
#देवघर #विद्यालय_खेलकूद : विद्यार्थियों ने खेल, टीमवर्क और आत्मविश्वास का किया शानदार प्रदर्शन।
देवघर स्थित मैत्रेय स्कूल में वार्षिक खेलकूद समारोह उल्लास, अनुशासन और खेल भावना के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने मार्च पास्ट, ड्रिल और विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा बढ़ाई। यह समारोह विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण रहा।
- मैत्रेय स्कूल, देवघर में वार्षिक खेलकूद समारोह का आयोजन।
- मार्च पास्ट, मशाल प्रज्वलन और खेल शपथ के साथ हुआ शुभारंभ।
- मुख्य अतिथि प्रदीप भैया एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. के. शशि रहे उपस्थित।
- रिले रेस, बाधा दौड़, थ्री लेग्ड रेस सहित कई स्पर्धाएं आयोजित।
- विद्यालय निदेशक एस.डी. मिश्रा एवं प्राचार्या विनीता मिश्रा का प्रेरक संदेश।
देवघर स्थित मैत्रेय स्कूल में आयोजित वार्षिक खेलकूद समारोह विद्यार्थियों के लिए उत्साह, उमंग और सीख से भरपूर रहा। विद्यालय परिसर में सुबह से ही उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला, जहां बच्चों के चेहरों पर आत्मविश्वास और ऊर्जा साफ झलक रही थी। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत अनुशासित और आकर्षक मार्च पास्ट से हुई, जिसने दर्शकों और अतिथियों को प्रभावित किया।
ध्वज वंदन और मशाल प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ
मार्च पास्ट के पश्चात ध्वज वंदन एवं मशाल प्रज्वलन किया गया। मशाल प्रज्वलन के साथ ही पूरे परिसर में खेल भावना और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। विभिन्न हाउस के विद्यार्थियों ने अनुशासन और समर्पण के साथ अपनी भागीदारी सुनिश्चित की, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ गई।
मुख्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदीप भैया तथा विशिष्ट अतिथि आर्थोपेडिक चिकित्सक डॉ. के. शशि उपस्थित रहे। अतिथियों ने विभिन्न हाउस के कैप्टनों से हाउस ध्वज ग्रहण कर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बच्चों को खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खेल जीवन में अनुशासन, धैर्य और टीमवर्क सिखाते हैं, जो भविष्य में सफलता का आधार बनते हैं।
खेल भावना की शपथ, ईमानदारी और अनुशासन का संदेश
विद्यालय के निदेशक एस.डी. मिश्रा ने सभी प्रतिभागियों को खेल भावना की शपथ दिलाई। इस शपथ में विद्यार्थियों ने ईमानदारी, अनुशासन, सहयोग और निष्पक्ष खेल का संकल्प लिया। शपथ समारोह के दौरान विद्यार्थियों में एकजुटता और आत्मविश्वास की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
एस.डी. मिश्रा ने कहा:
“खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण का सशक्त माध्यम है। ईमानदारी और अनुशासन ही सच्ची जीत का आधार हैं।”
प्राइमरी वर्ग की ड्रिल ने मोहा मन
कार्यक्रम के दौरान प्राइमरी वर्ग के बच्चों द्वारा प्रस्तुत आकर्षक ड्रिल ने सभी का मन मोह लिया। सुसंगठित कदमताल, तालमेल और अनुशासन ने यह स्पष्ट कर दिया कि विद्यालय में बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही संस्कार और अनुशासन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विविध खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन
ड्रिल के पश्चात विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें—
- रिले रेस
- बाधा दौड़
- चम्मच गेंद दौड़
- थ्री लेग्ड रेस
- व्हील बैरो रेस
जैसी रोचक और रोमांचक स्पर्धाएं शामिल रहीं। सभी प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। खेलों के दौरान बच्चों का आत्मविश्वास, टीमवर्क और खेल भावना दर्शकों को खूब भा गई।
प्राचार्या विनीता मिश्रा का प्रेरक संदेश
विद्यालय की प्राचार्या विनीता मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि मैत्रेय स्कूल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। खेलकूद गतिविधियां न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करती हैं, बल्कि मानसिक मजबूती, अनुशासन और सहयोग की भावना भी विकसित करती हैं।
विनीता मिश्रा ने कहा:
“विद्यालय में प्रशिक्षित खेल प्रशिक्षकों की देखरेख में नियमित रूप से खेल गतिविधियां संचालित की जाती हैं, ताकि बच्चों का संतुलित और समग्र विकास हो सके।”
पुरस्कार वितरण के साथ हुआ समापन
समारोह का समापन विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। विजेताओं को सम्मानित किए जाने पर विद्यार्थियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। पुरस्कार वितरण ने बच्चों में आगे और बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा दी।
इस सफल आयोजन में विद्यालय के शिक्षकों, गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों और अभिभावकों का सहयोग सराहनीय रहा। सभी ने मिलकर कार्यक्रम को सुव्यवस्थित और यादगार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।



न्यूज़ देखो: शिक्षा के साथ खेल का संतुलन जरूरी
मैत्रेय स्कूल का यह आयोजन यह दर्शाता है कि शिक्षा के साथ खेलों का संतुलन बच्चों के समग्र विकास के लिए कितना आवश्यक है। ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सहयोग की भावना विकसित होती है। विद्यालय का यह प्रयास अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए भी प्रेरणास्रोत है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेलों से बनेगा मजबूत भविष्य
आज के प्रतिस्पर्धी दौर में खेल बच्चों को शारीरिक रूप से स्वस्थ ही नहीं, मानसिक रूप से भी मजबूत बनाते हैं। ऐसे आयोजनों में भाग लेकर बच्चे जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों को सीखते हैं।
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इस खबर को साझा करें, अपनी प्रतिक्रिया कमेंट में दें और शिक्षा व खेल से जुड़ी सकारात्मक पहल को आगे बढ़ाएं।





