
#दुमका #हत्या : कारीकादर गांव में आधी रात हुई वारदात – पुलिस ने कुल्हाड़ी बरामद कर शुरू की जांच
- दुमका जिले के कारीकादर गांव में गुरुवार की रात हुई सनसनीखेज हत्या।
- लखन मंडल, जो नाश्ते की दुकान चलाता था, की सोते वक्त कुल्हाड़ी से हत्या की गई।
- अज्ञात अपराधियों ने घर से दूर दुकान के बाहर खाट पर सोए दुकानदार को बनाया निशाना।
- परिजनों ने चैनपुर गांव के चार लोगों पर पुरानी रंजिश का आरोप लगाया।
- पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद कर जांच शुरू की, आरोपियों की तलाश जारी।
दुमका जिले के कारीकादर गांव में गुरुवार की रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक दुकानदार की सोते वक्त बेरहमी से हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान लखन मंडल के रूप में हुई है, जो घर से दूर अपनी नाश्ते की दुकान चलाता था। बताया जा रहा है कि वह रोज की तरह रात में दुकान के बाहर खाट पर सोया हुआ था, तभी अज्ञात हमलावरों ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी जान ले ली। घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
लखन मंडल अपने मेहनती स्वभाव के कारण इलाके में जाना जाता था। वह रोज सुबह-सुबह दुकान खोलकर गांव के लोगों को नाश्ता कराता था। लेकिन गुरुवार की रात उसकी जिंदगी पर अचानक विराम लग गया। पुलिस के अनुसार, हत्या इतनी सुनियोजित थी कि अपराधी घटना के बाद मौके से तुरंत फरार हो गए।
परिजनों ने जताया रंजिश का शक
मृतक के परिजनों ने बताया कि लखन मंडल की चैनपुर गांव के चार लोगों से पुरानी रंजिश थी। उनका कहना है कि उन्हीं लोगों ने बदले की नीयत से इस वारदात को अंजाम दिया है। परिजनों ने पुलिस से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है और कहा कि जब तक अपराधी नहीं पकड़े जाते, परिवार को न्याय नहीं मिलेगा।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद की है। फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया ताकि वैज्ञानिक जांच के आधार पर अपराधियों तक जल्द पहुंचा जा सके। दुमका एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस विभिन्न संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
गांव में पसरा सन्नाटा
इस हत्या के बाद पूरे गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों ने कहा कि लखन मंडल शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और किसी से उनकी कोई सीधी दुश्मनी नहीं थी। ग्रामीणों ने मांग की कि पुलिस आरोपियों को शीघ्र पकड़कर सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में कोई ऐसी वारदात करने से पहले सौ बार सोचे।
न्यूज़ देखो: दुमका की शांति को चुनौती देती यह वारदात
दुमका के कारीकादर गांव में हुई यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि प्रशासनिक सतर्कता पर भी सवाल उठाती है। जब छोटे गांवों में रात के समय अपराधी इतनी आसानी से वारदात को अंजाम दे सकते हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा पर गंभीर चिंतन आवश्यक है। पुलिस को चाहिए कि वह ऐसे संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाए और पुरानी रंजिशों पर नजर रखे।
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सजग नागरिकता ही सुरक्षा की पहली दीवार
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि समाज में जागरूकता और सतर्कता बेहद जरूरी है। हमें अपने आस-पास के माहौल पर नजर रखनी होगी, संदिग्ध गतिविधियों की सूचना समय पर देनी होगी। अपराध तब कमजोर पड़ता है जब समाज एकजुट होकर उसका सामना करता है।
अब वक्त है कि हम सब मिलकर अपराध-मुक्त समाज के निर्माण में योगदान दें।
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