
#गिरिडीह #अवैध_शराब : पिपराडीह गांव में चल रही नकली शराब फैक्ट्री पर पुलिस का छापा, बोलेरो समेत भारी मात्रा में सामग्री जब्त
- तिलकडीह पंचायत के पिपराडीह गांव में चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री।
- तीन आरोपी नकली शराब भराई व पैकिंग करते पकड़े गए।
- बोलेरो वाहन समेत शराब, बोतल, स्टीकर और ढक्कन जब्त।
- नकली शराब बिहार भेजने की थी तैयारी।
- छापेमारी एसडीपीओ खोरीमहुआ के नेतृत्व में हुई।
गिरिडीह जिले में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। शुक्रवार की रात गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने तिलकडीह पंचायत के पिपराडीह गांव में संचालित एक नकली अंग्रेजी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। इस दौरान पुलिस ने मौके से तीन आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया, जो नकली अंग्रेजी शराब की भराई और पैकिंग में जुटे हुए थे।
यह कार्रवाई उस समय की गई जब पुलिस को सूचना मिली कि पिपराडीह गांव में नकली अंग्रेजी शराब तैयार कर उसे बिहार भेजने की तैयारी चल रही है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई की गई।
गुप्त सूचना पर बनी संयुक्त टीम
पुलिस अधीक्षक को मिली सूचना के सत्यापन के बाद एसडीपीओ खोरीमहुआ के नेतृत्व में भेलवाघाटी थाना और देवरी थाना की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम ने देर रात पिपराडीह गांव में छापेमारी कर अवैध शराब निर्माण के अड्डे को घेर लिया।
भराई करते रंगे हाथ पकड़े गए आरोपी
छापेमारी के दौरान पुलिस ने पुरा टुडू के घर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई:
- पुरा टुडू (62 वर्ष)
- प्रदीप मंडल (40 वर्ष)
- सुलेन टुडू (20 वर्ष)
तीनों आरोपी नकली अंग्रेजी शराब की बोतलों में भराई और पैकिंग का काम कर रहे थे। पुलिस को मौके से भारी मात्रा में शराब और पैकिंग सामग्री बरामद हुई।
पूछताछ में हुआ बड़े नेटवर्क का खुलासा
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे यह अवैध कार्य हेमलाल साहू (निवासी मणिकबाद) और स्टीफन मरांडी (निवासी विधसडीह) के कहने पर कर रहे थे। तैयार की गई नकली शराब को बोलेरो वाहन के माध्यम से बिहार भेजा जाता था, जहां इसकी खपत की जाती थी।
भारी मात्रा में सामग्री जब्त
छापेमारी के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री से निम्नलिखित सामग्री जब्त की:
- White 175 एमएल अंग्रेजी शराब की 8 बोतलें
- Seagram ब्रांड की 100 खाली बोतलें
- लगभग 40 लीटर शराब जैसा तरल पदार्थ
- Iconiq White, Royal Stag, McDowell’s, Sterling Reserve, Imperial Blue ब्रांड के स्टीकर और ढक्कन
- बोलेरो वाहन संख्या BR-06PB-1142, जिसमें Sterling Reserve 375 एमएल की बोतलें लदी थीं
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
इस मामले में जानकारी देते हुए एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद ने कहा:
एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद ने कहा: “गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर इस अवैध शराब नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।”
पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क की जड़ें काफी गहरी हो सकती हैं और इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
न्यूज़ देखो: जहरीली शराब पर बड़ा प्रहार
नकली शराब न केवल कानून व्यवस्था बल्कि आम जनता की जान के लिए भी गंभीर खतरा है। गिरिडीह पुलिस की यह कार्रवाई अवैध शराब कारोबारियों के लिए कड़ा संदेश है कि ऐसे धंधों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समाज की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी
नकली शराब से सबसे ज्यादा गरीब और मजदूर तबका प्रभावित होता है।
ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्ती जरूरी है।
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