
#पलामू #सामाजिक_सेवा : सतबरवा क्षेत्र के भुईंयां टोलियों में जरूरतमंदों को ठंड से राहत।
पलामू जिले में लगातार बढ़ती ठंड ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों का जनजीवन कठिन बना दिया है। ऐसे समय में डालटनगंज स्थित वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने सतबरवा प्रखंड के सुदूरवर्ती गांवों में पहुंचकर कंबल और गर्म वस्त्रों का वितरण किया। ट्रस्ट की टीम ने बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों को आवश्यक सामग्री देकर उन्हें ठंड से राहत पहुंचाई। यह पहल सामाजिक संवेदनशीलता और मानवीय जिम्मेदारी का सशक्त उदाहरण बनकर सामने आई है।
- पलामू जिले में कड़ाके की ठंड से गरीब तबके की मुश्किलें बढ़ीं।
- वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट, डालटनगंज द्वारा गर्म वस्त्र वितरण अभियान।
- सतबरवा प्रखंड के पोंची, मटियाही, गोरसोती गांवों में पहुंची टीम।
- निर्वस्त्र बच्चों को नए गर्म कपड़े पहनाकर तत्काल राहत।
- बुजुर्गों और दिव्यांगों को कंबल, जैकेट और स्वेटर प्रदान किए गए।
पलामू जिले में इन दिनों पड़ रही कंपकंपाती ठंड ने खासकर गरीब और सुदूरवर्ती गांवों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई परिवार ऐसे हैं जिनके पास ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त कपड़े तक उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे हालात में समाजसेवी संस्थाओं की भूमिका बेहद अहम हो जाती है।
हर साल जरूरतमंदों तक पहुंचने की पहल
इसी मानवीय जिम्मेदारी को निभाते हुए वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट, डालटनगंज द्वारा हर वर्ष की तरह इस साल भी ठंड राहत अभियान चलाया गया। ट्रस्ट का उद्देश्य केवल सामग्री वितरण नहीं, बल्कि जरूरतमंदों को सम्मान के साथ राहत पहुंचाना है।
सतबरवा के सुदूर गांवों में पहुंची टीम
रविवार को वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की टीम सतबरवा प्रखंड के पोंची, मटियाही और गोरसोती गांवों में स्थित भुईंयां टोली पहुंची। यहां टीम को अत्यंत दयनीय स्थिति में रह रहे सैकड़ों ग्रामीण मिले, जिनके लिए ठंड किसी आपदा से कम नहीं थी।
बच्चों को पहले दी गई प्राथमिकता
टीम के सदस्यों ने बताया कि वितरण के दौरान कई निर्वस्त्र और अर्धनिर्वस्त्र बच्चे मिले, जिन्हें तुरंत नए गर्म कपड़े पहनाए गए। बच्चों को टोपी, जैकेट, स्वेटर और इनर देकर उन्हें ठंड से तात्कालिक राहत प्रदान की गई।
बुजुर्गों और दिव्यांगों को कंबल
वितरण अभियान के दौरान बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को विशेष प्राथमिकता दी गई। उन्हें स्वेटर, जैकेट और कंबल प्रदान किए गए ताकि वे ठंड के इस मौसम में सुरक्षित रह सकें। कई बुजुर्गों ने ट्रस्ट के इस प्रयास को उनके लिए “जीवनदायिनी सहायता” बताया।
महिलाओं के लिए विशेष सामग्री
महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट की टीम साड़ी, सलवार-कुर्ता, शॉल और मोजे भी साथ लेकर पहुंची। महिलाओं ने बताया कि इस तरह की मदद से उन्हें न केवल ठंड से राहत मिली, बल्कि आत्मसम्मान का भी एहसास हुआ।
शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता
वस्त्र वितरण के साथ-साथ ट्रस्ट की टीम ने ग्रामीणों को शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया। विशेष रूप से महिलाओं से अपील की गई कि वे अपनी बच्चियों को नियमित रूप से स्कूल भेजें, क्योंकि शिक्षा ही एक सभ्य और सशक्त समाज की नींव है।
वितरण में इन लोगों का रहा योगदान
इस सेवा कार्य में विवेक वर्मा, मन्नत सिंह बग्गा, शर्मिला वर्मा, नेहा सिंह, निकीता सिंह, तथा सतबरवा के निर्दोष कुमार और दिलीप विश्वकर्मा ने सक्रिय भूमिका निभाई। सभी ने मिलकर पूरे अभियान को सफल बनाया।
दानदाताओं का जताया आभार
वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की टीम ने इस अवसर पर सभी दानदाताओं और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से यह मानवीय कार्य संभव हो सका।



न्यूज़ देखो: ठंड में इंसानियत की गर्माहट
यह अभियान दिखाता है कि जब प्रशासनिक व्यवस्था हर कोने तक नहीं पहुंच पाती, तब सामाजिक संगठन जरूरतमंदों के लिए वरदान बनते हैं। ठंड जैसी प्राकृतिक चुनौती के बीच वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट का प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
इंसानियत ही सबसे बड़ी सेवा
कठिन समय में किसी जरूरतमंद की मदद करना सबसे बड़ा धर्म है।
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