
#गिरिडीह #कलशयात्रा_समारोह : मधगोपाली पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में महिला शक्ति की बड़ी भागीदारी, जनप्रतिनिधियों ने रखी विकास संबंधी मांगें
- डुमरी प्रखंड के मधगोपाली पंचायत में भूमि संरक्षण विभाग द्वारा “कलश यात्रा” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य (भाग संख्या 32) श्रीमती सुनीता कुमारी और भाजपा नेता सुरेन्द्र कुमार शामिल हुए।
- बड़ी संख्या में महिलाएं पारंपरिक परिधानों में शामिल होकर जल संरक्षण, पर्यावरण और ग्रामीण विकास का संदेश लेकर निकलीं।
- उपस्थित जनों ने जल, जंगल और जमीन की रक्षा करने की शपथ ली।
- श्रीमती सुनीता कुमारी ने उपायुक्त महोदय से सिंचाई योजना, खेल मैदान, एनओसी और विद्यालय चारदीवारी से जुड़ी कई मांगें रखीं।
गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड अन्तर्गत मधगोपाली पंचायत में झारखंड राज्य की स्थापना के रजत जयंती समारोह के अवसर पर भूमि संरक्षण विभाग की ओर से “कलश यात्रा” का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। महिलाओं की पारंपरिक वेशभूषा और कलश लिए हुए शोभायात्रा ने पूरे क्षेत्र का वातावरण उत्सवमय बना दिया।
जल, जंगल और जमीन की रक्षा का लिया संकल्प
कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, जल बचाओ अभियान और पर्यावरण संतुलन के प्रति जागरूकता फैलाना था। कलश यात्रा में शामिल महिलाओं और युवाओं ने एक स्वर में जल, जंगल और जमीन की रक्षा करने का प्रण लिया।
उपस्थित ग्रामीणों ने कहा: “यह धरती हमारी माता है, इसका संरक्षण ही आने वाली पीढ़ियों के जीवन का आधार है।”
इस आयोजन के दौरान उपायुक्त महोदय, उप विकास आयुक्त महोदया, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, डुमरी अंचलाधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े नारों और गीतों के साथ लोगों ने प्राकृतिक संपदा को सुरक्षित रखने का संदेश दिया।
सुनीता कुमारी ने उठाई विकास से जुड़ी पांच प्रमुख मांगें
डुमरी जिला परिषद सदस्य श्रीमती सुनीता कुमारी ने इस अवसर पर उपायुक्त महोदय से स्थानीय विकास और सार्वजनिक सुविधाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। उन्होंने कहा कि मधगोपाली और डुमरी प्रखंड में कई योजनाएं अधूरी हैं जिन पर शीघ्र कार्रवाई आवश्यक है।
उनकी मुख्य मांगें इस प्रकार थीं —
- मधगोपाली पंचायत सहित डुमरी प्रखंड की खराब जल मीनारों का शीघ्र पुनर्निर्माण कराया जाए।
- नगलो स्थित खेल मैदान, जो वन विभाग के अधीन है, उसे एनओसी दिलाकर सार्वजनिक उपयोग हेतु उपलब्ध कराया जाए।
- वन विभाग की एनओसी नहीं मिलने के कारण अधूरी पड़ी सड़कों के कार्यों को पूरा कराया जाए।
- घुटवाली एवं दूधपानिया कृषि सिंचाई योजना, जो पिछले तीन वर्षों से भ्रष्टाचार के कारण ठप है, उसकी जांच कराई जाए।
- सभी विद्यालयों की चारदीवारी निर्माण कर छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
सुनीता कुमारी ने कहा कि इन बिंदुओं पर शीघ्र कार्रवाई होने से ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं मिल सकेंगी और क्षेत्र के विकास की दिशा में ठोस प्रगति होगी।
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी बनी कार्यक्रम की विशेषता
इस कलश यात्रा में महिलाओं की भागीदारी कार्यक्रम की सबसे विशेष झलक रही। पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं ने सामूहिक रूप से गाँव-गाँव में जल संरक्षण और स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अगर हर परिवार अपने स्तर पर जल और पर्यावरण की रक्षा करे तो गाँव और राज्य दोनों का भविष्य सुरक्षित रहेगा।
इस दौरान ग्रामीणों ने भूमि संरक्षण विभाग की पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन समाज को पर्यावरण और विकास के संतुलन की दिशा में प्रेरित करते हैं।



न्यूज़ देखो: विकास की राह पर जागरूकता और जिम्मेदारी का संगम
मधगोपाली की यह कलश यात्रा दिखाती है कि झारखंड का ग्रामीण समाज अब पर्यावरण और विकास को एक साथ लेकर चलना चाहता है। जहां महिलाएं जागरूकता का नेतृत्व कर रही हैं, वहीं जनप्रतिनिधि स्थानीय समस्याओं को सीधे प्रशासन तक पहुंचा रहे हैं। ऐसे आयोजनों से प्रशासनिक और जनसहभागिता दोनों मजबूत होती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जल और विकास की रक्षा हमारा कर्तव्य
झारखंड की धरती प्राकृतिक संपदाओं से भरपूर है, परंतु इनका संरक्षण तभी संभव है जब जनता, जनप्रतिनिधि और प्रशासन मिलकर काम करें। आज समय है कि हम सब जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
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