
#बिश्रामपुर #महिला_जागरूकता : नई चेतना 4.0 अभियान के तहत ग्रामीणों को लिंग समानता और हिंसा उन्मूलन का संदेश।
पलामू जिले के बिश्रामपुर प्रखंड में जेएसएलपीएस के तत्वावधान में लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। पंजरी कला पंचायत स्थित जोगीवीर देव स्थल परिसर में सखी मंडल की दीदियों और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से शपथ एवं रैली निकाली। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण समाज में महिलाओं की सुरक्षा, समानता और हिंसा-मुक्त वातावरण को बढ़ावा देना रहा। इसमें सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने का संकल्प लिया गया।
- पंजरी कला ग्राम पंचायत में नई चेतना 4.0 अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम।
- जेएसएलपीएस द्वारा लिंग आधारित हिंसा उन्मूलन पर केंद्रित आयोजन।
- नौगढ़ा ओपी प्रभारी अनिल कुमार यादव और मुखिया प्रतिनिधि की सहभागिता।
- जीसीआरपी प्रियंका देवी के नेतृत्व में सखी मंडल की सक्रिय भूमिका।
- महिलाओं और ग्रामीणों को लिंग समानता व अंधविश्वास उन्मूलन की शपथ।
झारखंड सरकार के निर्देश पर जेएसएलपीएस की ओर से सोमवार को बिश्रामपुर प्रखंड अंतर्गत पंजरी कला ग्राम पंचायत में लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ व्यापक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जोगीवीर देव स्थल परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम के तहत सखी मंडल की दीदियों, पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों ने एकजुट होकर महिला हिंसा एवं सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध संकल्प लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, समानता, सुरक्षित आवागमन और हिंसा-मुक्त समाज का संदेश देना रहा। नई चेतना 4.0 अभियान के तहत आयोजित इस पहल में महिलाओं को न केवल जागरूक किया गया, बल्कि उन्हें सामाजिक बदलाव की अगुवा बनने के लिए प्रेरित भी किया गया।
सामाजिक कुरीतियों पर खुलकर चर्चा
कार्यक्रम के दौरान लिंग भेदभाव, डायन बिसाही, दहेज प्रथा, बाल विवाह, नशाखोरी और घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक कुरीतियों पर विशेष रूप से चर्चा की गई। वक्ताओं ने बताया कि ये कुरीतियां समाज की जड़ों को कमजोर करती हैं और महिलाओं के साथ-साथ पूरे परिवार एवं समुदाय को प्रभावित करती हैं।
प्रशासन और समाज की संयुक्त पहल
कार्यक्रम में स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि प्रवीण कुमार मिश्रा और नौगढ़ा ओपी प्रभारी अनिल कुमार यादव मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का नेतृत्व जीसीआरपी प्रियंका देवी ने किया, जिन्होंने सखी मंडल की भूमिका को समाज परिवर्तन की रीढ़ बताया।
हिंसा के खिलाफ शपथ और रैली
जेएसएलपीएस की महिला कर्मी रागनी विश्वकर्मा द्वारा उपस्थित महिलाओं और ग्रामीणों को शपथ दिलाई गई कि वे हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज उठाएंगे और मूकदर्शक बनकर नहीं रहेंगे। साथ ही अंधविश्वास और सामाजिक हिंसा से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को सहायता मांगने पर हरसंभव सहयोग करने का संकल्प लिया गया।
सखी मंडल की दीदियों ने ओपी प्रभारी के साथ जागरूकता रैली निकालकर गांव में संदेश दिया कि हिंसा के खिलाफ एकजुटता और समान व्यवहार की शुरुआत हर घर से होनी चाहिए।
पुलिस का संदेश और आपात सहायता जानकारी
इस अवसर पर नौगढ़ा ओपी प्रभारी अनिल कुमार यादव ने कहा:
“ग्रामीण समाज में होने वाली अधिकतर घटनाएं महिला हिंसा से जुड़ी होती हैं, जिनका मुख्य कारण जागरूकता की कमी और अंधविश्वास है। जेंडर समानता और हिंसा के प्रति शून्य सहनशीलता जरूरी है।”
उन्होंने ग्रामीणों को यह भी जानकारी दी कि किसी भी आपात स्थिति में नौगढ़ा पुलिस पूरी तत्परता से सेवा के लिए उपलब्ध है। साथ ही प्रशासनिक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 112 के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया।
बड़ी संख्या में ग्रामीणों की सहभागिता
कार्यक्रम में सखी मंडल की दीदियां किरण दुबे, अमृता कुमारी, शांति देवी, रूबी देवी, लीलावती देवी, रुपा देवी, बेबी देवी, गीता देवी, सुशीला देवी सहित कई महिलाएं शामिल हुईं। वहीं ग्रामीणों में राजेंद्र मांझी, चंदेश मेहता, रघुवीर महतो सहित सैकड़ों लोग और पुलिस के जवान मौजूद रहे।



न्यूज़ देखो: गांव से बदलाव की मजबूत पहल
यह कार्यक्रम दर्शाता है कि जब प्रशासन और समाज एक साथ कदम बढ़ाते हैं, तो सामाजिक बदलाव संभव है। सखी मंडल की दीदियों की सक्रिय भूमिका महिला सशक्तिकरण की दिशा में मजबूत संकेत है। जरूरत है कि ऐसी पहलें निरंतर जारी रहें और हर गांव तक पहुंचें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक समाज से ही सुरक्षित भविष्य
महिला हिंसा और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ाई तभी सफल होगी जब हर नागरिक जिम्मेदारी ले। अपने घर, परिवार और गांव से समानता और सम्मान की शुरुआत करें। इस पहल पर अपनी राय साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और जागरूकता की इस मुहिम का हिस्सा बनें।




