
#पांडू #विद्यालय_समारोह : प्रधानाचार्य विजय राम को सम्मानपूर्वक विदाई दी गई—छात्रों, शिक्षकों और ग्रामीणों की भावुक उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न।
- विद्यालय परिसर में विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
- प्रधानाचार्य के अनुशासित और कर्मठ नेतृत्व की सराहना हुई।
- शैक्षणिक सुधार, स्वच्छता और अनुशासन में उल्लेखनीय प्रगति का उल्लेख।
- छात्रों ने स्वागत गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं।
- ग्रामीणों व अभिभावकों ने शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में उनके योगदान की प्रशंसा की।
पांडू प्रखंड के रबरा गांव स्थित राजकीय उत्क्रमिक मध्य विद्यालय रबरा में सोमवार को आयोजित विदाई समारोह में प्रधानाचार्य विजय राम के प्रति अपार सम्मान और स्नेह देखने को मिला। विद्यालय परिवार, ग्रामीणों और छात्रों ने भारी संख्या में जुटकर उन्हें भावपूर्ण विदाई दी। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों के स्वागत गीत से हुई, जिसने पूरे माहौल को गरिमा और भावनाओं से भर दिया। इसके बाद आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह को जीवंत बना दिया और छात्रों की प्रतिभा ने सभी को प्रभावित किया।
विद्यालय के विकास में रहा महत्वपूर्ण योगदान
कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों ने बताया कि प्रधानाचार्य विजय राम एक अनुशासित, कर्मठ और स्वच्छ छवि वाले शिक्षक के रूप में विद्यालय में पहचान रखते थे। उनके नेतृत्व में विद्यालय का शिक्षण वातावरण लगातार मजबूत हुआ। उन्होंने न केवल शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया, बल्कि अनुशासन, स्वच्छता, समयबद्धता और छात्र-छात्राओं के समग्र विकास को प्राथमिकता दी। उनके सरल, सहयोगी और प्रेरणादायक स्वभाव ने सभी पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ा।
अभिभावकों और ग्रामीणों ने की कार्यों की सराहना
अभिभावकों और ग्रामीणों ने भी इस अवसर पर प्रधानाचार्य के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने विद्यालय के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में शिक्षा के महत्व को समझाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी मेहनत और समर्पण के कारण बच्चे नियमित स्कूल जाने लगे और शिक्षा के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ी। ग्रामीणों ने कहा कि विद्यालय के उत्थान में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
विजय राम हुए भावुक, दिया अनुशासन और ईमानदारी का संदेश
विदाई संबोधन के दौरान प्रधानाचार्य विजय राम भावुक हो उठे। उन्होंने विद्यालय परिवार, शिक्षकों और ग्रामीणों द्वारा मिले सम्मान और प्रेम के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने बच्चों को हमेशा मेहनत, अनुशासन और ईमानदारी के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया। अंत में शिक्षकों और छात्रों ने उन्हें पुष्पगुच्छ और उपहार भेंट कर सम्मानित किया, जिससे समारोह भावनाओं से भर उठा।
कार्यक्रम में गणमान्य लोगों की उपस्थिति
विदाई समारोह में पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल चंद्रवंशी, उदित कुमार सिंह, बिक्की कुमार, रामानंदन राम, सुखदेव राम समेत कई स्थानीय प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। सभी ने मिलकर प्रधानाचार्य को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

न्यूज़ देखो: शिक्षा में समर्पण की मिसाल, अनुशासन का प्रतीक
प्रधानाचार्य विजय राम की विदाई से यह स्पष्ट होता है कि जब शिक्षक सही नीयत और समर्पण के साथ कार्य करते हैं, तो वे सिर्फ विद्यालय नहीं, बल्कि पूरे समाज को दिशा देते हैं। ऐसे शिक्षकों की प्रेरणा से बच्चों में अनुशासन, चरित्र और सीखने की भावना विकसित होती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रेरणा वहीं जहाँ सम्मान की परंपरा
एक अच्छे शिक्षक का प्रभाव जीवनभर के लिए होता है—और यही कारण है कि उनका सम्मान समाज की प्रगति का आधार बनता है।
आइए, हम भी अपने शिक्षकों को सम्मान देने की परंपरा को मजबूती दें और बच्चों को प्रेरित करने वाले हर हाथ को सराहें।
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