
#सिमडेगा #दुर्घटना : मालगाड़ी की चपेट में आने से ट्रैक्टर चालक युवक की मौत—घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर।
- बानो थाना क्षेत्र के जराकेल बड़ाइक टोली में हुआ हादसा।
- मृतक की पहचान सुकरा बड़ाइक के रूप में हुई।
- मालगाड़ी ट्रेन से कटकर मौके पर ही हुई मौत।
- मृतक रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट पर ट्रैक्टर ड्राइवर के रूप में कर रहा था कार्य।
- बानो थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु सिमडेगा सदर अस्पताल भेजा।
सिमडेगा जिले के बानो थाना क्षेत्र के जराकेल बड़ाइक टोली में सोमवार शाम एक दर्दनाक रेल हादसा हुआ, जिसमें स्थानीय युवक सुकरा बड़ाइक की मालगाड़ी से कटकर मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुकरा बड़ाइक रोज़ की तरह शाम के समय रेलवे ट्रैक पार कर रहा था, तभी अचानक तेज रफ्तार मालगाड़ी वहां से गुज़री और वह उसकी चपेट में आ गया। हादसा इतना भीषण था कि युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
पुलिस ने पहुंचकर शव को लिया कब्जे में
घटना की जानकारी मिलते ही बानो थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को अपने कब्जे में लेकर थाने लाया। इसके बाद आवश्यक कार्रवाई पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सिमडेगा सदर अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह घटना शाम के लगभग समय पर हुई, जब मृतक अपने कार्यस्थल से लौट रहा था।
मृतक रेलवे निर्माण कार्य में था ट्रैक्टर ड्राइवर
ग्रामीणों ने बताया कि सुकरा बड़ाइक रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट पर ट्रैक्टर ड्राइवर के रूप में कार्यरत था। वह रोज़ाना इसी मार्ग से होकर घर आता-जाता था। हादसे के बाद से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतक अपने परिवार में मुख्य कमाने वाला सदस्य था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में मातम पसरा हुआ है।
ग्रामीणों ने की प्रशासन से सहायता की मांग
इस हादसे की खबर फैलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीण बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने प्रशासन से परिवार को त्वरित आर्थिक सहायता और उचित मुआवजा देने की मांग की। साथ ही रेलवे प्रशासन से भी अपील की कि ऐसे संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा प्रबंध और चेतावनी संकेत लगाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
न्यूज़ देखो: रेल मार्ग सुरक्षा पर उठते सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बिना फाटक वाले ट्रैक पार करने की मजबूरी अक्सर ऐसी घटनाओं का कारण बनती है। स्थानीय प्रशासन और रेलवे को मिलकर ऐसे स्थानों पर सुरक्षा अभियान, बाड़बंदी और जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सावधानी ही सुरक्षा की कुंजी है
रेल मार्ग पार करते समय एक छोटी सी लापरवाही भी जीवन पर भारी पड़ सकती है।
अब समय है कि हम सब मिलकर रेल सुरक्षा नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
हर व्यक्ति की जागरूकता एक जीवन बचा सकती है—अपने गांव और मोहल्ले में रेल सुरक्षा पर चर्चा करें, सतर्क रहें।
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