
#बरवाडीह #केचकी_संगम : पर्यटकों के लिए नई व्यवस्था – चूल्हा जलाकर खाना पकाने पर लगी रोक, उल्लंघन करने वालों पर ₹500 का जुर्माना
- बरवाडीह प्रखंड के केचकी संगम में अब खुद से चूल्हा जलाकर खाना बनाना पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया।
- वन प्रबंधन समिति और ईडीसी ने मिलकर यह नया नियम लागू किया है।
- नियम तोड़ने पर ₹500 का जुर्माना भरना होगा।
- पर्यटकों के लिए कैफेटेरिया और गजेबो जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
- नियम का उद्देश्य संगम क्षेत्र की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करना है।
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड स्थित केचकी संगम क्षेत्र में पिकनिक मनाने आने वालों के लिए अब नई गाइडलाइन लागू की गई है। वन प्रबंधन समिति और ईको डेवलपमेंट कमेटी (ईडीसी) ने संयुक्त रूप से यह निर्णय लिया है कि संगम स्थल पर कोई भी व्यक्ति खुद से चूल्हा जलाकर खाना नहीं बना सकेगा। ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर उसे ₹500 जुर्माना भरना पड़ेगा।
पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को प्राथमिकता
ईडीसी अध्यक्ष सुरेश सिंह ने बताया कि पिकनिक के दौरान संगम क्षेत्र में लोग खुद से खाना पकाते हैं, जिससे क्षेत्र में काफी गंदगी फैलती है। यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि आने वाले अन्य पर्यटकों के लिए भी असुविधा का कारण बनता है।
सुरेश सिंह ने कहा: “खाना पकाने से अधिक गंदगी फैलती है, जिससे स्वच्छता पर असर पड़ता है। हम चाहते हैं कि केचकी संगम का प्राकृतिक सौंदर्य और स्वच्छता बनी रहे।”
इसी कारण समिति ने यह नियम लागू किया है कि अब कोई भी पर्यटक संगम स्थल पर खुद से खाना नहीं बना सकेगा।
अब उपलब्ध होंगी आधुनिक सुविधाएं
पर्यटन अधिकारी विवेक तिवारी ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत अब सैलानियों को खुद से चूल्हा जलाने की आवश्यकता नहीं है। केचकी संगम परिसर में अब एक सुसज्जित कैफेटेरिया बनाया गया है, जहां लोग ऑर्डर देकर अपनी पसंद का भोजन प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही परिसर में आकर्षक कमरे और गजेबो (छायादार मंडप) भी बनाए गए हैं, ताकि पर्यटक रात में रुककर आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठा सकें।
विवेक तिवारी ने कहा: “हमने संगम स्थल को पर्यटकों के लिए अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित बनाया है। अब यहां हर उम्र के लोग स्वच्छ और सुंदर वातावरण में समय बिता सकेंगे।”
नई व्यवस्था से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
वन विभाग और ईडीसी का मानना है कि इन नए नियमों से न केवल सफाई और अनुशासन में सुधार होगा बल्कि क्षेत्र की पर्यटन छवि भी मजबूत होगी। स्वच्छ वातावरण में आने वाले पर्यटक अधिक सुखद अनुभव प्राप्त करेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।

न्यूज़ देखो: स्वच्छ पर्यटन की दिशा में सकारात्मक कदम
केचकी संगम में लागू यह नया नियम पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ पर्यटन की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। इस तरह की पहलें दिखाती हैं कि प्रशासन अब केवल सुविधाएं नहीं, बल्कि जिम्मेदार पर्यटन को भी बढ़ावा देना चाहता है।
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स्वच्छता से ही बढ़ेगा पर्यटन का मान
प्रकृति को सुंदर बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। केचकी संगम जैसे पर्यटन स्थलों की सुंदरता तभी बनी रह सकती है जब हम नियमों का पालन करें और स्वच्छता को प्राथमिकता दें। आइए, जिम्मेदार पर्यटक बनें—नियमों का सम्मान करें, गंदगी न फैलाएं, और अपने अनुभव को यादगार बनाएं।
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