
#चैनपुर #स्वास्थ्य_सुविधा : जिला परिषद सदस्य की पहल और प्रशासनिक निर्णय से लोगों को मिली बड़ी सौगात
- चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब 24 घंटे डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित।
- जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा की लगातार मांग के बाद हुआ रोस्टर में बदलाव।
- सिविल सर्जन डॉ. शंभुनाथ चौधरी के निर्णय से संभव हो पाई व्यवस्था।
- आपातकालीन मरीजों को अब रात में भी मिलेगी त्वरित चिकित्सा सुविधा।
- न्यूज़ देखो की खबरों को बताया बदलाव की अहम वजह।
चैनपुर प्रखंड के लोगों के लिए यह किसी बड़ी राहत से कम नहीं है। लंबे समय से स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से जूझ रहे क्षेत्र में अब चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी गई है। इस फैसले के बाद क्षेत्र के लोगों में खुशी और संतोष का माहौल है। खासकर ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों के निवासियों के लिए यह सुविधा जीवनरक्षक साबित होने वाली है।
वर्षों पुरानी समस्या का समाधान
चैनपुर क्षेत्र को लंबे समय से स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा था। दिन में तो किसी तरह इलाज मिल जाता था, लेकिन रात के समय डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। आपातकालीन स्थिति में लोगों को गुमला या रांची जैसे दूरस्थ अस्पतालों की ओर भागना पड़ता था, जिससे कई बार जान जोखिम में पड़ जाती थी।
जिला परिषद सदस्य की सतत पहल लाई रंग
इस समस्या को लेकर जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा लगातार प्रशासन के समक्ष आवाज उठाती रही थीं। उन्होंने कई मंचों पर यह मुद्दा रखा कि चैनपुर जैसे पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्र में 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती बेहद जरूरी है। उन्होंने इसे आम जनता की बुनियादी आवश्यकता बताते हुए बार-बार मांग की कि डॉक्टरों के रोस्टर में बदलाव कर यह सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
सिविल सर्जन के निर्णय से बदला रोस्टर
जिला परिषद सदस्य की मांग और क्षेत्र की वास्तविक स्थिति को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. शंभुनाथ चौधरी ने डॉक्टरों के रोस्टर में आवश्यक बदलाव किए। इसके बाद चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब दिन-रात डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित कर दी गई है। यह निर्णय स्वास्थ्य विभाग की संवेदनशीलता को दर्शाता है और ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
मेरी लकड़ा ने जताया आभार
इस फैसले के बाद जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा ने सिविल सर्जन डॉ. शंभुनाथ चौधरी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चैनपुर क्षेत्र अत्यंत पिछड़ा हुआ है और यहां के लोगों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था।
उन्होंने कहा कि—
“मेरी लगातार मांग पर सिविल सर्जन ने संज्ञान लिया और डॉक्टरों के रोस्टर में बदलाव किया। अब 24 घंटे डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध होने से क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस निर्णय से आपातकालीन स्थिति में भी मरीजों को तत्काल उपचार मिल सकेगा, जिससे कई जिंदगियां बचाई जा सकेंगी।
आम लोगों में दिखा उत्साह
24 घंटे डॉक्टर मिलने की खबर के बाद चैनपुर और आसपास के गांवों में लोगों के बीच खुशी देखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अब उन्हें छोटी-बड़ी बीमारी के लिए रात में इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और गंभीर मरीजों के लिए यह सुविधा विशेष रूप से लाभकारी साबित होगी।
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह फैसला न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगा, बल्कि सरकारी अस्पतालों पर लोगों का भरोसा भी बढ़ाएगा।

‘न्यूज़ देखो’ की भूमिका को भी मिला श्रेय
इस उपलब्धि के लिए जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा ने ‘न्यूज़ देखो’ की टीम का भी विशेष रूप से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की कमी से जुड़ी खबर को न्यूज़ देखो ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिससे प्रशासन का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर गया।
मेरी लकड़ा ने कहा—
“आज न्यूज़ देखो का परिणाम मिला है। इस खबर के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया और आज हमें 24 घंटे डॉक्टर की सुविधा मिल पाई है।”
यह बयान दर्शाता है कि जिम्मेदार पत्रकारिता किस तरह जनसमस्याओं के समाधान में अहम भूमिका निभा सकती है।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद
चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे डॉक्टरों की उपलब्धता से यह उम्मीद जगी है कि आगे भी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा। स्थानीय लोग चाहते हैं कि दवाइयों की उपलब्धता, जांच सुविधाएं और एंबुलेंस सेवा को भी और मजबूत किया जाए, ताकि ग्रामीणों को संपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा एक ही स्थान पर मिल सके।
न्यूज़ देखो: जनहित में बड़ा कदम
चैनपुर सीएचसी में 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती यह साबित करती है कि जनप्रतिनिधियों की सक्रियता, प्रशासन की संवेदनशीलता और मीडिया की भूमिका मिलकर बड़े बदलाव ला सकती है। यह फैसला निश्चित रूप से ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती देगा और आम जनता के जीवन में सकारात्मक असर डालेगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वास्थ्य सुविधा ही असली विकास
जब अस्पताल में डॉक्टर होंगे, तभी इलाज संभव होगा।
ग्रामीणों के लिए यह सुविधा किसी वरदान से कम नहीं।
जनता की आवाज को उठाना जरूरी है।
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