
#गुमला #वन्यजीव_तस्करी : वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में 6 किलो बज्रकीट की छाल बरामद, ऑटो और बाइक जब्त।
- पालकोट वन विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई को दिया अंजाम।
- चौंक टंगरा के पास छापेमारी कर 5 तस्कर गिरफ्तार।
- आरोपियों के पास से लगभग 6 किलोग्राम बज्रकीट की छाल बरामद।
- तस्करी में प्रयुक्त एक ऑटो टेंपू और एक मोटरसाइकिल जब्त।
- सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजे गए।
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत होगी कड़ी कार्रवाई।
पालकोट प्रखंड में वन्यजीव तस्करी के खिलाफ वन विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है। वन विभाग की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए बज्रकीट (वन्यजीव) की अवैध तस्करी का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई पालकोट प्रखंड अंतर्गत चौंक टंगरा के पास की गई, जहां तस्करी के दौरान पांच आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्तों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वन विभाग के अनुसार यह कार्रवाई लंबे समय से चल रही वन्यजीव तस्करी पर करारा प्रहार है।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान
वन विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों में बहुरन सिंह (पिता – रघुवर सिंह), रविंद्र सिंह (पिता – बहुरन सिंह), जयदेव सिंह (पिता – बहुरन सिंह), शिव शंकर सिंह (पिता – लोटन सिंह) — सभी रोकेडेगा गांव, पालकोट प्रखंड के निवासी हैं।
इसके अलावा जेठु लोहरा (पिता – शनिचर लोहरा), निवासी मरदा–तुंद टोली, पालकोट प्रखंड को भी गिरफ्तार किया गया है।
6 किलो बज्रकीट की छाल बरामद
छापेमारी के दौरान वन विभाग की टीम ने आरोपियों के पास से एक बोरे में रखी लगभग 6 किलोग्राम बज्रकीट की छाल बरामद की। यह छाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में अत्यधिक कीमती मानी जाती है और इसके अवैध व्यापार से वन्यजीवों पर गंभीर खतरा उत्पन्न होता है।
इसके साथ ही तस्करी में प्रयुक्त एक ऑटो टेंपू और एक मोटरसाइकिल को भी जब्त कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि सभी आरोपी संगठित तरीके से बज्रकीट की तस्करी में संलिप्त थे।
संयुक्त टीम ने दी कार्रवाई को अंजाम
इस पूरे अभियान का नेतृत्व वन क्षेत्र पदाधिकारी अशोक कुमार एवं प्रभारी वनपाल संदीप कुमार ने किया। कार्रवाई में वन विभाग के कई कर्मी शामिल रहे, जिनमें वनरक्षी शशी बेक, अनुप कुमार महतो, अमृत केरकेट्टा, रिझू साहू, तारक ठाकुर, लोया खड़िया, किष्टो कर्मकार, मनोज लोहरा, राधेश्याम साहू, प्रकाश मुंडा, कार्तिक गोप, छोटेलाल साहू, प्रभात कुमार प्रजापति, गंदूर प्रसाद सिंह एवं लक्ष्मण साहू सहित अन्य वनकर्मी मौजूद थे।
सभी कर्मियों की सतर्कता और समन्वय से यह बड़ी सफलता हासिल की जा सकी।
कड़ी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत आरोपियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विभाग का कहना है कि वन्यजीवों की तस्करी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे अपराधों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।
आम लोगों से सहयोग की अपील
वन विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि कहीं भी वन्यजीवों की तस्करी या अवैध गतिविधियों की जानकारी मिले तो तुरंत प्रशासन या वन विभाग को सूचित करें। लोगों की सतर्कता से ही वन्यजीवों का संरक्षण संभव है।
न्यूज़ देखो: तस्करों पर वन विभाग का सख्त प्रहार
पालकोट में हुई यह कार्रवाई बताती है कि वन विभाग अब वन्यजीव तस्करी के खिलाफ पूरी तरह मुस्तैद है। संगठित तस्करी पर शिकंजा कसने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। यह कार्रवाई न सिर्फ कानून का डर पैदा करती है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक मजबूत संदेश भी देती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
वन्यजीव संरक्षण में बने भागीदार
वन्यजीव हमारी प्राकृतिक धरोहर हैं।
इनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।
तस्करी के खिलाफ आवाज उठाएं और प्रशासन का सहयोग करें।
इस खबर को साझा करें, ताकि जागरूकता और मजबूत हो।





