
#कोडरमा #बारिश : डैम से 1000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज, डीवीसी ने आसपास के जिलों को किया सतर्क
- लगातार भारी बारिश से तिलैया डैम का जलस्तर खतरे के निशान पर।
- गेट खोलकर 1000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है।
- हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद और जामताड़ा को अलर्ट पर रखा गया।
- गांवों में माइकिंग कर लोगों को किनारे से दूर रहने की चेतावनी।
- बोटिंग और आम आवाजाही पर रोक, प्रशासन ने सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की।
झारखंड में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। इसका सबसे बड़ा असर कोडरमा स्थित तिलैया डैम पर पड़ा है, जहां पानी का स्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए डैम के गेट खोले गए और प्रति सेकंड 1000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
डीवीसी और प्रशासन की सख्त निगरानी
डीवीसी प्रबंधन ने इस स्थिति को गंभीर मानते हुए हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद और जामताड़ा जिलों को अलर्ट पर रखा है। प्रभावित इलाकों में तकनीकी टीम लगातार निरीक्षण कर रही है। साथ ही पनबिजली केंद्र से भी 650 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है।
ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील
डैम के आसपास बसे गांवों में माइकिंग कर लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे किनारे के इलाकों से दूर रहें। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए बोटिंग और आम आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने कहा है कि लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए हर नागरिक को सावधानी बरतनी होगी।
संभावित खतरे और एहतियाती कदम
अधिकारियों का कहना है कि भारी बारिश के कारण पानी का स्तर अभी और बढ़ सकता है। इसीलिए लोगों से घर से अनावश्यक बाहर न निकलने, बच्चों को जलाशयों से दूर रखने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।
न्यूज़ देखो: प्रकृति की मार और सतर्कता की जिम्मेदारी
बारिश से उपजे हालात हमें यह याद दिलाते हैं कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जन सहयोग और प्रशासनिक सतर्कता बेहद जरूरी है। तिलैया डैम से पानी छोड़े जाने का असर कई जिलों में हो सकता है, इसलिए इस समय सतर्कता ही सुरक्षा है।
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आपदा में सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता
ऐसे समय में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह प्रशासन की बातों का पालन करे और अपनी तथा अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करे। अब समय है कि हम सब आपदा प्रबंधन में सहयोग दें, जागरूक रहें और दूसरों को भी सतर्क करें। इस खबर को शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सुरक्षित रह सकें।