
#लातेहार #प्रदर्शन : लाभर-टुंगारी मार्ग की दुर्दशा से नाराज ग्रामीणों का अनोखा विरोध—अधिकारियों को जगाने की कोशिश
- लातेहार के बरवाडीह प्रखंड में लाभर से टुंगारी तक सड़क बेहद खराब।
- गड्ढों और कीचड़ से भरे मार्ग पर ग्रामीणों ने धान की रोपनी कर जताया विरोध।
- अभियान में JMM नेता, छात्र नेता और पूर्व मुखिया समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल।
- ग्रामीणों की मांग: अविलंब सड़क निर्माण हो, अन्यथा होगा बड़ा आंदोलन।
- बरसात में सड़क की स्थिति और भी दयनीय हो जाती है।
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड में ग्रामीणों का गुस्सा रविवार को सड़कों पर साफ झलका। लाभर से टुंगारी तक की जर्जर सड़क की मरम्मत की मांग करते हुए ग्रामीणों ने अनोखा विरोध दर्ज कराया। उन्होंने इस सड़क पर ही धान की रोपनी कर दी, ताकि प्रशासन को उसकी बदहाली का एहसास हो।
कौन-कौन शामिल हुए इस विरोध में?
इस प्रदर्शन में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के जिला संगठन सचिव अरुण सिंह खरवार, प्रखंड सचिव रितेश कुमार, छात्र नेता जयराम सिंह, लात पंचायत के पूर्व मुखिया जगसहाय समेत बड़ी संख्या में महिला-पुरुष मौजूद रहे।
ग्रामीणों की व्यथा और चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग की मरम्मत पिछले कई वर्षों से नहीं हुई है। बरसात के दिनों में हालात और खराब हो जाते हैं। सड़क पर गहरे गड्ढे और कीचड़ के कारण आवागमन बेहद मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी: “यदि जल्द सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।”
सड़क की बदहाली बनी मुसीबत
लाभर-टुंगारी मार्ग न केवल ग्रामीणों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है बल्कि मरीजों और स्कूली बच्चों के लिए भी बड़ी समस्या बन गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।

न्यूज़ देखो: जनता का सब्र अब जवाब दे रहा है
यह घटना साफ दर्शाती है कि ग्रामीणों की आवाज़ तब सुनी जाती है जब वे अनोखे तरीके से विरोध करते हैं। सवाल यह है कि क्यों जिम्मेदार विभाग तब तक सोते रहते हैं जब तक जनता सड़क पर नहीं उतरती? हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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ग्रामीणों की यह लड़ाई सिर्फ एक सड़क के लिए नहीं बल्कि मूलभूत अधिकारों के लिए है। इस खबर को शेयर करें, अपनी राय दें और प्रशासन को जगाने में मदद करें।