
#लातेहार #महुआडांड़ : नागरिक बोले, “विकास केवल वादों में नहीं, जमीन पर दिखे।”
लातेहार जिले का महुआडांड़ प्रखंड, जिसे अक्सर “मिनी नेतरहाट” कहा जाता है, प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है। लोध फॉल, जो झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात है, यहीं स्थित है।
इसके बावजूद, महुआडांड़ का मुख्य बाजार क्षेत्र विकास से काफी पीछे है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यहां बिजली व्यवस्था, साफ-सफाई, डस्टबिन, स्ट्रीट लाइट और सार्वजनिक बैठने की सुविधाएं बेहद सीमित हैं।
पर्यटन बढ़ा, पर बाजार अंधेरे में
पर्यटन सीजन में हजारों पर्यटक लोध फॉल और नेतरहाट मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन बाजार क्षेत्र में अंधेरा, गंदगी और अव्यवस्था की स्थिति बनी रहती है।
स्थानीय व्यापारी बताते हैं कि अगर सरकार पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है, तो बाजार को आधुनिक और सुरक्षित बनाना जरूरी है।
स्थानीय दुकानदारों ने कहा, “बाजार रोशन और साफ होना चाहिए। डस्टबिन और बैठने की सुविधाओं के बिना ग्राहक सुरक्षित महसूस नहीं करते। विकास केवल वादों में नहीं, जमीन पर दिखना चाहिए।”
नागरिक सुविधाओं का अभाव
महुआडांड़ बाजार की गलियां संकरी हैं, स्ट्रीट लाइटें अक्सर बंद रहती हैं और कचरे के ढेर से लोगों को परेशानी होती है।
महिला निवासी सीता देवी ने कहा, “बच्चों और बुजुर्गों के लिए सार्वजनिक पार्क और बैठने की जगह आवश्यक हैं। गलियां साफ-सुथरी और सुरक्षित हों, तभी पर्यटन और व्यवसाय दोनों बढ़ेंगे।”
युवा शुभम गुप्ता ने कहा, “लोध फॉल तक जाने वाले रास्ते और बाजार क्षेत्र की सुरक्षा और रोशनी को प्राथमिकता देनी होगी। डस्टबिन हर जगह हों और बैठने की व्यवस्था जरूरी है।”
विकास की दिशा में अपेक्षित कदम
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर सरकार समय रहते
- सड़क और गलियों की सफाई,
- स्ट्रीट लाइट व्यवस्था,
- डस्टबिन और पार्किंग की सुविधा,
- और सार्वजनिक बैठने की व्यवस्था
जैसी सुविधाएं लागू करे, तो महुआडांड़ झारखंड का चमकता पर्यटन और व्यापारिक केंद्र बन सकता है।
जनता अब कार्रवाई चाहती है
लोगों का कहना है कि महुआडांड़ का भविष्य केवल उसकी प्राकृतिक सुंदरता में नहीं, बल्कि उसकी सुव्यवस्थित, रोशन और साफ-सुथरी गलियों में छिपा है।
अब जनता वादों से नहीं, बल्कि जमीनी कार्रवाई की मांग कर रही है।
“सरकार को समझना होगा कि पर्यटन तभी स्थायी हो सकता है जब स्थानीय लोग और बाजार दोनों विकसित हों।”
महुआडांड़ के लोग अब इंतजार नहीं, परिवर्तन की पहल चाहते हैं — ताकि “मिनी नेतरहाट” सिर्फ नाम से नहीं, बल्कि वास्तव में झारखंड का चमकता चेहरा बन सके।
न्यूज़ देखो: विकास के वादे बनाम जमीनी हकीकत
यह खबर बताती है कि कैसे झारखंड के पर्यटन क्षेत्र में दिखावे की चमक के बीच आम नागरिकों की ज़रूरतें अब भी अंधेरे में हैं। महुआडांड़, जिसे सरकार “मिनी नेतरहाट” के रूप में प्रचारित करती है, वहीं सबसे बुनियादी सुविधाओं की कमी झेल रहा है।
प्रशासन के लिए यह समय है कि वह घोषणाओं से आगे बढ़कर धरातल पर काम दिखाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वच्छ और सुरक्षित बाजार ही असली पर्यटन की पहचान
महुआडांड़ के लोग अब बदलाव चाहते हैं — साफ गलियां, जगमग बाजार, डस्टबिन और सुरक्षित रास्ते। यह केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि नागरिकों की भी सहभागिता से संभव है।
आइए, हम सभी इस मुहिम का हिस्सा बनें — अपने शहर को स्वच्छ, सुंदर और पर्यटकों के लिए स्वागतयोग्य बनाएं।
अब आपकी बारी — क्या आपने अपने क्षेत्र की सफाई और सुविधा पर ध्यान दिया है? अपनी राय नीचे कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं।
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