
#रानेश्वर #सड़कदुर्घटना : पुराने गेट के पास दो बाइक आमने-सामने आने से बड़ा हादसा टला, लेकिन अचानक फिसलने से महिला गंभीर रूप से घायल हुईं।
- रानेश्वर प्रखंड मुख्यालय के पुराने गेट के पास दो बाइक की आमने-सामने की स्थिति।
- अचानक ब्रेक लगते ही बाइक फिसल गई, जिससे महिला झरना घोष गंभीर रूप से घायल।
- महिला अपने पिता के अंतिम संस्कार से घर लौट रही थीं।
- मौके पर स्थानीय लोग व BJP कार्यकर्ता बाबू पात्रा ने तुरंत सहायता की।
- डॉ. आज़ाद शेखर पंडित ने प्राथमिक उपचार कर महिला को सिउड़ी सदर अस्पताल रेफर किया।
- बाइक चालक दानदेव खोयरा भी हल्का घायल।
रानेश्वर प्रखंड मुख्यालय के पुराने गेट के पास शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो बाइक आमने-सामने की दिशा में आने से अचानक ब्रेक लगाया गया और एक बाइक फिसलकर गिर गई। इस घटना में बाइक पर सवार झरना घोष गंभीर रूप से घायल हो गईं। बताया गया कि वह अपने पिता के अंतिम संस्कार से घर लौट रही थीं और मानसिक व शारीरिक रूप से पहले ही भारी सदमे में थीं। गिरने के बाद उनके पैर टूटने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें उठाया और प्राथमिक सहायता प्रदान की। हादसे के दौरान दूसरी बाइक के चालक दानदेव खोयरा को भी हल्की चोटें आई हैं।
हादसे के बाद त्वरित राहत, घायल महिला को रेफर किया गया
राहगीरों और स्थानीय लोगों ने बिना देर किए घायल महिला की सहायता की। भाजपा कार्यकर्ता बाबू पात्रा ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए उन्हें तुरंत रानेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां मौजूद डॉ. आज़ाद शेखर पंडित ने उनका प्राथमिक उपचार किया और स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए सिउड़ी सदर अस्पताल रेफर कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर अचानक मोड़ और तेज रफ्तार के कारण इस तरह की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं, जिस पर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।
सड़क सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोग लंबे समय से इस क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ करने और सड़क सुरक्षा संकेत लगाने की मांग करते रहे हैं। लगातार सड़क हादसों ने लोगों में चिंता बढ़ा दी है। इस घटना के बाद एक बार फिर सड़क पर मोड़ व भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा प्रबंधों की कमी उजागर हुई है।
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत
रानेश्वर की यह दुर्घटना बताती है कि सड़क सुरक्षा अब संवेदनशील मुद्दा बन चुका है। प्रशासन द्वारा उचित संकेतक, गति-नियंत्रण उपाय और लोगों में जागरूकता बढ़ाना बेहद जरूरी है। हादसों के बाद त्वरित राहत भले मिल रही हो, लेकिन रोकथाम ही सबसे बड़ा समाधान है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सुरक्षा जागरूकता ही बचाव का सबसे सशक्त उपाय
हर नागरिक को सड़क पर चलते समय सावधानी, हेलमेट का उपयोग और नियंत्रित रफ्तार जैसे मूल नियमों का पालन करना चाहिए। सड़क सुरक्षा से हम न केवल अपनी बल्कि दूसरों की जिंदगी भी सुरक्षित रखते हैं। इस खबर को शेयर करें, जागरूकता फैलाएं और सुरक्षित समाज के निर्माण में योगदान दें।





