
#लावालौंग #सरकारआपकेद्वार : कई विभागों के पोर्टल नहीं चलने से ग्रामीण निराश—दर्जनों लाभुक आवेदन लिए बिना लौटे।
- हेडुम और लामटा पंचायत में सरकार आपके द्वार शिविर का आयोजन।
- उद्घाटन में छठू सिंह भोक्ता, महमूद खान, संतोष राम और श्रवण रजक शामिल।
- बीडीओ विपिन भारती ने शिविर का निरीक्षण कर प्रमाण पत्रों का वितरण किया।
- कई योजनाओं के पोर्टल नहीं खुलने से लाभुक परेशान हुए।
- ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से तकनीकी समस्या शीघ्र दूर करने की मांग की।
- शिविर में राजेश पासवान, रामानुज संतोष, मनोरंजन कुमार, विवेक सिंह सहित कई कर्मी मौजूद रहे।
लावालौंग प्रखंड के हेडुम और लामटा पंचायत में आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे, लेकिन कई योजनाओं के पोर्टल नहीं खुलने के कारण वे अपेक्षित लाभ नहीं प्राप्त कर सके। हेडुम पंचायत में समारोह का उद्घाटन बीस सूत्री अध्यक्ष छठू सिंह भोक्ता, उप प्रमुख महमूद खान, मुखिया संतोष राम और श्रवण रजक ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी विपिन भारती ने शिविर का निरीक्षण किया और प्रशस्ति पत्र, जाति प्रमाण पत्र और जन्म प्रमाण पत्र का वितरण किया।
विभागीय स्टॉल लगे, लेकिन तकनीकी समस्या ने बढ़ाई परेशानी
शिविर में विभिन्न विभागों ने अपने-अपने स्टॉल लगाए और योजनाओं से जुड़े आवेदन स्वीकार किए। हालांकि, कई विभागों के पोर्टल चालू नहीं होने के चलते दर्जनों लाभुकों को आवेदन जमा करने में कठिनाई हुई। ग्रामीणों ने बताया कि वे सुबह से पंक्ति में खड़े थे, लेकिन पोर्टल न चलने की वजह से उन्हें बिना काम कराए लौटना पड़ा। कई लोगों का कहना था कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब तकनीकी व्यवस्थाएँ मजबूत हों और सेवाएँ जमीन पर उपलब्ध हों।
ग्रामीणों ने कहा—कार्यक्रम औपचारिकता बनकर रह गया
कुछ प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने कार्यक्रम को औपचारिकता करार दिया। उनका कहना था कि सरकार के दबाव में शिविर तो लगाए जा रहे हैं, लेकिन वास्तविक योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है। ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से आग्रह किया कि वे तकनीकी खामियों को जल्द से जल्द दूर करें ताकि आगामी शिविरों में लाभुकों को परेशानी न हो और सही मायने में योजना का लाभ मिल सके।
बीडीओ ने निरीक्षण कर दिए आवश्यक निर्देश
शिविर में पहुंचे प्रखंड विकास पदाधिकारी विपिन भारती ने मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन लाभुकों का कार्य पोर्टल बाधित होने के कारण नहीं हो पाया है, उनकी पहचान कर सुविधा उपलब्ध होते ही कार्य पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों को उनकी पंचायत में ही सभी सरकारी सेवाएँ उपलब्ध कराना है, इसलिए तकनीकी समस्याओं को तुरंत ठीक कराना आवश्यक है।
कर्मियों और अधिकारियों की सक्रिय उपस्थिति
सरकार आपके द्वार शिविर में बड़ी संख्या में कर्मी उपस्थित रहे। इनमें बीपीओ राजेश पासवान, पंचायत सचिव रामानुज संतोष, रोजगार सेवक मनोरंजन कुमार, विवेक सिंह सहित अन्य कर्मी शामिल थे। शिविर में आए ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई और कई लोगों ने अपनी समस्याएँ भी अधिकारियों के समक्ष रखीं।
न्यूज़ देखो: तकनीकी अव्यवस्था से सरकारी योजनाओं की गति धीमी
इस शिविर ने स्पष्ट कर दिया कि योजनाएँ केवल कागज़ पर चलाने से ग्रामीणों को लाभ नहीं मिलता, बल्कि तकनीकी ढांचा मजबूत होना अनिवार्य है। जब पोर्टल ही न चले, तो जरूरतमंदों का विश्वास टूटता है और योजना का उद्देश्य अधूरा रह जाता है।
प्रशासन को चाहिए कि वह तकनीकी खामियों को प्राथमिकता से दूर करे और हर सेवा को सुचारू बनाए। सेवा का वास्तविक मूल्य तभी है जब लाभुक बिना बाधा के उसे प्राप्त कर सके।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
योजनाओं की सफलता जनता के सुचारू अधिकार से तय होती है
सरकार आपके द्वार जैसे कार्यक्रम तभी सफल हो सकते हैं जब सेवा जनता तक बिना रुकावट पहुँचे। ग्रामीणों को बार-बार लौटना पड़े, यह व्यवस्था की कमजोरी दिखाता है। अब ज़रूरत है कि प्रशासन तकनीकी तंत्र को मजबूत करे, ताकि सहायता लेने आए हर व्यक्ति को सम्मान और सुविधा मिले।
आइए, हम सब मिलकर अपने क्षेत्र की समस्याओं को उजागर करें, समाधान की मांग करें और जागरूक नागरिक बनें।
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