
#लातेहार #अवैधबालूउठाव : गारु प्रखंड में तिलईटांड़ टेटूक नदी में रात के समय अवैध बालू माफिया सक्रिय, ग्रामीणों ने सुरक्षा और कार्रवाई की मांग की
- गारु प्रखंड के तिलईटांड़ टेटूक नदी में रात के समय अवैध बालू उठाव लगातार जारी।
- ग्रामीणों का आरोप कि वन विभाग की मिलीभगत से माफिया बेखौफ कार्य कर रहे हैं।
- हर रात 10 बजे से भोर तक बालू लदे ट्रैक्टरों की आवाजाही होती है।
- सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में अवैध बालू उठाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
- स्थानीय पत्रकारों पर पहले भी हमला हुआ, जिससे अवैध कारोबार के हौसले बढ़े हैं।
लातेहार जिले के गारु प्रखंड के तिलईटांड़ टेटूक नदी में अवैध बालू उठाव का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की निष्क्रियता और संभवतः मिलीभगत के कारण माफिया रात के अंधेरे में बेखौफ बालू लदे ट्रैक्टरों को चलाते हैं। घटना स्थल के आसपास रहने वाले ग्रामीणों ने बताया कि हर रात 10 बजे के बाद से भोर तक ट्रैक्टरों की आवाज़ नदी किनारे गूंजती रहती है, जिससे क्षेत्र में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ट्रैक्टरों को बालू लादते हुए देखा जा सकता है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश और चिंता दोनों बढ़ गई हैं।
अवैध बालू उठाव के प्रभाव
ग्रामीणों का कहना है कि लगातार बालू उठाव से तिलईटांड़ नदी की धार बदल रही है, खेतों में दरारें पड़ रही हैं और भूजल स्तर लगातार घट रहा है। इससे न केवल कृषि प्रभावित हो रही है, बल्कि आसपास के गांवों में पेयजल की समस्या भी उत्पन्न हो रही है।
एक स्थानीय युवक ने कहा: “यह सरकारी ठेका नहीं है, फिर भी ऐसे चलता है जैसे सब कुछ वैध हो। वन विभाग कहीं दिखाई नहीं देता।”
कुछ माह पहले इस अवैध कारोबार को उजागर करने वाले स्थानीय पत्रकारों पर हमला किया गया था, जिससे अवैध बालू माफियाओं के हौसले और बढ़ गए हैं। ग्रामीण अब पत्रकारों की सुरक्षा और वन विभाग द्वारा तत्काल छापेमारी की मांग कर रहे हैं।
सोशल मीडिया और स्थानीय प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इलाके में आक्रोश को और तेज कर दिया है। लोग लगातार प्रशासन और वन विभाग से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बिना ठोस कार्रवाई के यह अवैध बालू माफिया और अधिक सक्रिय होंगे और नदी और जमीन का नुकसान बढ़ता जाएगा।
स्थानीय निवासी ने कहा: “अगर आज कार्रवाई नहीं हुई तो कल और बड़े पैमाने पर नदी और खेती को नुकसान होगा। हमें अब प्रशासन से जवाबदेही चाहिए।”
न्यूज़ देखो: लातेहार में अवैध बालू माफिया के हौसले और प्रशासन की निष्क्रियता
यह कहानी बताती है कि कैसे अवैध आर्थिक गतिविधियों में शामिल माफिया स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता का लाभ उठाकर जनता और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सोशल मीडिया और स्थानीय जागरूकता ने इस मुद्दे को सामने लाया है, जिससे प्रशासन पर कार्रवाई की जिम्मेदारी बढ़ती है।
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स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है। नदी और जमीन के संरक्षण के लिए सक्रिय रहें, अवैध बालू उठाव जैसी घटनाओं की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और समाज में जागरूकता फैलाएं ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित पर्यावरण सुनिश्चित किया जा सके।





