Palamau

ताली चेंडी दाई मंदिर में 8 दिसंबर तक पूजा–पाठ और बली बंद, 9 दिसंबर से पुनः शुरू होगा धार्मिक अनुष्ठान

Join News देखो WhatsApp Channel
#नावाबाजार #धार्मिक_घोषणा : बैगा परिवार में गमी के चलते 8 दिसंबर तक ताली चेंडी दाई मंदिर में सभी पूजा–पाठ और बली की प्रक्रिया स्थगित
  • 25 नंबर से 8 दिसंबर तक पूजा–पाठ और बली बंद।
  • 9 दिसंबर से सभी अनुष्ठान सामान्य रूप से पुनः शुरू होंगे।
  • जानकारी बैगा शिव सिंह, कन्हाई सिंह, धर्मेंद्र सिंह ने दी।
  • ट्रस्ट अध्यक्ष अशोक भुईयां व टीम ने घोषणा की पुष्टि की।
  • बैगा परिवार में गमी के कारण निर्णय लिया गया।

नावाबाजार, पलामू स्थित ताली चेंडी दाई मंदिर में 25 नंबर से 8 दिसंबर तक पूजा–पाठ और बली की पूरी प्रक्रिया अस्थायी रूप से रोक दी गई है। मंदिर प्रबंधन समिति ने स्पष्ट किया है कि बैगा परिवार में गमी होने की वजह से यह निर्णय सामूहिक सहमति से लिया गया है। इसके बाद 9 दिसंबर से सभी धार्मिक गतिविधियाँ—पूजा, पाठ और बली—पहले की तरह नियमित रूप से संचालित होंगी। स्थानीय ग्रामीणों और श्रद्धालुओं को अनुष्ठानों में इस अस्थायी विराम की जानकारी देते हुए प्रबंधन ने लोगों से सहयोग की अपील की है।

प्रबंधन ने दी आधिकारिक जानकारी

मंदिर से जुड़े बैगा शिव सिंह, कन्हाई सिंह और धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि परिवार में हुए शोक के कारण यह विराम आवश्यक है, ताकि धार्मिक परंपराओं का पूर्ण सम्मान बना रहे। ताली चेंडी दाई मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक भुईयां, सचिव सचिन रंजय मेहता और कोषाध्यक्ष सुरेंद्र पाल ने भी इस निर्णय की पुष्टि की और कहा कि यह कदम परंपरा एवं सामाजिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर उठाया गया है।

श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील

ट्रस्ट सदस्यों ने कहा कि मंदिर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, इसलिए सभी को समय से सूचना देना जरूरी था। उन्होंने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि इस अवधि में मंदिर न आएं और निर्धारित तिथि 9 दिसंबर से पुनः पूजा–पाठ आरंभ होने पर ही दर्शन के लिए पहुंचें। मंदिर परिसर में यह सूचना पहले से चस्पा कर दी गई है, ताकि किसी श्रद्धालु को असुविधा न हो।

9 दिसंबर से फिर वही धार्मिक वातावरण

मंदिर प्रबंधन ने बताया कि 9 दिसंबर की सुबह से सभी अनुष्ठान पूर्ववत शुरू कर दिए जाएंगे। पूजा–पाठ और बली की प्रक्रिया नियमित समय पर होगी और श्रद्धालु बिना किसी बाधा के दर्शन व पूजा कर सकेंगे। वर्षभर मंदिर में होने वाले अनुष्ठानों के कारण यहाँ स्थानीय एवं बाहरी श्रद्धालुओं की लगातार आवाजाही बनी रहती है, इसलिए इस सूचना का समय पर प्रसार महत्वपूर्ण माना गया।

न्यूज़ देखो: परंपरा, संवेदना और व्यवस्था का संतुलित निर्णय

ताली चेंडी दाई मंदिर द्वारा यह निर्णय धार्मिक परंपरा और सामाजिक संवेदना के अनुरूप है। किसी परिवार में गमी होने पर अनुष्ठानों का विराम एक सांस्कृतिक परिपाटी है, जो समाज की भावनात्मक एकजुटता को दर्शाती है। 9 दिसंबर से पुनः मंदिर का धार्मिक जीवन सामान्य रूप से प्रारंभ होगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र।

परंपराएँ हमें जोड़ती हैं—सूचना साझा करें, जागरूकता बढ़ाएँ

धार्मिक स्थलों की व्यवस्थाओं में सहयोग देना हर श्रद्धालु का दायित्व है। आइए इस सूचना को आगे बढ़ाएं ताकि कोई भी भक्त अनजाने में असुविधा का सामना न करे। अपनी राय साझा करें और जानकारी दूसरों तक पहुँचाकर जागरूकता बढ़ाएँ।

📥 Download E-Paper

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

IMG-20250723-WA0070
IMG-20250610-WA0011
IMG-20251017-WA0018
IMG-20250604-WA0023 (1)
IMG-20250925-WA0154
1000264265
आगे पढ़िए...

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें


Related News

ये खबर आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया दें

Back to top button
error: