
#लातेहार #पारिवारिकविवाद : पति से विवाद के बाद मां ने बच्ची के साथ कुएं में लगाई छलांग—दोनों के शव मिलने से गांव में फैली शोक की लहर
- लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड के बेलवाडीह गांव में घटी दर्दनाक घटना।
- पति से हुए झगड़े के बाद महिला ने तीन वर्षीय बच्ची संग कुएं में लगाई छलांग।
- रविवार सुबह दोनों के शव धान के खेत स्थित कुएं में तैरते मिले।
- पुलिस ने शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
- मृतका के मायके पक्ष की ओर से अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है।
- थाना प्रभारी अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि जांच जारी है।
लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड के बसिया पंचायत अंतर्गत बेलवाडीह गांव में शुक्रवार को हुए एक पारिवारिक विवाद ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। पति से झगड़े के बाद एक महिला ने अपनी तीन वर्षीय बेटी के साथ कुएं में छलांग लगाकर जान दे दी। रविवार की सुबह ग्रामीणों ने दोनों के शवों को कुएं में तैरते देखा, जिसके बाद पूरे गांव में मातम छा गया और अफरा-तफरी मच गई।
झगड़े के बाद घर छोड़ निकली थी महिला
मिली जानकारी के अनुसार, मृतका का नाम सुखमणि देवी (30 वर्ष) था। शुक्रवार को उसका अपने पति भागीरथी यादव से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। गुस्से में आकर वह अपनी तीन वर्षीय बच्ची दिव्या कुमारी को साथ लेकर घर से निकल गई। बताया जाता है कि उसने अपने बेटे को भी साथ ले जाने की कोशिश की, लेकिन किसी कारणवश वह नहीं जा सकी और बेटा घर में ही रह गया।
परिवारवालों को लगा कि सुखमणि देवी नाराज होकर अपने मायके या किसी रिश्तेदार के घर चली गई हैं। लेकिन देर रात तक जब वह वापस नहीं लौटीं तो घरवालों ने आसपास के इलाकों में उसकी खोजबीन शुरू की।
रविवार सुबह मिली भयावह खबर
रविवार की सुबह गांव के लोहरा टोली (सुइया टोली) के पास स्थित धान के खेत में बने कुएं में ग्रामीणों ने दोनों शवों को तैरते हुए देखा। इस दृश्य ने पूरे गांव को हिला दिया। ग्रामीणों ने तत्काल घटना की सूचना बालूमाथ थाना पुलिस को दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से दोनों शवों को कुएं से बाहर निकाला गया। इसके बाद उन्हें सदर अस्पताल लातेहार भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की पुष्टि करते हुए बालूमाथ थाना प्रभारी अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि अभी तक मृतका के मायके पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि मामले की प्रारंभिक जांच की जा रही है और आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
थाना प्रभारी अमरेन्द्र कुमार ने कहा: “हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं। मायके पक्ष से बयान मिलने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।”
परिवार और गांव में पसरा मातम
इस घटना के बाद भागीरथी यादव का पूरा परिवार सदमे में है। बताया गया कि भागीरथी यादव ट्रक में खलासी का काम करता है और वह मूकबधिर है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि संवादहीनता और घरेलू तनाव के चलते यह घटना घटी हो।
गांव के लोगों ने बताया कि सुखमणि देवी एक शांत स्वभाव की महिला थीं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से घरेलू कलह में परेशान चल रही थीं। दोनों शवों के अंतिम संस्कार की तैयारी गांव में ही की गई, जहां सैकड़ों ग्रामीणों ने नम आंखों से मां-बेटी को विदाई दी।
न्यूज़ देखो: घरेलू विवाद की कीमत बनी दो जिंदगियां
यह घटना फिर एक बार बताती है कि घरेलू कलह किस तरह निर्दोष जिंदगियों को निगल जाती है। समाज में मानसिक तनाव और संवाद की कमी कई बार असहनीय स्थितियों को जन्म देती है। जरूरत है कि परिवारों में मतभेदों को समय रहते सुलझाया जाए और समाज ऐसे मामलों में संवेदनशील भूमिका निभाए।
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संवेदनशील बनें, रिश्तों में संवाद बढ़ाएं
यह दुखद घटना एक चेतावनी है कि छोटी-छोटी बहसें भी बड़े हादसों में बदल सकती हैं। परिवारों में संवाद, समझ और सहानुभूति की कमी कई जिंदगियों को उजाड़ देती है। यदि आसपास कोई तनावग्रस्त या परेशान दिखे, तो उसकी मदद करें, उससे बात करें—शायद आपकी एक बातचीत किसी की जिंदगी बचा ले।
अब समय है कि हम सब एक जिम्मेदार समाज बनें, घरेलू हिंसा और तनाव के खिलाफ आवाज उठाएं। अपनी राय कमेंट में लिखें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता फैले और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।




