
#गढ़वा #छठपर्व : आस्था, भक्ति और सामाजिक समरसता का संगम — पूर्व मंत्री ने व्रतियों के बीच फल और पूजन सामग्री बाँटकर दी शुभकामनाएँ
- गढ़वा शहर के रंका मोड़ स्थित घंटाघर के समीप हुआ भव्य फल वितरण कार्यक्रम।
- पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने परिवार संग किया छठ व्रतियों को सामग्री वितरण।
- 70 पेटी सेव, 40 बोरा नारंगी, 4 क्विंटल सिंघाड़ा सहित कई पूजन सामग्रियों का हुआ वितरण।
- ठाकुर ने कहा—छठी मईया सबकी मनोकामनाएँ पूर्ण करें, बनी रहे सामाजिक समरसता।
- कार्यक्रम में झामुमो नेताओं और सैकड़ों श्रद्धालुओं की रही उपस्थिति।
आस्था के पर्व में भक्ति की बयार
गढ़वा जिले में आस्था, भक्ति और कठिन तपस्या का महापर्व छठ पूरे उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शहर के हर कोने में श्रद्धा और भक्ति की झलक दिखाई दे रही है। इसी क्रम में पूर्व मंत्री एवं झामुमो के केंद्रीय महासचिव मिथिलेश कुमार ठाकुर ने अपने परिवार के साथ रंका मोड़ स्थित घंटाघर के समीप छठ व्रतियों के बीच फल और पूजन सामग्री का वितरण किया।
व्रतियों को मिला स्नेह और सम्मान
इस वितरण कार्यक्रम में ठाकुर परिवार ने 70 पेटी सेव, 40 बोरा नारंगी, 4 क्विंटल सिंघाड़ा, 2 क्विंटल मूंगफली, हरा पत्ता, हल्दी, सुथनी, मूली, अदरख (40 क्विंटल), 30 बोरा नारियल, 5 पेटी अगरबत्ती, और 2 बोरा महावर जैसी सामग्रियाँ भेंट कीं। इस आयोजन से श्रद्धालुओं में अपार उत्साह देखने को मिला।
छठ पर्व का सामाजिक और आध्यात्मिक संदेश
पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने इस अवसर पर सभी व्रतियों और श्रद्धालुओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा:
मिथिलेश ठाकुर: “छठी मईया सबकी मनोकामना पूर्ण करें। हर घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे। गढ़वा समेत पूरे प्रदेश में गंगा-जमुनी तहजीब, सामाजिक एकता और समरसता कायम रहे।”
उन्होंने कहा कि छठ महापर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रकृति और समाज के प्रति आभार प्रकट करने का पर्व है। यह व्रत सूर्य देव और उनकी बहन छठी मईया को समर्पित है, जिन्हें संतान की रक्षा करने वाली देवी माना जाता है।
पौराणिक महत्त्व और परंपराएँ
इस अवसर पर ठाकुर ने बताया कि छठ पूजा की शुरुआत सूर्य पुत्र कर्ण ने की थी। बाद में द्रौपदी ने भी मनोकामना पूर्ति हेतु यह व्रत रखा था। यह पर्व स्वास्थ्य, धन और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस व्रत में पवित्रता, अनुशासन और आत्मसंयम का विशेष महत्व होता है, जो व्यक्ति को आंतरिक शांति प्रदान करता है।
श्रद्धालु और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति
इस अवसर पर पूर्व मंत्री के साथ उनकी पुत्रियाँ सौम्या और सृष्टि, भतीजे, तथा परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे, जिला अध्यक्ष शंभू राम, सचिव शरीफ अंसारी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रेखा चौबे, चंदन जायसवाल, मनीष कुमार, मनोज ठाकुर, नवीन तिवारी, आशीष अग्रवाल, कंचन साहू, और अंकित तिवारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए।
न्यूज़ देखो: आस्था के संग समाज सेवा की मिसाल
गढ़वा में छठ जैसे महापर्व के दौरान इस तरह की सामाजिक पहल न केवल भक्ति का परिचायक है, बल्कि यह समाज में एकता, सहयोग और आपसी सद्भाव का संदेश भी देती है। पूर्व मंत्री की यह पहल स्थानीय स्तर पर सकारात्मक राजनीति और मानवीय संवेदना की मिसाल पेश करती है।
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आस्था से प्रेरित, समाज से जुड़ी सोच
छठ जैसे पर्व हमें सिखाते हैं कि भक्ति के साथ समाज सेवा और एकजुटता भी उतनी ही आवश्यक है। आइए, हम सब मिलकर इस परंपरा को और मजबूत बनाएं — अपने विचार साझा करें, इस खबर को आगे बढ़ाएं और गढ़वा की सकारात्मक पहलों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाएँ।
