
#दुमका #अपराध_घटना : खस्सी चोरी के शक में ग्रामीणों का गुस्सा फूटा, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों आरोपियों को लिया हिरासत में
- दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लखीकुंडी गांव में सोमवार दोपहर की घटना।
- पश्चिम बंगाल के दो युवक खस्सी चोरी के आरोप में रंगे हाथ पकड़े गए।
- ग्रामीणों ने दोनों को पोल में बांधकर पिटाई करने का आरोप।
- चोरी में इस्तेमाल एक कार पुलिस ने जब्त की।
- कार से मवेशियों को बेहोश करने वाली दवा बरामद।
- खस्सी चोरी के मुआवजे की मांग को लेकर महिलाएं थाना पहुंचीं।
दुमका। मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत लखीकुंडी गांव में सोमवार दोपहर उस समय अफरातफरी मच गई, जब ग्रामीणों ने खस्सी चोरी के आरोप में पश्चिम बंगाल के दो युवकों को रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोप है कि पकड़े गए दोनों युवकों को ग्रामीणों ने पोल में बांधकर पिटाई की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
रंगे हाथ पकड़े गए दोनों युवक
ग्रामीणों के अनुसार, दोनों युवक काफी समय से इलाके में संदिग्ध रूप से घूम रहे थे। सोमवार को खस्सी चोरी की कोशिश करते हुए उन्हें पकड़ लिया गया। आरोप है कि इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने उन्हें एक पोल में बांध दिया और पिटाई की। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग भी मौके पर जुट गए।
चोरी में प्रयुक्त कार जब्त
सूचना पर दुमका मुफस्सिल थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों आरोपियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर हिरासत में लिया। पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल की जा रही एक कार को जब्त कर लिया। जब्त कार की तलाशी के दौरान मवेशियों को बेहोश करने वाली दवा बरामद की गई है।
ग्रामीणों का दावा है कि कार में पहले से ही एक खस्सी मौजूद था, जिससे यह आशंका और मजबूत हो गई कि दोनों युवक पहले भी चोरी की घटना को अंजाम दे चुके थे।
मुआवजे की मांग को लेकर थाना पहुंचीं महिलाएं
घटना के बाद मोहल्ले की कई महिलाएं दुमका मुफस्सिल थाना पहुंचीं और चोरी हुए खस्सी के मुआवजे की मांग की। महिलाओं का कहना था कि लगातार मवेशी चोरी की घटनाओं से ग्रामीण परेशान हैं और प्रशासन को इस पर सख्त कदम उठाना चाहिए।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने बताया कि दोनों युवक पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है। जब्त कार, बरामद दवाइयों और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों द्वारा की गई पिटाई के मामले की भी जांच की जा रही है।
क्षेत्र में बढ़ती चोरी से ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में मवेशी चोरी की बढ़ती घटनाओं को उजागर किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद चोरी की घटनाएं नहीं रुक पा रही हैं, जिससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
न्यूज़ देखो: कानून हाथ में लेना समाधान नहीं
दुमका की यह घटना बताती है कि अपराध के खिलाफ गुस्सा स्वाभाविक है, लेकिन कानून हाथ में लेना किसी भी तरह से उचित नहीं है। पुलिस की तत्परता से स्थिति संभल गई, लेकिन मवेशी चोरी पर प्रभावी रोक बेहद जरूरी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सतर्कता और कानून का साथ जरूरी
आपके क्षेत्र में भी क्या मवेशी चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं? अपनी राय कमेंट में साझा करें और खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं, ताकि प्रशासन तक आवाज पहुंचे।





