
#लातेहार #पर्यटन : महुआडांड़ का प्रसिद्ध सुग्गा बांध दिसंबर से फरवरी तक बनेगा पिकनिक और प्राकृतिक पर्यटन का मुख्य आकर्षण।
- लातेहार जिले के महुआडांड़ अनुमंडल में स्थित सुग्गा बांध सर्दियों में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र।
- दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक पिकनिक सीजन में पर्यटकों का स्वागत करने को तैयार।
- बांध परिसर में सौंदर्यीकरण और साफ-सफाई का काम पूरा।
- हरे-भरे जंगल, पहाड़ और शांत झील इस स्थल को बनाते हैं विशिष्ट।
- स्थानीय लोगों ने आगंतुकों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की।
लातेहार जिले के महुआडांड़ अनुमंडल में स्थित प्रसिद्ध सुग्गा बांध इस बार फिर पर्यटकों और पिकनिक प्रेमियों के लिए खुलने जा रहा है। दिसंबर की ठंडी हवाओं और सर्दियों की मनमोहक धूप के बीच यह प्राकृतिक स्थल अपनी पूरी सुंदरता में निखर चुका है। प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से पूरे बांध परिसर को नए रंगों में सजाया और संवारा गया है ताकि आने वाले पर्यटक इसे नए अनुभव के रूप में महसूस कर सकें।
दिसंबर से फरवरी तक रहेगा पर्यटन का चरम मौसम
हर साल दिसंबर से फरवरी के बीच सुग्गा बांध में हजारों की संख्या में लोग पिकनिक, पारिवारिक सैर और प्राकृतिक सुकून के लिए पहुंचते हैं। इस वर्ष भी दिसंबर 2025 से लेकर फरवरी 2026 तक यह स्थल अपने पूरे सौंदर्य और नई सुविधाओं के साथ आगंतुकों का स्वागत करने को तैयार रहेगा। आगंतुकों के लिए आरामदायक और सुरक्षित माहौल, बैठने की व्यवस्था, पार्किंग और बच्चों के खेलने की जगह जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
प्रकृति की गोद में सुकून और सादगी का संगम
हरे-भरे जंगलों, ऊँची पहाड़ियों और निर्मल झील से घिरा सुग्गा बांध झारखंड के सबसे सुंदर प्राकृतिक स्थलों में से एक माना जाता है। यहाँ की शांति, स्वच्छता और हरियाली पर्यटकों को बार-बार आने के लिए प्रेरित करती है। यह स्थल सिर्फ पिकनिक के लिए ही नहीं बल्कि प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए भी आदर्श जगह बन चुका है।
स्थानीय लोगों की अपील—स्वच्छता और संतुलन बनाए रखें
स्थानीय ग्रामीणों और प्रशासन ने पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वे स्थल की स्वच्छता और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में सहयोग करें। उनका कहना है कि सुग्गा बांध सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि महुआडांड़ की पहचान और झारखंड की प्राकृतिक धरोहर है। यदि पर्यटक इसे स्वच्छ रखें, तो आने वाली पीढ़ियाँ भी इस सुंदरता का आनंद ले सकेंगी।

न्यूज़ देखो: पर्यटन से बढ़ेगा स्थानीय विकास
सुग्गा बांध में बढ़ता पर्यटन स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए भी उम्मीद की नई किरण है। यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय दुकानों, हस्तशिल्प और खाद्य व्यवसायों से जुड़ते हैं, जिससे ग्रामीणों की आय में वृद्धि होती है। प्रशासन यदि इन स्थलों पर पर्यटन नीति के तहत नियमित आयोजन और प्रचार करे, तो लातेहार जिले को प्राकृतिक पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान मिल सकती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रकृति से जुड़ें, पर्यावरण बचाएं
सुग्गा बांध केवल एक सैरगाह नहीं, बल्कि प्रकृति का जीवंत उपहार है।
अब समय है कि हम सब मिलकर इसके सौंदर्य और संतुलन को बनाए रखें।
जब हम पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनेंगे, तभी यह धरती हमेशा हरी-भरी और जीवनदायिनी बनी रहेगी।
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