
#गढ़वा #स्थापना_दिवस : रक्तदान महादान की भावना के साथ 16 दिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आगाज
- झारखंड स्थापना दिवस पर सदर अस्पताल गढ़वा में हुआ स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन।
- उपायुक्त दिनेश यादव ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का किया शुभारंभ।
- 12 से 28 नवंबर 2025 तक जिले के विभिन्न स्थलों पर होंगे रक्तदान शिविर।
- रक्तदाताओं को सम्मानित किया गया ब्लड डोनर सर्टिफिकेट देकर।
- प्रचार वाहन को उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
- उपायुक्त बोले — “रक्तदान महादान है, मानवता के लिए सर्वोत्तम उपहार।”
झारखंड राज्य स्थापना दिवस 2025 के रजत जयंती अवसर पर गढ़वा जिला प्रशासन की ओर से आज सदर अस्पताल परिसर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त दिनेश यादव, उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, सीआरपीएफ कमांडेंट, सिविल सर्जन डॉ. जे.एफ. कैनेडी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, विभिन्न चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त यादव और अन्य अधिकारियों द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात उन्होंने रक्तदान करने वाले नागरिकों का सम्मान ब्लड डोनर सर्टिफिकेट देकर किया और रक्तदान को एक “महादान” बताया।
उपायुक्त ने कहा – रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा
अपने संबोधन में उपायुक्त दिनेश यादव ने कहा कि रक्तदान मानव जाति के कल्याण के लिए सबसे बड़ा उपहार है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान अवश्य करना चाहिए क्योंकि इससे किसी जरूरतमंद व्यक्ति का जीवन बचाया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि रक्तदान से न तो कमजोरी होती है और न ही किसी प्रकार का स्वास्थ्य नुकसान, बल्कि यह शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है।
उपायुक्त दिनेश यादव ने कहा: “रक्तदान कर हम किसी की जिंदगी में नई उम्मीद जगा सकते हैं। यह मानवता की सच्ची सेवा है।”
उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे स्वयं रक्तदान करें और अपने परिजनों एवं मित्रों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
भ्रांतियों को दूर कर जागरूकता फैलाने की अपील
सिविल सर्जन डॉ. जे.एफ. कैनेडी ने भी रक्तदान के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रक्तदान के प्रति लोगों में कई भ्रांतियाँ फैली हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है। डॉक्टर कैनेडी ने बताया कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है और यह किसी कारखाने में निर्मित नहीं किया जा सकता। अस्पतालों में दिल की सर्जरी, जोड़ों के प्रत्यारोपण, कैंसर, ल्यूकेमिया, समय से पहले जन्मे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के इलाज में रक्त की अत्यधिक आवश्यकता होती है।
उन्होंने कहा कि रक्तदान के माध्यम से हम अपने जीवन का एक हिस्सा किसी दूसरे इंसान के साथ साझा करते हैं, जो मानवता की सबसे सुंदर मिसाल है।
अधिकारियों ने किया रक्तदान, दिया प्रेरक संदेश
इस अवसर पर उपायुक्त दिनेश यादव और उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा ने स्वयं एक-एक यूनिट रक्तदान कर लोगों को प्रेरित किया। सीआरपीएफ कमांडेंट ने भी लोगों से रक्तदान में भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि समाज में ऐसी जागरूकता से हर जरूरतमंद को समय पर रक्त मिल सकेगा।
कार्यक्रम के दौरान रक्तदाताओं को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया और उन्हें ब्लड डोनर सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
16 दिनों तक चलेगा रक्तदान अभियान
उपायुक्त ने बताया कि 12 नवंबर से 28 नवंबर 2025 तक जिले के विभिन्न स्थलों पर कुल 16 दिनों के लिए स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा प्रचार-प्रसार के लिए एक प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करेगा और शिविरों में भागीदारी के लिए प्रेरित करेगा।

न्यूज़ देखो: रक्तदान से बनेगी संवेदनशील और सशक्त समाज की नींव
गढ़वा में शुरू हुआ यह अभियान केवल स्वास्थ्य पहल नहीं, बल्कि एक मानवता अभियान है। रक्तदान न केवल किसी की जान बचाता है बल्कि समाज में साझेदारी और सहानुभूति की भावना को मजबूत करता है। अगर हर नागरिक नियमित रूप से रक्तदान की जिम्मेदारी निभाए, तो किसी भी व्यक्ति को अस्पतालों में रक्त की कमी से अपनी जान न गंवानी पड़े।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
रक्तदान से बढ़ेगी इंसानियत की ताकत
रक्तदान महादान है — यह सिर्फ दूसरों के जीवन को बचाने का नहीं, बल्कि समाज में मानवता को जिंदा रखने का प्रतीक है। आइए, हम सब इस नेक कार्य में शामिल हों और अपने आसपास के लोगों को भी प्रेरित करें।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और “रक्तदान, जीवनदान” का संदेश फैलाएं।





