Latehar

महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी — झारखंड का छिपा हुआ रत्न और भारतीय भेड़ियों का सुरक्षित घर

Join News देखो WhatsApp Channel
#लातेहार #वन्यजीव_संरक्षण : महुआडांड़ की अनोखी वुल्फ सेंचुरी में प्रकृति और जंगल का संगम, देश का पहला भेड़िया अभयारण्य
  • महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी भारत का पहला और एकमात्र अभयारण्य है जो भारतीय भेड़ियों के संरक्षण के लिए समर्पित है।
  • यह अभयारण्य लातेहार जिले में स्थित है और लगभग 63 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
  • सेंचुरी में घने साल के जंगल, ऊँचे-नीचे पहाड़ और हरे-भरे घास के मैदान इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं।
  • यहाँ भेड़ियों के अलावा तेंदुए, मोर, तीतर, सियार, सर्प-गरुड़ और कई दुर्लभ पक्षी प्रजातियाँ भी पाई जाती हैं।
  • यह जगह अब वन्यजीव फोटोग्राफरों, बर्ड वॉचर्स और एडवेंचर प्रेमियों की पसंदीदा लोकेशन बन चुकी है।

लातेहार जिले के शांत और मनमोहक वन क्षेत्र में बसा महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी झारखंड का वह प्राकृतिक खजाना है, जिसे अब तक बहुत कम लोग जानते हैं। यह अभयारण्य न केवल जैव विविधता का प्रतीक है, बल्कि भारतीय भेड़ियों के संरक्षण का गर्वपूर्ण उदाहरण भी है। 63 वर्ग किलोमीटर में फैला यह क्षेत्र ऊँचे-नीचे पहाड़ी इलाकों, घने जंगलों और हरियाली से घिरे घास के मैदानों से भरा है, जहाँ प्रकृति अपनी सबसे सुंदर अवस्था में दिखाई देती है।

भारत का पहला और एकमात्र भेड़िया अभयारण्य

महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी को विशेष बनाता है इसका उद्देश्य — भारतीय भेड़िए (Indian Wolf) के संरक्षण के लिए समर्पित होना। देश में ऐसी कोई दूसरी सेंचुरी नहीं है जो केवल भेड़ियों के लिए बनाई गई हो। यहाँ के भेड़िए अपनी तेज़ नज़र, पतली काया और रात की रहस्यमयी हूक से जंगल की पहचान बन चुके हैं। सर्द रातों में जब उनकी हूक जंगलों में गूंजती है, तो पर्यटकों को रोमांच और भय दोनों का एहसास होता है।

यहां आने वाले पर्यटक विशेष रूप से इन भेड़ियों की झलक पाने को उत्सुक रहते हैं। सुबह-सुबह की धुंध में जब कोई भेड़िया चुपचाप झाड़ियों के बीच से निकलता है, तो वह पल हर वन्यजीव प्रेमी के लिए यादगार बन जाता है।

वन्यजीव और पारिस्थितिक विविधता का केंद्र

महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी केवल भेड़ियों का ही ठिकाना नहीं है। यहाँ का पारिस्थितिक तंत्र अत्यंत समृद्ध और विविध है। तेंदुए, सियार, मोर, तीतर, सर्प-गरुड़, हिरण और कई अन्य वन्य प्रजातियाँ इस क्षेत्र की शोभा बढ़ाती हैं। यहाँ के जंगलों में सैकड़ों प्रकार के पक्षी और वनस्पतियाँ भी पाई जाती हैं, जो इसे शोधकर्ताओं और बर्ड वॉचर्स के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं।

“महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी में हर पेड़, हर झाड़ी, हर ध्वनि में जीवन की एक अनोखी लय बसती है। यहाँ आने वाला हर व्यक्ति प्रकृति से नया रिश्ता जोड़कर जाता है।”

पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन का संगम

यह सेंचुरी न सिर्फ वन्यजीवों का सुरक्षित घर है, बल्कि यह प्रकृति संरक्षण और जिम्मेदार पर्यटन का एक जीवंत उदाहरण भी है। यहाँ के अधिकारी और स्थानीय समुदाय मिलकर इस क्षेत्र को स्वच्छ, सुरक्षित और टिकाऊ बनाए रखने में जुटे हैं।
हाल के वर्षों में झारखंड सरकार ने भी इस क्षेत्र के संरक्षण और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है और पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है।

क्यों है यह झारखंड का छिपा हुआ रत्न

महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यहाँ शहर की भीड़-भाड़ से दूर, प्रकृति की शांति में जीवन का असली अर्थ महसूस किया जा सकता है। जंगल की खामोशी, पक्षियों की चहचहाहट और पहाड़ों के बीच बहती हवा इस जगह को अद्भुत बनाती है। यहाँ आने वाले पर्यटक कहते हैं कि “यह सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि एक अनुभव है — जो दिल में बस जाता है।”

न्यूज़ देखो: झारखंड के जंगलों में छिपा जीवन का संदेश

महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी हमें यह याद दिलाती है कि प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। यह अभयारण्य सिर्फ भेड़ियों का नहीं, बल्कि इंसान और पर्यावरण के रिश्ते का भी प्रतीक है। जब हम जंगलों की रक्षा करते हैं, तब हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की भी रक्षा करते हैं।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

प्रकृति से जुड़ें, संरक्षण का संकल्प लें

अब वक्त है कि हम सब झारखंड के प्राकृतिक खज़ानों को जानें, उन्हें समझें और उनकी रक्षा के लिए आगे बढ़ें। महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी जैसी जगहें हमें यह सिखाती हैं कि विकास और संरक्षण साथ-साथ चल सकते हैं।
इस खबर को साझा करें, प्रकृति से प्रेम बढ़ाएं और वन्यजीवों की सुरक्षा को अपनी जिम्मेदारी बनाएं।
आपकी जागरूकता ही जंगलों की सबसे बड़ी ताकत है।

📥 Download E-Paper

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

IMG-20250604-WA0023 (1)
IMG-20250723-WA0070
IMG-20250925-WA0154
1000264265
IMG-20251017-WA0018
IMG-20250610-WA0011

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें


Ramprawesh Gupta

महुवाडांड, लातेहार

Related News

ये खबर आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया दें

Back to top button
error: