
#सिमडेगा #मानवीय_सेवा : गरीब नवाज़ रिलीफ़ फ़ाउंडेशन ने ठंड से जूझते जरूरतमंदों को रात में कंबल बांटकर दी राहत।
- गरीब नवाज़ रिलीफ़ फ़ाउंडेशन (GNRF) द्वारा सिमडेगा में कंबल वितरण अभियान।
- 23 दिसंबर 2025 की रात शहर के विभिन्न इलाकों में सेवा कार्य।
- फुटपाथों व खुले स्थानों पर सो रहे गरीब व बेसहारा लोगों को कंबल।
- डोर-टू-डोर जरूरतमंद परिवारों तक भी पहुंचाई गई मदद।
- सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय युवाओं की सक्रिय भागीदारी।
सिमडेगा जिले में जारी कड़ाके की ठंड के बीच गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से गरीब नवाज़ रिलीफ़ फ़ाउंडेशन (GNRF) दावत-ए-इस्लामी इंडिया द्वारा एक सराहनीय पहल की गई। 23 दिसंबर 2025, मंगलवार की रात्रि को आयोजित इस विशेष कंबल वितरण अभियान में शहर के विभिन्न इलाकों में ठंड से जूझ रहे लोगों तक सहायता पहुंचाई गई। इस मानवीय प्रयास का उद्देश्य केवल ठंड से बचाव ही नहीं, बल्कि सम्मान और संवेदनशीलता के साथ जरूरतमंदों की मदद करना रहा।
रात के अंधेरे में मानवता का उजाला
GNRF की टीम ने सिमडेगा शहर के टुकुपानी पेट्रोल पंप, भट्टीटोली भवन, बस स्टैंड, प्रिंस चौक, सलडेगा, आज़ाद बस्ती, चर्च रोड, चट्टान मोहल्ला सहित कई इलाकों में फुटपाथों और खुले स्थानों पर सो रहे लोगों के बीच कंबल वितरित किए।
विशेष बात यह रही कि यह सेवा रात के अंधेरे में की गई, ताकि सहायता लेने वालों को किसी प्रकार की झिझक या संकोच महसूस न हो। कई जरूरतमंद परिवारों के घर जाकर डोर-टू-डोर कंबल भी पहुंचाए गए।
जरूरतमंदों के चेहरों पर लौटी मुस्कान
कंबल पाकर ठंड से परेशान लोगों के चेहरों पर राहत और सुकून साफ़ झलकता नजर आया। खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वाले बुजुर्ग, महिलाएं और मजदूर इस सहायता से बेहद भावुक दिखे। स्थानीय लोगों ने GNRF की इस पहल को इंसानियत और सामाजिक सरोकारों की बेहतरीन मिसाल बताया।
अभियान में सक्रिय सहयोग
इस सेवा अभियान में अमजद रज़ा (जिला प्रवेक्षक) के साथ हाजी अब्दुल मजीद, अज़ीमुल्ला अत्तारी, सद्दाम अत्तारी, अशफाक़ क़ादरी, जसीम अख्तर, शरीफ खान, रफीक़ क़ादरी, आज़ाद अत्तारी, मुजाहिद अत्तारी, जीशान सहित अन्य नौजवानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने रात भर शहर में घूमकर जरूरतमंदों तक कंबल पहुंचाने में सहयोग किया।
अमजद रज़ा का मानवीय संदेश
अभियान के दौरान जिला प्रवेक्षक अमजद रज़ा ने कहा—
“ज़रूरतमंदों की मदद करना केवल एक कार्य नहीं, बल्कि इंसानियत का सबसे बड़ा फ़र्ज़ है। कड़ाके की ठंड में किसी को राहत देना सबसे बड़ी नेकी है। हम सभी से अपील करते हैं कि आगे आएं और गरीब व बेसहारा लोगों की मदद करें।”
उनके इस संदेश ने युवाओं और समाज के अन्य वर्गों को भी सेवा के लिए प्रेरित किया।
सामाजिक जिम्मेदारी की मजबूत मिसाल
GNRF द्वारा चलाया गया यह कंबल वितरण अभियान न केवल ठंड से राहत पहुंचाने का माध्यम बना, बल्कि समाज में भाईचारा, प्रेम और मानवीय मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम साबित हुआ। ऐसे प्रयास यह दर्शाते हैं कि जब सामाजिक संगठन और युवा मिलकर आगे आते हैं, तो मानवता की सच्ची तस्वीर सामने आती है।
न्यूज़ देखो: सेवा से सशक्त होता समाज
कड़ाके की ठंड में रात के अंधेरे में जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाना आसान नहीं होता, लेकिन GNRF ने इसे कर दिखाया। यह पहल बताती है कि समाज की असली ताकत सेवा और संवेदना में है। ऐसे कार्य अन्य संगठनों और नागरिकों के लिए भी प्रेरणा बन सकते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
इंसानियत जिंदा है, जब मदद बिना शोर के होती है
ठंड में एक कंबल किसी जीवन के लिए उम्मीद बन सकता है।
जब सेवा में दिखावा नहीं, संवेदना होती है, तब समाज मजबूत बनता है।
आइए, हम भी जरूरतमंदों के लिए आगे आएं।
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