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गिरिडीह: राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर समाहरणालय सभागार में भावपूर्ण सामूहिक गायन

#गिरिडीह #राष्ट्रीय_गीत : राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है।
  • राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर समाहरणालय सभागार में सामूहिक गायन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
  • कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देशभक्ति की भावना और स्वतंत्रता संग्राम में वंदे मातरम् की भूमिका को याद करना था।
  • जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय, अनुमंडल कार्यालय और प्रखंड कार्यालयों में भी सामूहिक गायन के आयोजन किए गए।
  • जिला उपायुक्त ने कहा कि यह गीत मातृभूमि के प्रति समर्पण, त्याग और राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने वाला अमर गीत है।

गिरिडीह जिले में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर समाहरणालय सभागार में भावपूर्ण सामूहिक गायन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देना और स्वतंत्रता संग्राम में वंदे मातरम् की ऐतिहासिक भूमिका को याद करना था।

जिला प्रशासन ने सभी कार्यालयों में मनाया उत्सव

जिला उपायुक्त रामनिवास यादव ने अपने संबोधन में उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को इस अवसर पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि देश की आत्मा, स्वाभिमान और स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा का प्रतीक है। इसके माध्यम से नई पीढ़ी में देशभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत किया जा सकता है।

जिला उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा: “आज बड़े ही गर्व की बात है कि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। यह गीत हमें मातृभूमि के प्रति समर्पण और त्याग की भावना से ओतप्रोत करता है।”

समारोह में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी और जिला नजारत उप समाहर्ता समेत सभी कार्यालय प्रधान, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि जिला मुख्यालय, अनुमंडल कार्यालय और प्रखंड कार्यालयों में भी इस गीत का सामूहिक गायन आयोजित किया जाए, जिससे जिलेभर में देशभक्ति की भावना फैल सके।

देशभक्ति और सांस्कृतिक जागरूकता का संदेश

इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं है, बल्कि यह स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा, मातृभूमि के प्रति सम्मान और देशभक्ति की भावना का प्रतीक है। कार्यक्रम ने उपस्थित सभी नागरिकों और कर्मचारियों में राष्ट्रीय चेतना और समर्पण की भावना को जागृत किया।

न्यूज़ देखो: देशभक्ति की अमर धरोहर

वंदे मातरम् का 150वां वर्ष पूरे देश में मनाया जा रहा है। गिरिडीह जिले में आयोजित यह कार्यक्रम दर्शाता है कि प्रशासन और नागरिक मिलकर राष्ट्रीय गीत और देशभक्ति की परंपराओं को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। यह आयोजन युवा पीढ़ी को देशभक्ति के महत्व और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति सजग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सजग नागरिक बनें, देशभक्ति को आगे बढ़ाएं

राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर यह अवसर हमें याद दिलाता है कि देशभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। सजग रहें, सक्रिय बनें और अपने बच्चों एवं समाज में देशभक्ति की भावना को फैलाएं। इस खबर को शेयर करें, अपनी राय कमेंट में बताएं और देशभक्ति के इस संदेश को और लोगों तक पहुँचाएं।

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Surendra Verma

डुमरी, गिरिडीह

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