
#दुमका #स्वास्थ्य_विकास : उपायुक्त ने स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए दिए निर्देश, साथ ही रक्तदान अभियान को लेकर विशेष अपील की।
- उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने स्वास्थ्य विभाग की बैठक में की समीक्षा।
- फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अल्ट्रासोनोग्राफी केंद्र के नवीकरण के निर्देश दिए।
- निजी अल्ट्रासोनोग्राफी केंद्रों के पंजीकरण और संचालन की स्थिति की समीक्षा हुई।
- क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत नियमित जांच पर जोर।
- आयुष्मान भारत योजना के ई-केवाईसी कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश।
- 12 से 28 नवंबर तक पूरे जिले में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे।
दुमका उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अल्ट्रासोनोग्राफी केंद्र को आधुनिक उपकरणों और सुविधाओं से युक्त किया जाए ताकि मरीजों को बेहतर सेवा मिल सके।
स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की गहन समीक्षा
बैठक में निजी अल्ट्रासोनोग्राफी केंद्रों के पंजीकरण एवं संचालन की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत सभी निजी स्वास्थ्य संस्थानों की नियमित जांच की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी केंद्र बिना वैध पंजीकरण के संचालित न हो।
उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने कहा: “जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा देना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के ई-केवाईसी कार्य को शीघ्रता से पूर्ण करने का भी निर्देश दिया, ताकि पात्र लाभुकों को समय पर निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सके।
जिले में बड़े पैमाने पर रक्तदान शिविर का आयोजन
बैठक में सिविल सर्जन ने जानकारी दी कि 12 नवंबर से 28 नवंबर तक पूरे दुमका जिले के सभी प्रखंडों में रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे। इस अभियान का उद्देश्य जरूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त उपलब्ध कराना है।
सिविल सर्जन ने कहा कि अस्पतालों में रक्त की कमी न हो, इसके लिए लोगों को आगे आकर इस पुनीत कार्य में भाग लेना चाहिए।
सिविल सर्जन ने कहा: “रक्तदान जीवनदान है, आइए इस पुनीत कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।”
इन शिविरों में सरकारी कर्मचारियों, छात्रों, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी की उम्मीद जताई गई है।
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता
दुमका प्रशासन का यह कदम न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की दिशा में ठोस पहल है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जनहित में कार्य करने की प्रशासनिक इच्छाशक्ति मजबूत है। स्वास्थ्य सेवाओं की नियमित समीक्षा और रक्तदान अभियान जैसी पहलें जिले में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जनहित में जागरूकता का संदेश
स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाना सिर्फ प्रशासन की नहीं, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। रक्तदान जैसे पुनीत कार्य समाज को जीवन देने का प्रतीक हैं। आइए हम सब मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं और स्वस्थ समाज की दिशा में योगदान दें।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और दूसरों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करें — क्योंकि एक बूंद खून किसी की ज़िंदगी बचा सकती है।




