
#लातेहार #नारी_सशक्तिकरण : जिप सदस्य संतोषी कुमारी ने काराकाट में रोड शो कर महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी पर दिया जोर
- बरवाडीह की जिला परिषद सदस्य संतोषी कुमारी बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में हुई सक्रिय।
- काराकाट विधानसभा क्षेत्र में ज्योति सिंह के समर्थन में किया प्रभावशाली रोड शो।
- रोड शो में भारी जनसैलाब उमड़ा, स्थानीय जनता ने संतोषी कुमारी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
- संतोषी कुमारी ने कहा — “नारी के सम्मान और स्वाभिमान के संघर्ष में साथ खड़ा होना ही सबसे बड़ा धर्म है।”
- महिला सशक्तिकरण और राजनीतिक भागीदारी को लोकतंत्र की असली ताकत बताया।
बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में जब पूरा प्रदेश राजनीतिक सरगर्मियों से गूंज रहा था, उसी दौरान झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत बरवाडीह की जुझारू जनप्रतिनिधि संतोषी कुमारी भी नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करते हुए बिहार पहुंचीं। उन्होंने काराकाट विधानसभा क्षेत्र में आयोजित रोड शो में शिरकत की और महिला नेतृत्व के महत्व पर जोर दिया।
नारी के सम्मान के लिए राज्य की सीमाओं से परे एकजुटता
रोड शो के दौरान संतोषी कुमारी ने कहा कि जब बात नारी के सम्मान और स्वाभिमान की होती है, तो राजनीति, जाति या धर्म से ऊपर उठकर महिलाओं के अधिकार के लिए खड़ा होना ही सच्चा धर्म है। उन्होंने लोगों से ज्योति सिंह के समर्थन में मतदान करने की अपील की और कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी को सशक्त बनाना लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करता है।
संतोषी कुमारी ने कहा: “नारी के संघर्ष में साथ खड़ा होना ही सबसे बड़ा धर्म है। समाज तभी आगे बढ़ेगा जब महिलाएं निर्णय लेने की प्रक्रिया में बराबरी से शामिल होंगी।”
जनता का उत्साह और महिलाओं का नेतृत्व
काराकाट विधानसभा में आयोजित रोड शो में महिलाओं, युवाओं और आम नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ी। लोग लातेहार से आई इस महिला जनप्रतिनिधि के उत्साह और संदेश से प्रभावित दिखे। स्थानीय लोगों ने कहा कि संतोषी कुमारी जैसी महिला नेताओं की मौजूदगी से समाज में नारी सशक्तिकरण की भावना और मजबूत होती है।
संतोषी कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार और झारखंड दोनों राज्यों के सामाजिक ताने-बाने में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि महिलाओं के सम्मान और अधिकार की आवाज़ को बुलंद करने का प्रतीक है।
सीमाएं बदलीं, पर संदेश वही रहा
झारखंड से बिहार पहुंचकर संतोषी कुमारी ने यह दिखाया कि नारी सम्मान की भावना सीमाओं में नहीं बंधती। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए राजनीति से परे सामाजिक एकजुटता जरूरी है। उनका यह कदम न केवल महिला मतदाताओं के लिए प्रेरणा बना, बल्कि युवा वर्ग में भी नई चेतना का संचार किया।
गौरतलब है कि संतोषी कुमारी, लातेहार जिले की एक जुझारू और कर्मठ महिला जनप्रतिनिधि, लंबे समय से महिला सशक्तिकरण, समाज सेवा और ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देती रही हैं। उन्होंने शिक्षा, स्वच्छता और महिला स्वावलंबन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
न्यूज़ देखो: सीमाओं से परे नारी नेतृत्व की मिसाल
संतोषी कुमारी का यह कदम सिर्फ एक राजनीतिक भागीदारी नहीं, बल्कि महिला नेतृत्व की सशक्त पहचान है। जिस तरह उन्होंने बिहार में नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया, वह दिखाता है कि समाज में बदलाव लाने के लिए भौगोलिक सीमाओं से अधिक जरूरी है एक सच्चा उद्देश्य।
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नारी शक्ति ही नए भारत की पहचान
अब समय है कि हम सभी महिलाएं अपने अधिकार, शिक्षा और सम्मान के लिए एकजुट हों। संतोषी कुमारी जैसी प्रेरणादायक शख्सियतें यह साबित करती हैं कि समाज में बदलाव लाने के लिए साहस और नीयत दोनों जरूरी हैं।
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