
#दुमका #सड़क_हादसा : ट्रेलर और बाइक की टक्कर में युवक की मौत – अलग-अलग जगहों पर चार दुर्घटनाओं से क्षेत्र में हड़कंप
- गोपीकांदर में ट्रेलर की टक्कर से जोना टुडू (28) की मौके पर मौत हो गई।
- दो युवक गंभीर रूप से घायल हुए, पुलिस ने भागते ट्रेलर को पकड़ लिया।
- सरैयाहाट के कोरदाहा मोड़ पर बाइक की टक्कर से सुलोचना देवी (40) की मौत।
- शिकारीपाड़ा में स्टोन चिप्स लदा ट्रेलर पलटा, चालक घायल।
- गोपीकांदर में कोयला खाली कर लौट रही हाइवा ब्रेक फेल होने से दुर्घटनाग्रस्त हुई।
दुमका जिले में मंगलवार को हुए लगातार सड़क हादसों की श्रृंखला ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। दिन भर में अलग-अलग जगहों पर चार गंभीर हादसे हुए, जिनमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, सभी घटनाएं तेज रफ्तार और लापरवाही का नतीजा हैं।
गोपीकांदर में ट्रेलर की टक्कर से जोना टुडू की मौत
गोपीकांदर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब ट्रेलर ने बाइक सवार जोना टुडू (28) को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में जोना की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके साथ बैठे दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद ट्रेलर चालक वाहन लेकर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ट्रेलर को पकड़ लिया।
सरैयाहाट में मां-बेटे पर टूटी बाइक की रफ्तार
सरैयाहाट के कोरदाहा मोड़ पर एक तेज रफ्तार अपाची बाइक ने सड़क पार कर रही महिला सुलोचना देवी (40) को जोरदार टक्कर मारी। हादसे में सुलोचना देवी की मौके पर ही मौत हो गई। उनके पुत्र ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बाइक को जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया है।
स्थानीय ग्रामीणों ने कहा: “कोरदाहा मोड़ पर आए दिन हादसे होते हैं। यहां ट्रैफिक साइन और स्पीड ब्रेकर की सख्त जरूरत है।”
शिकारीपाड़ा में ट्रेलर पलटा, चालक घायल
शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में स्टोन चिप्स से लदा ट्रेलर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। इस हादसे में चालक को चोटें आईं और वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय लोगों ने घायल चालक को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य किया और सड़क को खाली कराया।
गोपीकांदर में हाइवा ब्रेक फेल होने से हादसा
इसी क्षेत्र में कोयला खाली कर लौट रही हाइवा गाड़ी अचानक ब्रेक फेल होने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। चालक और खलासी को हल्की चोटें आईं। वाहन सड़क किनारे जाकर पलट गया। पुलिस ने ट्रैफिक बहाल कराने में ग्रामीणों की मदद ली।
लगातार हादसों से दहशत, प्रशासन से कार्रवाई की मांग
दुमका जिले में एक ही दिन में हुई इन चार घटनाओं ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मुख्य सड़कों पर स्पीड लिमिट लागू की जाए, चालकों पर सख्त निगरानी रखी जाए और ब्लाइंड मोड़ों पर सड़क सुरक्षा संकेतक और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।



न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा पर सख्त कदम उठाने का वक्त
दुमका में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं यह दिखाती हैं कि रफ्तार पर नियंत्रण और ट्रैफिक अनुशासन की सख्त जरूरत है। हर हादसे के बाद जागरूकता की बातें होती हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्रवाई न के बराबर रहती है। प्रशासन को चाहिए कि सख्त प्रवर्तन के साथ-साथ लोगों में सड़क सुरक्षा संस्कृति को मजबूत करे।
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रफ्तार नहीं, सावधानी बनें जीवन की रफ्तार
हर यात्री और चालक की जिम्मेदारी है कि सड़क पर संयम और नियमों का पालन करे। जीवन की कीमत किसी मंजिल से बड़ी होती है। चलिए हम सब मिलकर एक सुरक्षित यातायात संस्कृति बनाएं। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और सड़क सुरक्षा के संदेश को आगे बढ़ाएं।




