
#खूंटी #हत्या_मामला – जंगलों और सड़क किनारे मिले तीन शव, पहचान और आरोपियों की तलाश में पुलिस अब भी खाली हाथ
- मारंगहदा में मिले दो अज्ञात शव, महीनों बाद भी नहीं हुई शिनाख्त
- एक स्कूल शिक्षक की हत्या का भी अब तक नहीं मिला सुराग
- सीडीआर और तकनीकी सेल के जरिए चल रही जांच से भी नहीं मिल रही दिशा
- सीआईडी, प्रेस मीडिया और पुलिस की टीम शवों की पहचान में जुटी
- डीएसपी वरुण रजक ने तीनों मामलों की एक साथ जांच की दी जानकारी
- जनता में भय और प्रशासनिक जांच को लेकर उठ रहे हैं सवाल
जंगल और सड़क किनारे मौत के सन्नाटे
खूंटी जिला के मारंगहदा थाना क्षेत्र में पिछले कुछ समय से लगातार तीन अलग-अलग स्थानों पर शव बरामद होने की घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से दो अज्ञात शवों की पहचान आज तक नहीं हो पाई है, जबकि एक शिक्षक की हत्या का रहस्य भी अभी सुलझा नहीं है। इन घटनाओं ने स्थानीय जनता को चिंतित कर दिया है।
शव बरामदगी की स्थिति: कब और कहां मिले शव?
पहला मामला करोड़ा जंगल का है, जहां एक युवक का शव बरामद किया गया था। वहीं, दूसरा शव लांदुप सड़क किनारे पाया गया। दोनों शव मारंगहदा थाना क्षेत्र से मिले हैं। इसके अलावा, एक शिक्षक का शव अनीगड़ा के पास जंगल में पाया गया था। तीनों शवों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है, और पुलिस को किसी भी ठोस सुराग का इंतजार है।
“तीनों हत्याकांड गंभीर हैं। सभी पहलुओं पर जांच जारी है।”
— वरुण रजक, डीएसपी खूंटी
पुलिस जांच और तकनीकी विश्लेषण
मृत शिक्षक के मोबाइल का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) खंगालने के बावजूद पुलिस को अब तक कोई ठोस कड़ी हाथ नहीं लगी है। तकनीकी सेल और प्रेस मीडिया के माध्यम से अन्य थानों से जानकारी जुटाई जा रही है, लेकिन अब तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। पुलिस लगातार अज्ञात शवों की पहचान के लिए अभियान चला रही है, फिर भी सफलता हाथ नहीं लगी।
तीन हत्या, एक भी सुराग नहीं
डीएसपी वरुण रजक ने बताया कि मारंगहदा थाना क्षेत्र से तीन माह पूर्व एक युवती का शव, हाल ही में एक युवक का शव, और खूंटी थाना क्षेत्र में एक शिक्षक की हत्या हुई है। इन सभी मामलों में जांच टीमें गठित की गई हैं, और पुलिस विभिन्न स्रोतों और तकनीकी जांच के माध्यम से गहराई से अनुसंधान कर रही है। हालांकि अब तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है।
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