
#पलामू #यातायात_जागरूकता : पुलिस ने वाहन जांच कर चालकों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति किया जागरूक।
पलामू जिले के पांडु थाना क्षेत्र अंतर्गत तीसीबार पंचायत में 31 दिसंबर 2025 को पांडु थाना पुलिस द्वारा यातायात जागरूकता एवं सघन वाहन जांच अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान दोपहिया और चारपहिया वाहनों की जांच करते हुए चालकों को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी दी गई। पुलिस ने नशामुक्त ड्राइविंग, हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग पर विशेष जोर दिया। यह अभियान नववर्ष से पहले सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।
- पांडु थाना पुलिस ने तीसीबार पंचायत में वाहन जांच अभियान चलाया।
- 31 दिसंबर 2025 को पुल के समीप दोपहिया और चारपहिया वाहनों की जांच।
- नशामुक्त ड्राइविंग, हेलमेट और सीट बेल्ट पर दिया गया विशेष जोर।
- अभियान का नेतृत्व एसआई नरेश प्रसाद की देखरेख में हुआ।
- सभी वाहन चालक नशामुक्त पाए गए, पुलिस ने जताया संतोष।
पलामू जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार सक्रिय नजर आ रहा है। इसी कड़ी में पांडु थाना पुलिस द्वारा तीसीबार पंचायत में पुल के समीप यातायात जागरूकता अभियान के साथ सघन वाहन जांच कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नववर्ष के अवसर पर सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण, यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करना और आम नागरिकों को सुरक्षित यात्रा के प्रति जागरूक करना रहा।
अभियान के दौरान पुलिस टीम ने मार्ग से गुजर रहे दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों को रोककर उनके कागजात, हेलमेट, सीट बेल्ट और ड्राइविंग व्यवहार की जांच की।
वाहन चालकों को दी गई सुरक्षा संबंधी हिदायतें
पुलिस द्वारा जांच के दौरान वाहन चालकों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया कि वे नशा कर वाहन न चलाएं, दोपहिया वाहन चालक अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनें और चारपहिया वाहन चालक सीट बेल्ट का प्रयोग करें। साथ ही तेज गति, लापरवाही से वाहन चलाने और यातायात नियमों के उल्लंघन से होने वाले खतरों के बारे में भी जानकारी दी गई।
पुलिस कर्मियों ने चालकों को समझाया कि छोटी-सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है और यातायात नियम केवल चालान के लिए नहीं, बल्कि जीवन सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं।
जांच में संतोषजनक स्थिति, सभी चालक नशामुक्त
वाहन जांच के दौरान पुलिस ने राहत की बात यह पाई कि जांच में शामिल सभी वाहन चालक नशामुक्त पाए गए। चारपहिया वाहनों में अधिकांश चालकों द्वारा सीट बेल्ट लगाए जाने पर पुलिस ने संतोष व्यक्त किया। पुलिस अधिकारियों ने इसे जागरूकता अभियान का सकारात्मक परिणाम बताया।
इस दौरान किसी भी चालक के खिलाफ नशा सेवन को लेकर कार्रवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी, जो क्षेत्र में बढ़ती जागरूकता का संकेत माना जा रहा है।
एसआई नरेश प्रसाद की देखरेख में चला अभियान
यह पूरा यातायात जागरूकता एवं वाहन जांच अभियान पांडु थाना के एसआई नरेश प्रसाद की देखरेख में संचालित किया गया। उनके नेतृत्व में पुलिस टीम ने पूरे अनुशासन के साथ जांच प्रक्रिया पूरी की और आम लोगों से संवाद कर उन्हें यातायात नियमों का महत्व समझाया।
एसआई नरेश प्रसाद ने कहा: “यातायात नियमों का पालन करना केवल कानून का विषय नहीं, बल्कि अपनी और दूसरों की जान की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। पुलिस का उद्देश्य लोगों को दंडित करना नहीं, बल्कि उन्हें सुरक्षित बनाना है।”
आम लोगों से पुलिस की अपील
अभियान के दौरान पांडु थाना पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की कि वे नियमित रूप से यातायात नियमों का पालन करें, वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और नशा कर वाहन चलाने से पूरी तरह बचें। पुलिस ने यह भी कहा कि हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग जीवनरक्षक साबित हो सकता है।
पुलिस ने नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा में पुलिस और जनता दोनों की समान जिम्मेदारी है।
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम की दिशा में पहल
स्थानीय लोगों ने पांडु थाना पुलिस के इस अभियान की सराहना की। उनका कहना है कि ऐसे जागरूकता अभियान से न केवल नियमों का पालन बढ़ता है, बल्कि लोगों के व्यवहार में भी सकारात्मक बदलाव आता है। खासकर नववर्ष और त्योहारों के समय इस तरह की जांच दुर्घटनाओं को रोकने में मददगार साबित होती है।
क्षेत्र में बढ़ती वाहन संख्या और तेज रफ्तार के बीच पुलिस की यह पहल सड़क सुरक्षा के लिए अहम मानी जा रही है।
आगे भी जारी रहेगा अभियान
पुलिस प्रशासन ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में भी इस प्रकार के यातायात जागरूकता और वाहन जांच अभियान जारी रहेंगे। विशेष रूप से त्योहारों, नववर्ष और भीड़भाड़ वाले दिनों में पुलिस की सक्रियता और बढ़ाई जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
न्यूज़ देखो: सुरक्षा के साथ जागरूकता जरूरी
पांडु थाना पुलिस का यह अभियान दिखाता है कि केवल चालान नहीं, बल्कि जागरूकता ही सड़क सुरक्षा की सबसे बड़ी कुंजी है। सवाल यह है कि क्या आम नागरिक इस जागरूकता को रोजमर्रा की आदत में बदल पाएंगे। अगर नियमों का पालन निरंतर किया जाए, तो दुर्घटनाओं में निश्चित रूप से कमी आएगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित सड़क, जिम्मेदार नागरिक
सड़क सुरक्षा सिर्फ पुलिस की नहीं, हम सभी की जिम्मेदारी है। हेलमेट, सीट बेल्ट और संयमित ड्राइविंग अपनाकर हम कई जिंदगियां बचा सकते हैं। इस खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट में लिखें और सुरक्षित यातायात का संदेश दूसरों तक पहुंचाकर जिम्मेदार नागरिक बनने की पहल करें।





