Garhwa

ज्योति प्रकाश ने मनोहर बिंद के परिवार की जिम्मेदारी ली, आजीवन सहयोग का संकल्प किया

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#गढ़वा #मानवताकीमिसाल : समाजसेवी ज्योति प्रकाश ने पीड़ित परिवार को अपनाया, जीवनभर देखभाल का वचन दिया
  • नवादा पंचायत के वार्ड संख्या 8 में पार्षद रेनू देवी के पति मनोहर कुमार बिंद के निधन से क्षेत्र में शोक।
  • शोक सभा में डॉक्टर पतंजलि केसरी, डॉक्टर टी. पियूष, नीरज श्रीधर सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
  • समाजसेवी ज्योति प्रकाश ने मृतक परिवार को गोद लेकर आजीवन सहयोग का संकल्प लिया।
  • सभा का संचालन पुरुषोत्तम कुमार ने किया और सभी ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
  • ज्योति प्रकाश ने कहा – “सेवा, करुणा और मानवता ही जीवन का सर्वोच्च धर्म है।”

नवादा, गढ़वा। नवादा पंचायत के वार्ड संख्या 8 की पार्षद रेनू देवी के पति मनोहर कुमार बिंद के आकस्मिक निधन से पूरे क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त हो गया है। इस दुखद घटना के बाद स्थानीय नागरिकों ने एक शोक सभा का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण और सम्मानित नागरिक शामिल हुए।

श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा जनसैलाब

शोक सभा में भावुक माहौल के बीच डॉ. पतंजलि केसरी, डॉ. टी. पियूष, नीरज श्रीधर, स्व. गुड्डू कुमार, छोटू कुमार, नागेंद्र बिंद और समाजसेवी ज्योति प्रकाश सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने मनोहर बिंद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और समाज में उनके योगदान को याद किया।

समाजसेवी ज्योति प्रकाश ने बढ़ाया सहयोग का हाथ

इस अवसर पर समाजसेवी ज्योति प्रकाश ने एक भावनात्मक घोषणा करते हुए स्वर्गीय मनोहर बिंद के परिवार को गोद लिया और आजीवन उनकी देखभाल करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि सेवा और करुणा ही मानवता का सच्चा मार्ग है।

ज्योति प्रकाश ने कहा: “भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि जो व्यक्ति दूसरों के सुख-दुःख में समान रूप से सहभागी होता है, वही सच्चा भक्त कहलाता है। सेवा, करुणा और मानवता ही जीवन का सर्वोच्च धर्म है।”

उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य का जीवन तभी सार्थक होता है जब वह किसी दुखी परिवार के चेहरे पर मुस्कान ला सके।

ज्योति प्रकाश ने कहा: “स्वर्गीय मनोहर बिंद हमारे समाज के सच्चे सेवक थे, और उनके अधूरे सपनों को पूरा करना ही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

श्रद्धांजलि और संकल्प का संगम

कार्यक्रम का संचालन पुरुषोत्तम कुमार ने किया। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। माहौल में गमगीन चुप्पी के बीच लोगों ने ज्योति प्रकाश के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्य ही समाज में सच्ची इंसानियत को जीवित रखते हैं।

न्यूज़ देखो: मानवता की मिसाल बने ज्योति प्रकाश

यह खबर केवल संवेदना नहीं, बल्कि समाज को संदेश देती है कि एक व्यक्ति भी परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम उठा सकता है। ज्योति प्रकाश ने यह दिखाया कि सेवा केवल शब्द नहीं, बल्कि जीवन जीने की भावना है। ऐसे उदाहरण समाज में एकता और सहयोग की नई मिसाल कायम करते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

प्रेरक समापन

दुख की घड़ी में किसी का साथ बन जाना सबसे बड़ी मानवता है। समाजसेवी ज्योति प्रकाश का यह कदम न केवल प्रेरणादायक है बल्कि यह बताता है कि संवेदना अब भी जिंदा है।
सजग रहें, संवेदनशील बनें।
अगर आपके आसपास कोई परिवार मुश्किल में है, तो मदद का हाथ बढ़ाएं। अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और मानवता की इस भावना को आगे बढ़ाएं।

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