
#लातेहार #महुआ_मिलान : दुर्गा मंडल रोल द्वारा बनाए जा रहे भव्य पंडाल का अध्यक्ष ने लिया निरीक्षण, महा षष्ठी को होगा उद्घाटन
- दुर्गा मंडल रोल के अध्यक्ष प्रतुल शाहदेव ने पंडाल निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
- महुआ मिलान पंडाल का विषय लाल किला पर आधारित है और निर्माण कार्य अंतिम चरण में।
- समिति के सदस्यों ने जिला एवं प्रखंड के गणमान्य लोगों को पूजा में शामिल होने का आमंत्रण दिया।
- पंडाल का उद्घाटन महा षष्ठी, 28 सितंबर शाम 6:00 बजे तय।
- विजयदशमी के दिन जतरा मेला को भव्य स्तर पर आयोजित करने की तैयारी अंतिम चरण में।
- कार्यक्रम में रमेश गुप्ता, आशीष कुमार सिंह, सूर्यनाथ सिंह, शंकर मुंडा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित।
चंदवा प्रखंड के रोल क्षेत्र में स्थित महुआ मिलान में इस वर्ष दुर्गा मंडल रोल ने पंडाल को लाल किला की थीम पर बनाने का निर्णय लिया है। निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है और अब अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है। आज समिति के अध्यक्ष प्रतुल शाहदेव ने पंडाल स्थल का निरीक्षण किया और समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पंडाल उद्घाटन और आयोजन
समिति ने जिला और प्रखंड के गणमान्य नागरिकों को पूजा समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया। पंडाल का उद्घाटन महा षष्ठी, 28 सितंबर, शाम 6:00 बजे किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, विजयदशमी के दिन जतरा मेला को भव्य रूप से आयोजित करने की तैयारी अंतिम चरण पर है, ताकि स्थानीय लोग और श्रद्धालु इस आयोजन का आनंद ले सकें।
समिति और उपस्थित लोग
इस अवसर पर उपस्थित रहे रमेश गुप्ता, आशीष कुमार सिंह, सूर्यनाथ सिंह, शंकर मुंडा, बल्कू मुंडा, रामविचार सिंह, सत्यपाल घटवार, कोलेसर यादव, राजेश यादव, मनोज यादव, अजीत मुंडा, राजेश प्रजापति, सुबोध प्रजापति, आलोक कुमार, रामदास प्रजापति, पिंटू प्रजापति, किशुन उरांव, दिलीप साव, जयंत प्रसाद, सूरज प्रजापति, सुनील मुंडा, हेमंत चावड़ा, देव रतन गिरी, वीरेंद्र गिरी, मोहन लाल चावड़ा, लखन प्रजापति, शंभु घटवार, जगेसर भगत, अजय घटवार। उन्होंने पंडाल निर्माण में समिति का मार्गदर्शन किया और आगामी कार्यक्रमों को सफल बनाने में सहयोग दिया।
न्यूज़ देखो: स्थानीय उत्सव और सांस्कृतिक एकता
महुआ मिलान में लाल किला थीम पर पंडाल निर्माण यह दर्शाता है कि स्थानीय समुदाय संस्कृति और परंपरा को बनाए रखने में सक्रिय हैं। इस आयोजन से न केवल धार्मिक भावना प्रबल होती है, बल्कि स्थानीय कला और सामूहिक सहयोग का भी प्रदर्शन होता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सांस्कृतिक आयोजन में भागीदारी और उत्साह
पंडाल निर्माण और महोत्सव आयोजन से यह संदेश मिलता है कि स्थानीय उत्सवों में भागीदारी से समुदाय की एकता और सामाजिक समर्पण मजबूत होता है। हम सभी को इस प्रकार के आयोजनों में सहयोग और सहभागिता बढ़ानी चाहिए। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि अन्य लोग भी इस उत्सव का हिस्सा बन सकें।