#कोलेबिरा #स्वास्थ्य_जागरूकता : नवोदय विद्यालय में आयोजित अभियान ने बच्चों को दिया स्वच्छता और निरोग जीवन का संदेश
- पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा में वृहद स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ।
- कार्यक्रम का मुख्य विषय था ‘स्वास्थ्य ही सच्ची पूंजी है।’
- स्टाफ नर्स सुश्री अंजू तिग्गा ने एनीमिया व संक्रमण से बचाव के उपाय बताए।
- प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में हुआ सफल आयोजन।
- विद्यार्थियों को स्वच्छता, योग, खेल और आत्मरक्षा की आदतें अपनाने का संदेश मिला।
कोलेबिरा स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रांगण में गुरुवार को स्वास्थ्य के महत्व पर आधारित एक प्रेरक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को संक्रमणों और बीमारियों से बचने के तरीके सिखाना, साथ ही उनके शारीरिक और मानसिक विकास को सशक्त बनाना था। विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में कार्यक्रम को प्रभावशाली रूप से संपन्न किया गया।
बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल
इस विशेष कार्यक्रम की मुख्य वक्ता स्टाफ नर्स सुश्री अंजू तिग्गा रहीं, जिन्होंने छात्रों को दैनिक जीवन में स्वास्थ्य संबंधी आदतों को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि स्वच्छता की कमी और असंतुलित भोजन बच्चों में एनीमिया (खून की कमी) जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है, जिससे मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित होता है।
सुश्री अंजू तिग्गा ने कहा: “स्वच्छता केवल दिखावे के लिए नहीं, बल्कि यह हमारे स्वस्थ जीवन की सबसे पहली शर्त है। अगर हम छोटी-छोटी आदतें सुधारें, तो बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है।”
उन्होंने विद्यार्थियों को नाखून काटने, साबुन से हाथ धोने, स्वच्छ पानी पीने, शौचालय का प्रयोग करने और जूते-चप्पल पहनने जैसी बुनियादी आदतों को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह किया।
विद्यालय प्रशासन और शिक्षकों का सक्रिय सहयोग
विद्यालय प्रशासन ने इस आयोजन को एक सामूहिक जिम्मेदारी के रूप में लिया। विद्यालय के सभी शिक्षकों — श्री मनोज, सुनील, आशुतोष कुमार पांडे, सुशील कुमार, अवधेश रजक, आशीष कुमार, बी.एन. राम, प्रवीण जी, सुनैना जी, अणिमा जी, प्रतिमा जी और गीता जी — ने बच्चों के बीच जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। सभी शिक्षकों ने छात्रों को समझाया कि स्वास्थ्य केवल शरीर की मजबूती नहीं, बल्कि मन की शांति और आत्मविश्वास का आधार है।
योग, खेल और आत्मरक्षा पर दिया गया जोर
कार्यक्रम के दौरान बच्चों को योग, खेल-कूद और आत्मरक्षा प्रशिक्षण से जोड़ने की पहल की गई। शिक्षकों ने बताया कि खेल और योग से बच्चों में अनुशासन, ऊर्जा और मानसिक स्थिरता बढ़ती है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से छात्राएं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित हुईं।
प्राचार्य श्री संजय कुमार सिन्हा ने कहा: “हमारा लक्ष्य केवल शिक्षित करना नहीं, बल्कि स्वस्थ और सशक्त नागरिक तैयार करना है। यही हमारे विद्यालय की वास्तविक सफलता होगी।”
स्वच्छता और स्वास्थ्य पर आधारित झारखंड सरकार की पहल
यह कार्यक्रम झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मिशन से प्रेरित था, जो राज्य के स्कूलों में स्वास्थ्य शिक्षा और व्यवहारिक स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य है कि बच्चे स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार और समाज में भी स्वच्छता और स्वास्थ्य का संदेश फैलाएं।
विद्यालय की इस पहल ने यह साबित किया कि यदि बच्चे छोटी उम्र से ही स्वच्छता और स्वास्थ्य की आदतें अपनाएं, तो वे आगे चलकर समाज में स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दे सकते हैं।
न्यूज़ देखो: स्वस्थ जीवन ही श्रेष्ठ जीवन
“न्यूज़ देखो” का मानना है कि पीएम श्री नवोदय विद्यालय कोलेबिरा जैसी पहलें देश के बच्चों को न केवल शिक्षा बल्कि स्वास्थ्य, अनुशासन और आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर कर रही हैं।
ऐसे अभियान न केवल बच्चों में जागरूकता जगाते हैं, बल्कि समाज को एक निरोग और सशक्त भारत की राह दिखाते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अब समय है स्वास्थ्य को जीवन का हिस्सा बनाने का
स्वास्थ्य किसी विलासिता का नहीं, बल्कि जीवन की आवश्यकता का प्रतीक है।
आइए हम सब मिलकर अपने घर, विद्यालय और समाज में स्वच्छता और स्वास्थ्य को प्राथमिकता बनाएं।
सजग रहें, सक्रिय बनें, और अपने बच्चों को सिखाएं कि स्वच्छता ही सुरक्षा है।
अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और इस जागरूकता को हर घर तक पहुंचाएं ताकि हर बच्चा स्वस्थ, सुरक्षित और आत्मविश्वासी बन सके।