
#लातेहार #नक्सली_आत्मसमर्पण : झारखंड सरकार की नीति और सुरक्षा बलों की सक्रिय कार्रवाई से दो JJMP कमांडरों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा अपनाई।
- ब्रजेश यादव उर्फ राकेश और अवधेश लोहरा उर्फ रोहित, JJMP के सक्रिय कमांडर, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के समक्ष आत्मसमर्पण।
- आत्मसमर्पण कार्यक्रम में आईजी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, लातेहार एसपी कुमार गौरव, CRPF 11वीं बटालियन कमांडेंट यादराम बुनकर और SSB 32वीं बटालियन कमांडेंट राजेश कुमार उपस्थित।
- ब्रजेश यादव गुमला के बिशनपुर निवासी, 20 वर्षों से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय, उस पर बिशनपुर व चैनपुर थानों में 10 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज।
- अवधेश लोहरा लातेहार के हेरहंज थाना क्षेत्र के बंदुवा गांव का निवासी, 5 आपराधिक मामलों में शामिल।
- इस वर्ष लातेहार जिले में अब तक कुल 21 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जिससे क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों में गिरावट आई है।
- आत्मसमर्पण करने वाले ब्रजेश यादव को 5 लाख रुपये का प्रतीकात्मक इनाम प्रदान किया गया।
लातेहार: झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति और पुलिस की सक्रिय कार्रवाई के प्रभाव से आज लातेहार जिले में दो प्रमुख JJMP नक्सली कमांडरों ने हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा अपनाने का निर्णय लिया। आत्मसमर्पण कार्यक्रम में उच्चस्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे और दोनों कमांडरों का स्वागत फूलों के गुलदस्ते और प्रतीकात्मक चेक से किया गया।
आत्मसमर्पण कार्यक्रम का विवरण
आत्मसमर्पण कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों में आईजी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, लातेहार एसपी कुमार गौरव, CRPF 11वीं बटालियन कमांडेंट यादराम बुनकर और SSB 32वीं बटालियन कमांडेंट राजेश कुमार शामिल थे। दोनों नक्सलियों के परिजन भी मौके पर मौजूद रहे। इस अवसर पर ब्रजेश यादव को 5 लाख रुपये का प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया गया।
ब्रजेश यादव और अवधेश लोहरा की पृष्ठभूमि
ब्रजेश यादव उर्फ राकेश, गुमला जिले के बिशनपुर थाना क्षेत्र के कठोकटवा गांव के निवासी, लगभग 20 वर्षों से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय थे। उन्होंने माओवादी संगठन के साथ प्रारंभिक वर्षों में सक्रियता दिखाई और 2010 में गिरफ्तारी के बावजूद हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ा। 2018 में जेल से छूटने के बाद उन्होंने JJMP संगठन में सब-जोनल कमांडर का पद संभाला।
अवधेश लोहरा उर्फ रोहित, लातेहार जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र के बंदुवा गांव के निवासी, लंबे समय से JJMP संगठन में सक्रिय थे। वह क्षेत्र में उगाही और धमकी जैसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
आईजी शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा: “लातेहार जिले में नक्सल गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आई है, पुलिस और सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई तथा सरकार की आत्मसमर्पण नीति का असर साफ दिखाई दे रहा है।”
नक्सली गतिविधियों में कमी और मुख्यधारा की ओर लौटने की अपील
लातेहार एसपी कुमार गौरव ने बताया कि पुलिस और जनता के सहयोग से नक्सली संगठन टूट रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब JJMP संगठन लगभग समाप्ति के कगार पर है और संगठन में केवल चार से पांच सदस्य बचे हैं।
साल 2025 में अब तक कुल 21 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। अधिकारियों ने बाकी उग्रवादियों से भी आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की।
न्यूज़ देखो: नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण और मुख्यधारा की ओर लौटने की दिशा में सकारात्मक कदम
इस घटनाक्रम से स्पष्ट होता है कि सरकार की नीति और सुरक्षा बलों की सतत कार्रवाई से नक्सली गतिविधियों में कमी आई है और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित हो रही है। प्रशासन ने यह दिखाया कि उचित नीति और जनसहयोग से हिंसा प्रभावित समुदायों को मुख्यधारा में लौटाया जा सकता है।
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शांति और विकास के लिए सक्रिय भागीदारी
अब समय है कि हम सभी हिंसा और अपराध से प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास के लिए सक्रिय रहें। समाज में जागरूकता फैलाएं, सकारात्मक बदलाव के लिए कदम उठाएं और इस खबर को साझा कर लोगों को प्रेरित करें कि वे भी मुख्यधारा में योगदान दें।





