
#लातेहार #सड़क_हादसा : तुबेद कोल साइडिंग के पास तेज रफ्तार हाइवा की चपेट में आने से युवक की मौत, ग्रामीणों ने सड़क जाम कर मुआवजे और नौकरी की रखी मांग।
- तुबेद कोल साइडिंग, लातेहार में हाइवा की टक्कर से राजू टाना भगत (30) की दर्दनाक मौत।
- मृतक उलातू गांव का निवासी, अपने रिश्तेदार के घर आया था।
- गुस्साए ग्रामीणों ने मुरूम नदी टोला में मुख्य सड़क जाम किया।
- ग्रामीणों की मांग: 10 लाख मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी।
- कंपनी ने दिया 1 लाख तुरंत मुआवजा और 5000 रुपये मासिक सहायता का लिखित वादा।
- हाइवा चालक पर कार्रवाई और कोल साइडिंग क्षेत्र में गति नियंत्रण की निगरानी बढ़ाने की बात कही गई।
लातेहार सदर थाना क्षेत्र के तुबेद कोल माइंस के पास मंगलवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। राजू टाना भगत (30) अपने रिश्तेदार के घर आया हुआ था और घर के बाहर टहल रहा था, तभी तेज रफ्तार से गुजर रही एक हाइवा ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल राजू को जिला सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम के बाद भड़का ग्रामीणों का गुस्सा
जैसे ही शव गांव पहुंचा, परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा। ग्रामीणों ने मुरूम नदी टोला स्थित मुख्य सड़क को घंटों के लिए जाम कर दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोल साइडिंग क्षेत्र में रोजाना तेज रफ्तार से भारी वाहनों की आवाजाही होती है, लेकिन न कंपनी और न प्रशासन सुरक्षा उपाय करता है।
परिजनों ने बताया कि राजू ही परिवार का अकेला सहारा था, इसलिए वे 10 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को स्थायी नौकरी देने की मांग कर रहे थे।
रामसहाय टाना भगत और सुका टाना भगत ने कहा कि लगातार हो रहे हादसों पर कोई नियंत्रण नहीं है, जिससे लोग भय और असुरक्षा में जी रहे हैं।
पुलिस प्रशासन भी रहा सक्रिय
जाम की सूचना पर सदर थाना प्रभारी रामाकांत गुप्ता दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। बावजूद इसके, परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। लगभग तीन घंटे तक जाम लगा रहा और माहौल तनावपूर्ण बना रहा।
कंपनी के आश्वासन के बाद खत्म हुआ जाम
स्थिति तब शांत हुई जब ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के प्रतिनिधियों ने परिजनों को 1 लाख रुपये तत्काल मुआवजा और 5000 रुपये प्रति माह सहायता देने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया, और वाहनों का आवागमन सामान्य हुआ।
थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों के आवेदन पर दुर्घटना के लिए जिम्मेदार हाइवा के खिलाफ FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कोल साइडिंग क्षेत्र में वाहनों की गति पर नियंत्रण और अतिरिक्त निगरानी की भी व्यवस्था की जाएगी, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
कोल साइडिंग क्षेत्र में बढ़ते हादसों से लोगों में दहशत
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं। भारी वाहनों की आवाजाही, धूल, असुरक्षित सड़कें और निगरानी की कमी हादसों को बढ़ावा दे रही है। ग्रामीण कई बार प्रशासन को इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन व्यापक सुधार अब तक नहीं हो पाया है।
न्यूज़ देखो: सुरक्षा का मजबूत सिस्टम बनाना अब अनिवार्य
तुबेद कोल साइडिंग जैसी औद्योगिक गतिविधियों वाले क्षेत्रों में भारी वाहनों का दबाव बढ़ रहा है। ऐसे में सुरक्षा उपाय, स्पीड कंट्रोल, साइडिंग एरिया में गार्ड तैनाती और नियमित मॉनिटरिंग जरूरी है। प्रशासन और कंपनियों को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि लोगों की जान जोखिम में न पड़े।
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सड़क सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी
एक छोटी सी लापरवाही किसी परिवार का सहारा छीन सकती है। सुरक्षित गति, सही निगरानी और नियमों का पालन ही दुर्घटनाओं को रोक सकता है। आप भी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें और दूसरों तक यह जानकारी पहुँचाएं। इस खबर को साझा करें और सुरक्षित माहौल बनाने में अपना योगदान दें।





