
#गढ़वा #छठ_पर्व : संस्था ने व्रतियों के बीच अर्घ्य सामग्री का वितरण कर छठ पर्व की पवित्रता और सामाजिक सहयोग का संदेश दिया
- कन्या विवाह एंड विकास सोसाइटी ने सोमवार को व्रतियों के बीच साड़ी और आम की लकड़ी का वितरण किया।
- छठ घाट की साफ-सफाई और व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया।
- संध्या अर्घ्य और भोर अर्घ्य के समय व्रतियों के लिए दूध और अर्घ्य सामग्री की निःशुल्क व्यवस्था होगी।
- महापर्व के दिन घाट पर भव्य झांकी के माध्यम से छठ महापर्व की पवित्रता और परंपरा का प्रदर्शन किया जाएगा।
- कार्यक्रम में संस्था के सचिव विकास कुमार माली, कोषाध्यक्ष ऊषा कुमारी, और अन्य कार्यकर्ता व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
- पहल ने समाज में एकता, सहयोग और धार्मिक अनुशासन को बढ़ावा दिया।
गढ़वा में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर सोमवार को श्रद्धा और सेवा का अद्भुत संगम देखने को मिला। कन्या विवाह एंड विकास सोसाइटी की ओर से छठ व्रतियों के बीच अर्घ्य के लिए साड़ी और आम की लकड़ी का वितरण किया गया। संस्था ने इस बार विशेष रूप से छठ व्रतियों की सुविधा और घाट की स्वच्छता पर ध्यान दिया।
छठ पर्व का धार्मिक और सामाजिक संदेश
संस्था के सचिव विकास कुमार माली ने बताया कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति का सबसे पवित्र और अनुशासनपूर्ण पर्व है, जिसमें सूर्य उपासना के साथ ही प्रकृति और जल की शुद्धता का संदेश निहित है। उन्होंने कहा कि दानरो नदी छठ घाट की सफाई का कार्य पूरा कर लिया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
विकास कुमार माली ने कहा: “हमारा लक्ष्य है कि हर व्रती बिना किसी परेशानी के श्रद्धा के साथ सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित कर सके।”
संस्था ने यह भी सुनिश्चित किया कि संध्या अर्घ्य और भोर अर्घ्य के समय व्रतियों को दूध और अर्घ्य सामग्री निःशुल्क मिले। महापर्व के दिन घाट पर भव्य झांकी के माध्यम से छठ महापर्व की पवित्रता, परंपरा और धार्मिक महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा।
संगठन और कार्यकर्ताओं की भूमिका
कार्यक्रम में संस्था की कोषाध्यक्ष ऊषा कुमारी, विभूति पांडे, ललन यादव, संजुक्ता देवी, मुन्ना कुमार, यमुना महतो, सोनू कुमार, लवकेश यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित थे। सभी ने मिलकर घाट की सफाई, सजावट और व्यवस्था को लेकर अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाई।
छठ घाट पर मौजूद व्रतियों और श्रद्धालुओं ने संस्था की इस पहल की सराहना की और कहा कि इस तरह के सामाजिक कार्य न केवल धार्मिक आयोजनों में सुविधा प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना भी मजबूत करते हैं।
न्यूज़ देखो: गढ़वा में छठ पर्व पर सेवा और श्रद्धा का संगम
इस पहल से यह स्पष्ट हुआ कि गढ़वा में छठ पूजा केवल भक्ति का पर्व नहीं, बल्कि समाज में सहयोग, स्वच्छता और पारस्परिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देने का अवसर भी है। संस्था ने सुनिश्चित किया कि व्रतियों को श्रद्धा के साथ पर्व संपन्न करने का पूर्ण अवसर मिले। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
श्रद्धा, सेवा और सहयोग से छठ पर्व को बनाएं और भी विशेष
यह आयोजन हमें याद दिलाता है कि त्योहार केवल पूजा का अवसर नहीं, बल्कि समाज में सहयोग, स्वच्छता और सामूहिक जिम्मेदारी का भी पर्व है। आप सभी व्रतियों और नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस पर्व को अनुशासन और श्रद्धा के साथ मनाएं। अपने अनुभव साझा करें, खबर को साझा करें और समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाएं।




