
#केतार #गृहरक्षकभर्ती : विज्ञापन जारी होते ही युवाओं ने सामूहिक शारीरिक प्रशिक्षण शुरू किया।
गढ़वा जिले में गृह रक्षक भर्ती विज्ञापन जारी होने के बाद केतार प्रखंड की परती–कुशवानी पंचायत में युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा को ध्यान में रखते हुए युवाओं ने सोन नदी तट पर सामूहिक प्रशिक्षण की शुरुआत की है। दौड़, कूद और फिटनेस अभ्यास के जरिए युवा पूरी तैयारी में जुटे हैं। यह पहल क्षेत्र में सकारात्मक माहौल और सरकारी सेवाओं के प्रति जागरूकता को दर्शाती है।
- गृह रक्षक भर्ती विज्ञापन 01/2025 के बाद युवाओं में बढ़ा उत्साह।
- सोन नदी तट पर रोजाना हो रहा सामूहिक शारीरिक अभ्यास।
- दौड़, लॉन्ग जंप, हाई जंप और फिटनेस ट्रेनिंग पर विशेष जोर।
- प्रभात चौरसिया, गोरख सिंह, राकेश रजक सहित कई युवा शामिल।
- स्थानीय लोगों ने युवाओं की पहल को बताया प्रेरणादायक।
गढ़वा जिले में गृह रक्षक (होमगार्ड) भर्ती को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं के बीच नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। केतार प्रखंड की परती–कुशवानी पंचायत इसका जीवंत उदाहरण बनकर सामने आई है, जहां युवाओं ने भर्ती की सूचना मिलते ही संगठित होकर तैयारी शुरू कर दी है।
भर्ती प्रक्रिया में शारीरिक दक्षता परीक्षा को अहम मानते हुए पंचायत के युवाओं ने सोन नदी के तट को अपना अभ्यास स्थल बनाया है। सुबह और शाम नियमित रूप से युवा यहां दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, पुश-अप और स्टैमिना बढ़ाने वाले अभ्यास कर रहे हैं।
सोन नदी तट पर दिखा अनुशासन और एकजुटता
प्राकृतिक वातावरण में हो रहा यह अभ्यास युवाओं को मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से मजबूत बना रहा है। खुले मैदान और नदी तट की समतल जमीन पर युवा समूह में अभ्यास करते नजर आ रहे हैं। प्रशिक्षित कोच की अनुपस्थिति के बावजूद आपसी सहयोग और अनुशासन के साथ अभ्यास किया जा रहा है।
युवाओं का कहना है कि सामूहिक अभ्यास से न केवल शारीरिक क्षमता बढ़ रही है, बल्कि आत्मविश्वास और टीम भावना भी मजबूत हो रही है। यह तैयारी केवल परीक्षा पास करने तक सीमित नहीं है, बल्कि एक अनुशासित जीवन शैली की ओर भी संकेत करती है।
ये युवा ले रहे हैं नेतृत्व की भूमिका
इस सामूहिक अभ्यास में पंचायत के कई युवा सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से प्रभात चौरसिया, गोरख सिंह, राकेश कुमार रजक, हरवंश कुमार, सुधांशु कुमार, सुजीत कुमार, ओंकार सिंह, अखिलेश रजक और अंकुश गुप्ता शामिल हैं। इनके साथ अन्य कई युवक भी प्रतिदिन अभ्यास में शामिल हो रहे हैं।
युवाओं ने बताया कि गृह रक्षक भर्ती उनके लिए सरकारी सेवा में जाने का महत्वपूर्ण अवसर है। वे इसे केवल नौकरी नहीं, बल्कि समाज और देश की सेवा का माध्यम मानते हैं।
भविष्य को लेकर स्पष्ट लक्ष्य
अभ्यर्थियों का कहना है कि वे पूरी लगन, नियमित अभ्यास और आत्मअनुशासन के साथ तैयारी कर रहे हैं। शारीरिक परीक्षा के साथ-साथ वे मानसिक रूप से भी खुद को तैयार कर रहे हैं, ताकि किसी भी चुनौती का सामना कर सकें।
स्थानीय बुजुर्गों और ग्रामीणों ने युवाओं की इस पहल की खुले दिल से सराहना की है। उनका कहना है कि इस तरह की तैयारी से गांव में सकारात्मक माहौल बनता है और आने वाली पीढ़ियों को भी सरकारी सेवाओं की ओर प्रेरणा मिलती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता का संकेत
परती–कुशवानी पंचायत में युवाओं की यह पहल यह दर्शाती है कि अब ग्रामीण युवा भी अवसरों के प्रति सजग हैं और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं को लेकर गंभीर तैयारी कर रहे हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद उनका आत्मविश्वास और समर्पण सराहनीय है।

न्यूज़ देखो: गांव से निकल रही अनुशासन और आत्मनिर्भरता की मिसाल
गृह रक्षक भर्ती को लेकर परती–कुशवानी के युवाओं की तैयारी यह बताती है कि सही अवसर और मार्गदर्शन मिलने पर ग्रामीण प्रतिभाएं भी आगे बढ़ सकती हैं। प्रशासन और समाज का दायित्व है कि ऐसे युवाओं को बेहतर सुविधाएं और सहयोग प्रदान किया जाए। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मेहनत और अनुशासन से बनता है भविष्य
गांव के युवाओं का यह प्रयास साबित करता है कि सफलता संसाधनों से नहीं, संकल्प से मिलती है।
आपके क्षेत्र में भी क्या युवा इस तरह तैयारी कर रहे हैं? अपनी राय साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और युवाओं के हौसले को मजबूती दें।





