
#बरवाडीह #राजनीतिक_संवेदना : वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता के निधन के बाद परिजनों के साथ खड़े हुए विधायक और संगठन
- चुँगरू पंचायत के चहल गांव निवासी वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्गीय खरीदन परहिया का हाल ही में हुआ निधन।
- मनिका विधायक रामचंद्र सिंह के सौजन्य से परिजनों को आवश्यक सहयोग प्रदान।
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार सिंह की उपस्थिति में परिजनों से की गई मुलाकात।
- ब्रह्म भोज कार्यक्रम के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई।
- दिवंगत नेता के पुत्र कृष्ण परहिया और कामेश्वर परहिया ने जताया आभार।
बरवाडीह प्रखंड के चुँगरू पंचायत अंतर्गत चहल गांव निवासी कांग्रेस के वरिष्ठ एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय कार्यकर्ता स्वर्गीय खरीदन परहिया के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है। उनके आकस्मिक निधन के बाद कांग्रेस संगठन और जनप्रतिनिधियों द्वारा संवेदनशीलता का परिचय देते हुए उनके परिजनों को सहयोग प्रदान किया गया। यह मानवीय पहल मनिका विधायक रामचंद्र सिंह के सौजन्य से बुधवार को की गई, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधियों एवं कांग्रेस नेताओं ने दिवंगत नेता के पुत्रों और परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। शोकाकुल परिवार के साथ समय बिताते हुए नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और संगठन अपने समर्पित कार्यकर्ताओं तथा उनके परिवारों को कभी अकेला नहीं छोड़ता। इस कठिन घड़ी में संगठन पूरी मजबूती के साथ उनके साथ खड़ा है।
ब्रह्म भोज के लिए आवश्यक सहयोग
दिवंगत नेता की स्मृति में 20 तारीख को आयोजित ब्रह्म भोज कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए परिजनों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई। नेताओं ने यह सुनिश्चित किया कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण, सुव्यवस्थित और सम्मानजनक ढंग से संपन्न हो सके। सहयोग प्रदान करते हुए यह संदेश दिया गया कि यह केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि संगठन और समाज के प्रति कर्तव्य का निर्वहन है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार सिंह ने बताया कि स्वर्गीय खरीदन परहिया लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे और उन्होंने संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसे समर्पित कार्यकर्ता के परिवार के साथ खड़ा होना कांग्रेस की परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है।
विधायक रामचंद्र सिंह का संवेदनशील संदेश
मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि स्वर्गीय खरीदन परहिया जैसे जमीनी कार्यकर्ता किसी भी संगठन की रीढ़ होते हैं। उन्होंने कहा कि—
“संगठन और समाज के प्रति यह हमारा दायित्व है कि अपने समर्पित कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों के साथ हर परिस्थिति में खड़े रहें। दुःख की इस घड़ी में सहयोग करना केवल राजनीतिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि मानवीय कर्तव्य भी है।”
विधायक ने यह भी बताया कि इससे पूर्व भी क्षेत्र में कई जरूरतमंद परिवारों को इसी प्रकार सहयोग प्रदान किया गया है और आगे भी यह सेवा कार्य निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी परिजनों को किसी भी प्रकार की आवश्यकता होने पर संगठन उनके साथ खड़ा रहेगा।
जमीनी नेता के रूप में थी पहचान
स्वर्गीय खरीदन परहिया की पहचान एक सरल, संघर्षशील और जमीनी नेता के रूप में थी। वे वर्षों तक कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे और पंचायत स्तर पर संगठन को मजबूत करने में सक्रिय भूमिका निभाई। क्षेत्र के लोग उन्हें एक कर्मठ और मिलनसार व्यक्ति के रूप में याद करते हैं, जो हर सुख-दुख में लोगों के साथ खड़े रहते थे।
उनके निधन को न केवल कांग्रेस पार्टी बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
परिजनों ने जताया आभार
इस अवसर पर दिवंगत नेता के पुत्र कृष्ण परहिया और कामेश्वर परहिया सहित परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। परिजनों ने मनिका विधायक रामचंद्र सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार सिंह द्वारा किए गए सहयोग और आत्मीय पहल के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में संगठन और जनप्रतिनिधियों का साथ उन्हें संबल प्रदान कर रहा है।
परिजनों ने यह भी कहा कि स्वर्गीय खरीदन परहिया ने हमेशा संगठन और समाज के लिए कार्य किया, और आज उनके परिवार के लिए जो सहयोग सामने आया है, वह उनके सामाजिक योगदान का ही परिणाम है।
कांग्रेस संगठन की एकजुटता का संदेश
इस पहल के माध्यम से कांग्रेस संगठन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी केवल चुनावी राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों के साथ सामाजिक और मानवीय जिम्मेदारी भी निभाती है। संगठन के नेताओं ने कहा कि ऐसे संवेदनशील कदम कार्यकर्ताओं के मनोबल को मजबूत करते हैं और संगठन में आपसी विश्वास को और गहरा करते हैं।
न्यूज़ देखो: संवेदना ही सच्ची राजनीति
राजनीति केवल सत्ता और चुनाव तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि दुःख और संकट के समय समाज और कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा होना ही सच्ची राजनीति है। स्वर्गीय खरीदन परहिया के परिजनों को मिला यह सहयोग उसी संवेदनशील सोच का उदाहरण है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संगठन के साथ, हर परिस्थिति में
क्या आपके क्षेत्र में भी जनप्रतिनिधि और संगठन जरूरतमंद परिवारों के साथ खड़े हो रहे हैं?
अपनी राय साझा करें और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।





