति-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका उत्पन्न हुई।
पुलिस कार्रवाई और आवेदन
ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो किसी अप्रिय घटना को टाला नहीं जा सकेगा।
थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने बताया कि मामले में प्राथमिक एफआईआर दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा में विघ्न डालने की मंशा से लोगों को इकट्ठा करने के आरोप की जांच जारी है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज़ देखो: धार्मिक माहौल बनाए रखना प्रशासन और पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी
यह मामला दर्शाता है कि धार्मिक पर्वों के दौरान समाज में शांति और आस्था बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन और पुलिस का सतर्क रहना ही ऐसी घटनाओं को रोक सकता है और सामुदायिक समरसता बनाए रख सकता है।
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सजग नागरिक बनें और आस्था का सम्मान करें
धार्मिक आयोजनों में समुदाय के सहयोग और समझदारी से ही शांति और सौहार्द बनाए रखा जा सकता है। किसी भी आपत्तिजनक या भड़काऊ गतिविधि पर नजर रखें, अपने सुझाव साझा करें और समाज में सकारात्मक योगदान दें। अपने विचार कमेंट करें और इस खबर को साझा कर दूसरों को भी जागरूक करें।