
#गिरिडीह #हिटएंडरन : एसडीओ अनिमेष रंजन की अध्यक्षता में बैठक, लंबित मामलों में तेजी लाने के आदेश
- गुरुवार को एसडीओ अनिमेष रंजन की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित।
- एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद, सभी अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी और ओपी प्रभारी हुए शामिल।
- अनुमंडल क्षेत्र के लंबित हिट एंड रन मामलों की स्थिति पर बिंदुवार चर्चा।
- जांच की गति बढ़ाने, अद्यतन रिपोर्ट देने और जिम्मेदारी तय करने के निर्देश।
- संवेदनशील स्थानों पर निगरानी बढ़ाने और रात्रि गश्ती को सुदृढ़ करने का आदेश।
खोरीमहुआ अनुमंडल क्षेत्र में बढ़ते हिट एंड रन मामलों को लेकर प्रशासन अब पूरी तरह गंभीर हो गया है। गुरुवार को अनुमंडल पदाधिकारी अनिमेष रंजन की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में लंबित मामलों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में उपस्थित एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद, सभी अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी और ओपी प्रभारी से प्रत्येक मामले की प्रगति रिपोर्ट ली गई।
एसडीओ ने स्पष्ट किया कि हिट एंड रन से जुड़े मामलों में किसी भी स्तर पर देरी स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने सभी थानों को निर्देश दिया कि लंबित मामलों की जांच में तेजी लाई जाए और हर मामले में समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवारों को समय पर सहायता उपलब्ध कराने पर भी विशेष जोर दिया।
जांच की प्रगति पर कड़ी निगरानी
बैठक में तय किया गया कि प्रत्येक थाना अपनी अद्यतन रिपोर्ट नियमित रूप से अनुमंडल कार्यालय को उपलब्ध कराएगा।
अनुसंधान में धीमी गति या लापरवाही पाए जाने पर संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
एसडीओ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हिट एंड रन घटनाओं के कारण, स्थान और पैटर्न का विश्लेषण कर रोकथाम के उपाय भी सुनिश्चित किए जाएं।
सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश
अनुमंडल क्षेत्र के संवेदनशील और दुर्घटना-प्रवण स्थलों पर निगरानी बढ़ाने को कहा गया।
रात्रि गश्ती को अधिक प्रभावी बनाने और तेज रफ्तार व लापरवाह वाहन चालकों पर कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
एसडीओ का कहना था कि हिट एंड रन की घटनाओं में कमी तभी आएगी जब निगरानी, कानून-व्यवस्था और सड़क सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा।
न्यूज़ देखो: हिट एंड रन पर प्रशासन की सक्रियता ज़रूरी
हिट एंड रन जैसी घटनाएं आम लोगों के जीवन और सुरक्षा पर सीधा असर डालती हैं। ऐसे मामलों की लंबित फाइलें न सिर्फ न्याय में देरी करती हैं, बल्कि पीड़ित परिवारों की पीड़ा भी बढ़ाती हैं। खोरीमहुआ प्रशासन द्वारा की गई समीक्षा पहल सही दिशा में कदम है, लेकिन इसके परिणाम तभी दिखेंगे जब जमीनी स्तर पर गश्ती, निगरानी और जांच को मजबूती मिलेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी
जब प्रशासन सख्त होता है, तो बदलाव की उम्मीद और बढ़ जाती है। अब जरूरत है कि नागरिक भी नियमों का पालन करें और दुर्घटना रोकने में सहयोग दें।
आपके क्षेत्र में भी सड़क सुरक्षा की समस्या है? अपनी राय कमेंट में लिखें, खबर साझा करें और जागरूकता बढ़ाएं।





