
#सिमडेगा #प्रशासनिक_पहल : उपायुक्त के निर्देश पर आयोजित जनता दरबार में अपर समाहर्ता ने ग्रामीणों की समस्याओं की सुनवाई कर संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्रवाई के आदेश दिए
- उपायुक्त कंचन सिंह के दिशा-निर्देशन में जिला मुख्यालय में हुआ जनता दरबार का आयोजन।
- अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र ने ग्रामीणों की समस्याओं की एक-एक कर गंभीर समीक्षा की।
- भूमि विवाद, आवास योजना, चिकित्सा सहायता, बिजली जुर्माना माफी समेत दर्जनों मामलों पर सुनवाई।
- संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश।
- लापरवाही पर सख्त रुख, आम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की चेतावनी।
- जनता दरबार में जिला पंचायती राज पदाधिकारी दयानंद कार्जी सहित अन्य अधिकारी रहे उपस्थित।
सिमडेगा जिला प्रशासन द्वारा आम जनता की समस्याओं को सीधे सुनने और उनके समाधान की दिशा में एक अहम पहल करते हुए जिला मुख्यालय में जनता दरबार का आयोजन किया गया। उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह के दिशा-निर्देशन में आयोजित इस जनता दरबार की अध्यक्षता अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र ने की। जनता दरबार में जिले के सुदूरवर्ती और ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और अपनी व्यक्तिगत एवं सामूहिक समस्याओं को प्रशासन के समक्ष रखा। इस दौरान अपर समाहर्ता ने सभी मामलों को गंभीरता से सुना और त्वरित समाधान के लिए संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए।
ग्रामीणों की समस्याओं पर प्रशासन की सीधी सुनवाई
जनता दरबार का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और जरूरतमंद लोगों को बिना किसी बाधा के अपनी बात सीधे जिला प्रशासन तक पहुंचाने का अवसर देना रहा। दूर-दराज के इलाकों से आए ग्रामीणों ने उम्मीद के साथ अपनी समस्याएं अपर समाहर्ता के समक्ष रखीं। प्रशासन द्वारा प्रत्येक आवेदन को क्रमवार लिया गया और मौके पर ही संबंधित विभाग से जुड़े बिंदुओं पर प्रारंभिक समीक्षा की गई।
अपर समाहर्ता ने कहा कि जनता दरबार केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि जनसमस्याओं के त्वरित समाधान का प्रभावी माध्यम है।
भूमि विवाद से लेकर सामाजिक योजनाओं तक उठे मुद्दे
जनता दरबार में विभिन्न विभागों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मामलों के आवेदन प्राप्त हुए। इनमें प्रमुख रूप से भूमि विवाद, रैयती भूमि पर अवैध कब्जा हटाने, रैयती भूमि पर बीएसएनएल टावर की स्थापना, जिला निबंधन कार्यालय द्वारा जमीन का निबंधन नहीं किए जाने जैसे गंभीर विषय शामिल रहे।
इसके अलावा नलकूप एवं चापाकल की मरम्मति, बिजली जुर्माना माफी, लैम्पस बैंक से राशि निकासी, कृषि ऋण उपलब्ध कराने, आवास योजना, बीमारी के तहत इलाज हेतु चिकित्सा सहायता जैसे जनकल्याण से जुड़े मामलों पर भी लोगों ने अपनी बात रखी।
टाना भगत और प्रवासी मजदूरों से जुड़े मामले भी सामने
जनता दरबार में टाना भगत विकास प्राधिकार से संबंधित मुद्दे भी प्रमुखता से उठे। ग्रामीणों ने जिला स्तरीय त्रैमासिक बैठक आयोजित कराने, टाना भगत समुदाय की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति जैसे विषयों पर आवेदन दिए।
वहीं प्रवासी मजदूर की मृत्यु के बाद सहायता राशि दिलाने, पारिवारिक लाभ योजना का लाभ, चौकीदार के रिक्त पद हेतु द्वितीय मेधा सूची जारी कर नियुक्ति जैसे सामाजिक सुरक्षा से जुड़े मामलों पर भी प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया।
महिलाओं और पारिवारिक मामलों पर भी गंभीरता
जनता दरबार में कुछ संवेदनशील सामाजिक मामलों के आवेदन भी प्राप्त हुए। इनमें पति द्वारा धोखाधड़ी से विवाह, मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना जैसे मामलों को अपर समाहर्ता ने गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों और अधिकारियों को नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
समयबद्ध समाधान प्रशासन की प्राथमिकता
जनता दरबार के दौरान अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र ने स्पष्ट शब्दों में कहा:
अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र ने कहा: “आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
उन्होंने सभी प्राप्त आवेदनों को संबंधित कार्यालयों एवं विभागीय पदाधिकारियों को अग्रसारित करते हुए शीघ्र निष्पादन कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। साथ ही आवेदकों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
अधिकारियों की मौजूदगी से बढ़ा भरोसा
जनता दरबार में जिला पंचायती राज पदाधिकारी दयानंद कार्जी सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इससे मौके पर ही कई मामलों को सही विभाग तक पहुंचाने और त्वरित कार्रवाई की प्रक्रिया को गति मिली। ग्रामीणों ने भी प्रशासन की इस पहल की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द होगा।
न्यूज़ देखो: जनता दरबार से मजबूत होता प्रशासन और जनता का भरोसा
यह खबर दर्शाती है कि जिला प्रशासन किस तरह आम लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए समाधान की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। जनता दरबार प्रशासन और जनता के बीच संवाद का मजबूत माध्यम बन रहा है। ऐसे आयोजनों से पारदर्शिता बढ़ती है और जवाबदेही तय होती है। अब जरूरी है कि दिए गए निर्देशों का असर जमीनी स्तर पर भी दिखे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुनी जाए जनता की आवाज, तभी मजबूत होगा लोकतंत्र
जब प्रशासन जनता की बात सुनता है, तभी विश्वास की नींव मजबूत होती है। सिमडेगा का यह जनता दरबार दिखाता है कि समस्याओं का समाधान संवाद से संभव है। जरूरत है ऐसे प्रयासों को निरंतर और प्रभावी बनाए रखने की।





