
#डुमरी #गिरिडीह : पंचायत स्तर पर महिला पंचायत कमेटी का गठन कर संगठन को किया गया मजबूत।
डुमरी प्रखंड के लक्ष्मण टुंडा पंचायत सचिवालय में झारखंड एकता किसान मजदूर यूनियन की बैठक आयोजित की गई, जिसमें पंचायत स्तरीय महिला पंचायत कमेटी का गठन किया गया। बैठक का उद्देश्य महिलाओं को संगठन से जोड़कर किसान, मजदूर और बेरोजगारों के मुद्दों को मजबूत करना रहा। कार्यक्रम में यूनियन के केंद्रीय पदाधिकारी, प्रखंड नेतृत्व और बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। इस पहल को ग्रामीण क्षेत्र में महिला नेतृत्व के विस्तार के रूप में देखा जा रहा है।
- लक्ष्मण टुंडा पंचायत सचिवालय में आयोजित हुई यूनियन की महत्वपूर्ण बैठक।
- महिला पंचायत कमेटी का गठन कर पदाधिकारियों की घोषणा।
- गंगाधर महतो, केंद्रीय अध्यक्ष ने संगठन की नीतियों पर रखे विचार।
- दर्जनों महिलाओं ने यूनियन की सदस्यता ग्रहण की।
- किसान, मजदूर और बेरोजगारों के हक की लड़ाई तेज करने का संकल्प।
डुमरी प्रखंड अंतर्गत लक्ष्मण टुंडा पंचायत में झारखंड एकता किसान मजदूर यूनियन की बैठक ने ग्रामीण राजनीति और सामाजिक संगठन के स्तर पर एक नई दिशा दिखाई। पंचायत सचिवालय परिसर में आयोजित इस बैठक में संगठन विस्तार के साथ-साथ महिला सहभागिता को विशेष प्राथमिकता दी गई।
बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने की, जबकि संचालन का दायित्व प्रखंड सचिव घनश्याम सिंह ने संभाला। बैठक में पंचायत स्तर पर महिलाओं को संगठित कर उन्हें नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपने पर सर्वसम्मति बनी।
महिला पंचायत कमेटी का गठन
बैठक का सबसे अहम निर्णय लक्ष्मण टुंडा पंचायत महिला पंचायत कमेटी का गठन रहा। सर्वसम्मति से निम्नलिखित पदाधिकारियों का चयन किया गया—
- अध्यक्ष: सविता कुमारी
- उपाध्यक्ष: कमली कुमारी
- सचिव: ललीता कुमारी
- कोषाध्यक्ष: जैफुन खातून
- महासचिव: आशा देवी
महिला कमेटी के गठन के बाद उपस्थित महिलाओं में उत्साह और आत्मविश्वास देखने को मिला। पदाधिकारियों ने संगठन के प्रति निष्ठा और जमीनी स्तर पर महिलाओं की समस्याओं को मजबूती से उठाने का संकल्प लिया।
केंद्रीय अध्यक्ष का मार्गदर्शन
बैठक में यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष गंगाधर महतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने संगठन की विचारधारा, उद्देश्य और संघर्ष के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला।
गंगाधर महतो ने कहा:
गंगाधर महतो ने कहा: “किसान, मजदूर और बेरोजगार समाज की रीढ़ हैं। उनकी आवाज़ को मजबूती देने के लिए संगठन का हर स्तर पर सशक्त होना जरूरी है, और इसमें महिलाओं की भूमिका सबसे अहम है।”
उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर महिला कमेटी का गठन संगठन को नई ऊर्जा देगा और ग्रामीण महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर आवाज उठाने का मंच मिलेगा।
सदस्यता अभियान में दिखा उत्साह
बैठक के दौरान यूनियन का सदस्यता अभियान भी चलाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सदस्यता ग्रहण करने वालों में—
बबीता कुमारी, सकिना खातून, रीता कुमारी, जैफून खातून, सविता कुमारी, आशा देवी, बैजन्ती देवी, पुनम देवी, निर्मला देवी, ललीता कुमारी, मजदा खातून, मरीजन खातून सहित दर्जनों महिलाएं शामिल रहीं।
सदस्यता अभियान से यह स्पष्ट हुआ कि पंचायत स्तर पर संगठन को लेकर महिलाओं में जागरूकता और भरोसा दोनों बढ़ रहा है।
संगठन को मजबूत करने पर जोर
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि यूनियन किसानों की भूमि संबंधी समस्याओं, मजदूरी, मनरेगा, राशन, पेंशन, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों को प्राथमिकता के साथ उठाती रहेगी। महिला कमेटी के गठन से इन मुद्दों पर महिलाओं की भागीदारी और निगरानी मजबूत होगी।
अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर यूनियन के केंद्रीय महासचिव रवींद्र कुमार सहित कई स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने महिला पंचायत कमेटी के गठन को संगठन के लिए एक सकारात्मक कदम बताया और नवगठित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं।
न्यूज़ देखो: महिला नेतृत्व से मजबूत होगा जमीनी संघर्ष
लक्ष्मण टुंडा पंचायत में महिला पंचायत कमेटी का गठन यह दर्शाता है कि ग्रामीण संगठन अब महिला नेतृत्व को गंभीरता से आगे बढ़ा रहे हैं। इससे किसान और मजदूर आंदोलनों को नई दिशा मिल सकती है। प्रशासन और सरकार के लिए भी यह संकेत है कि जमीनी स्तर पर संगठित आवाज़ को अनदेखा करना आसान नहीं होगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संगठित महिला शक्ति से बदलेगा ग्रामीण भविष्य
जब महिलाएं संगठित होती हैं, तो बदलाव की नींव मजबूत होती है।
लक्ष्मण टुंडा पंचायत की यह पहल अन्य पंचायतों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है।
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