
#मेदिनीनगर #सामाजिक_पहल : सदर प्रखंड की पंचायतों में वंचित वर्ग को ठंड से बचाव की सहायता।
पलामू जिले के मेदिनीनगर सदर प्रखंड में चलो गांव की ओर कार्यक्रम के तहत शीतलहर से प्रभावित जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण किया गया। 23 दिसंबर से शुरू इस अभियान के अंतर्गत झाबर पंचायत के कई गांवों में गरीब, आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों को राहत पहुंचाई गई। कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस प्रदेश सचिव लक्ष्मी नारायण तिवारी के नेतृत्व में किया गया। लगातार बढ़ती ठंड के बीच यह पहल ग्रामीण स्तर पर मानवीय संवेदनशीलता का महत्वपूर्ण उदाहरण बनी है।
- चलो गांव की ओर कार्यक्रम 23 दिसंबर से लगातार संचालित।
- सदर प्रखंड, झाबर पंचायत के कई गांवों में कंबल वितरण।
- 40 गरीब आदिवासी, दलित व पिछड़े वर्ग के लोग लाभान्वित।
- लक्ष्मी नारायण तिवारी, कांग्रेस प्रदेश सचिव के नेतृत्व में आयोजन।
- वितरण कार्यक्रम में अमरेश कुमार पाण्डेय और विद्या सिंह चेरो की सहभागिता।
मेदिनीनगर सदर प्रखंड में जारी “चलो गांव की ओर” अभियान के तहत शनिवार को झाबर पंचायत के विभिन्न गांवों में कंबल वितरण किया गया। 23 दिसंबर से प्रारंभ इस सामाजिक अभियान को आगे बढ़ाते हुए पिढिया, कुन्डेलवा और नुआढोड़ गांवों में गरीब जनजातीय, दलित, आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के कुल 40 लोगों को कंबल प्रदान किए गए। लगातार चल रही शीतलहर और गिरते तापमान के बीच यह सहायता ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत साबित हो रही है।
आयोजन का उद्देश्य और नेतृत्व
इस कार्यक्रम का आयोजन लक्ष्मी नारायण तिवारी, कांग्रेस प्रदेश सचिव द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि कड़ाके की ठंड में जब गरीब तबके के लिए जीवन कठिन हो जाता है, तब समाज के सक्षम लोगों का दायित्व बनता है कि वे आगे आकर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि यह प्रयास उनकी निजी आय से किया गया एक “गिलहरी प्रयास” है, ताकि कुछ परिवारों को ठंड से बचाया जा सके। आने वाले दिनों में इस अभियान को और गांवों तक विस्तारित किया जाएगा।
किन गांवों तक पहुंची सहायता
सदर प्रखंड के झाबर पंचायत अंतर्गत पिढिया, कुन्डेलवा और नुआढोड़ गांवों में कंबल वितरण किया गया। इसके साथ ही लहलहे और सिन्दुरिया गांवों में ग्रामीणों से संपर्क कर उनकी स्थिति का जायजा लिया गया, ताकि आगामी चरण में वहां भी सहायता पहुंचाई जा सके। ग्रामीणों ने इस पहल को ठंड के मौसम में बेहद जरूरी और सराहनीय बताया।
लाभान्वित हुए ग्रामीण
कंबल वितरण के दौरान तारा देवी, मंजू देवी, रामपति देवी, लखपतिया, सवन्ती मुसहरिन, करीमा मुसहरिन, गुठली मुसहरिन, सरिता मुसहरिन, सुदामा यादव, नीरु उरांव सहित अनेक जरूरतमंद ग्रामीण उपस्थित थे। लाभार्थियों ने कहा कि शीतलहर के इस दौर में कंबल मिलने से रातें काटना आसान होगा और बच्चों व बुजुर्गों को विशेष राहत मिलेगी।
जनप्रतिनिधियों की सहभागिता
इस वितरण कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष अमरेश कुमार पाण्डेय एवं जिला उपाध्यक्ष विद्या सिंह चेरो भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए ग्रामीणों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान सामाजिक एकजुटता को मजबूत करते हैं और जरूरतमंदों में भरोसा पैदा करते हैं।

न्यूज़ देखो: ठंड में संवेदना का जीवंत उदाहरण
चलो गांव की ओर अभियान यह दिखाता है कि सामाजिक जिम्मेदारी केवल सरकारी योजनाओं तक सीमित नहीं है। व्यक्तिगत स्तर पर किए गए प्रयास भी समाज के कमजोर वर्गों के लिए बड़ा सहारा बन सकते हैं। शीतलहर के समय ऐसी पहल प्रशासन और समाज दोनों के लिए प्रेरक है। अब यह देखना अहम होगा कि यह अभियान आगे किन क्षेत्रों तक पहुंचता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
इंसानियत की गर्माहट से ही ठंड को दी जा सकती है मात
कड़ाके की ठंड में थोड़ी-सी मदद भी किसी के लिए जीवन रक्षक बन सकती है। अगर समाज का हर व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दे, तो कोई भी परिवार ठंड से असहाय नहीं रहेगा। ऐसे प्रयासों को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएं। अपनी राय कमेंट में साझा करें, खबर को दूसरों तक पहुंचाएं और मानवीय जिम्मेदारी का संदेश फैलाएं।





