
#हुसैनाबाद #अव्यवस्था : मुख्य सड़कों पर टेम्पो चालकों का कब्जा, प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
- रेलवे ओवरब्रिज अब वाहन पार्किंग स्थल में तब्दील, आवागमन बाधित।
- टेम्पो चालकों की मनमानी से मुख्य सड़कें रोज जाम रहती हैं।
- आईएएस और आईपीएस अधिकारी तैनात होने के बावजूद ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल।
- नागरिक बोले — “कागजों में ही सक्रिय है प्रशासन।”
- नगर की सूरत बिगड़ रही, दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा।
हुसैनाबाद (पलामू)। नगर पंचायत क्षेत्र हुसैनाबाद इन दिनों ट्रैफिक अव्यवस्था और प्रशासनिक सुस्ती का पर्याय बन गया है। शहर के रेलवे ओवरब्रिज, जो आवागमन को सुगम बनाने के लिए बनाया गया था, अब वाहनों की अनियंत्रित पार्किंग का केंद्र बन चुका है। जपला–छत्तरपुर मुख्य सड़क पर ओवरब्रिज के दोनों ओर टेम्पो, बाइक और चारपहिया वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं, जिससे यातायात पूरी तरह चरमरा गया है।
रेलवे ओवरब्रिज पर पार्किंग, सड़क पर टेम्पो स्टैंड
नगर के ओवरब्रिज का हाल ऐसा है कि जहाँ चलना चाहिए वाहन, वहाँ खड़ी रहती हैं गाड़ियाँ। ओवरब्रिज के दोनों छोरों पर टेम्पो और बाइक चालकों ने मनमाने ढंग से पार्किंग बना रखी है। इससे रोजाना जाम की स्थिति उत्पन्न होती है और आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि यह समस्या नई नहीं है। महीनों से नगर के मुख्य मार्गों पर टेम्पो चालकों का “अघोषित शासन” चल रहा है।
ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त
यह स्थिति तब है जब हुसैनाबाद अनुमंडल में आईएएस ओमप्रकाश गुप्ता बतौर एसडीओ और आईपीएस अधिकारी बतौर एसडीपीओ पदस्थापित हैं। बावजूद इसके, जमीनी स्तर पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आती है।
नगर की गलियों और मुख्य मार्गों पर हर समय टेम्पो चालकों का कब्जा रहता है — कहीं बीच सड़क में सवारी भरना, कहीं हॉर्न बजाकर अफरातफरी मचाना आम बात हो गई है।
स्थानीय नागरिकों में नाराजगी
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ़ बैठकों और कागजों में ही सक्रिय दिखता है। सड़क पर उतरकर हालात देखने वाला कोई नहीं है।
एक दुकानदार ने कहा: “अगर अधिकारी खुद सड़क पर उतरें, तो समझ जाएंगे कि हुसैनाबाद में जनता नहीं, टेम्पो चालकों का शासन चलता है।”
नागरिकों ने यह भी बताया कि नगर पंचायत की अनदेखी के कारण शहर की सूरत बिगड़ रही है। जाम और धूलभरी सड़कों से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा
अव्यवस्थित पार्किंग और भीड़भाड़ के चलते दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है। कई बार स्कूली बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं जाम में फँस जाते हैं। स्थिति ऐसी है कि पुलिस और नगर प्रशासन दोनों एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते दिखते हैं।
न्यूज़ देखो: जिम्मेदारी तय हो, तभी सुधरेगा हुसैनाबाद
हुसैनाबाद की अव्यवस्था सिर्फ़ ट्रैफिक समस्या नहीं, बल्कि प्रशासनिक सुस्ती और समन्वयहीनता की तस्वीर है। नगर पंचायत, पुलिस और अनुमंडल प्रशासन — तीनों इकाइयों की सामूहिक जिम्मेदारी तय किए बिना समाधान संभव नहीं। शहर को अनुशासित बनाने के लिए ठोस कार्रवाई और नियमित निगरानी जरूरी है।
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जागरूक नागरिक ही बदल सकते हैं शहर का चेहरा
हुसैनाबाद का भविष्य प्रशासन की सख्ती और नागरिकों की सजगता दोनों पर निर्भर है। अगर हम सब मिलकर ट्रैफिक नियमों का पालन करें, अवैध पार्किंग का विरोध करें और व्यवस्था की मांग उठाएं — तो बदलाव संभव है। आइए, जिम्मेदार नागरिक बनें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और हुसैनाबाद को साफ़-सुथरा और अनुशासित शहर बनाने में योगदान दें।





