
- बिरसा सांस्कृतिक भवन, कोडरमा में सम्मान समारोह का आयोजन
- बेहतर कार्य करने वाले स्वास्थ्य आरोग्य दूतों को किया गया सम्मानित
- जिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार रहे मुख्य अतिथि
- किशोरावस्था की चुनौतियों और बालविवाह पर जागरूकता पर हुई चर्चा
- शिक्षकों की भूमिका और बच्चों में सकारात्मक बदलाव को रेखांकित किया गया
सम्मान समारोह का आयोजन
विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत बिरसा सांस्कृतिक भवन, कोडरमा में स्वास्थ्य आरोग्य दूतों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। मंच संचालन गिरिधर प्रसाद द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने सभी आरोग्य दूतों को प्रशस्ति पत्र, शॉल और चादर देकर सम्मानित किया।
स्वास्थ्य कार्यक्रम पर प्रकाश
कार्यक्रम में डी.आर.जी. हारून रसीद ने विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम की अहमियत पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। इसके पश्चात सुनिता कुमारी, अंजली कुमारी और मनोज कुमार वाजपेई ने स्कूलों में इस कार्यक्रम के जरिए आए सकारात्मक परिवर्तनों पर चर्चा की।
“किशोरावस्था में बच्चों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने में शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षकों को बच्चों को बालविवाह, जंकफूड और पैक्ड फूड से दूर रहकर संतुलित और पौष्टिक भोजन लेने के लिए प्रेरित करना चाहिए,” — वक्ताओं का साझा संदेश।
बच्चों में दिख रहा सकारात्मक बदलाव
कार्यक्रम के दौरान यह बताया गया कि विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम के कारण बच्चों में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। बच्चे अब साफ-सफाई, स्वास्थ्य, पोषण और अनुशासन के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं।
कार्यक्रम का समापन
अंत में विनोद प्रसाद गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया और कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

विद्यालयों में इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों के जीवन में बड़ा बदलाव आ सकता है। सवाल यह है कि क्या हर स्कूल में ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं? बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने की यह पहल पूरे जिले में और कैसे विस्तार पा सकती है, इस पर और कदम उठाने की जरूरत है। न्यूज़ देखो आपके लिए लाता रहेगा ऐसी ही सकारात्मक खबरें — हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र!