
#देवघर #श्रावणी_मेला : बोल बम के नारों से गूंजा बाबा धाम — शिवभक्तों ने किया जलाभिषेक, चतुर्थी तिथि पर विशेष आस्था
- श्रावणी मेले के चौथे दिन और पहली सोमवारी पर बाबा धाम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
- जलाभिषेक के लिए 8 से 15 घंटे तक लाइन में खड़े रहे शिवभक्त
- सुबह 4 बजे पट खुलते ही शुरू हुआ जलाभिषेक, रात्रि से ही जुटने लगे थे श्रद्धालु
- पूरे मंदिर परिसर में ‘बोल बम’ के जयकारों की गूंज और भक्तिमय माहौल
- उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सुबह मंदिर पहुंचकर व्यवस्थाओं का लिया जायजा
जलसैलाब में तब्दील हुआ बाबा बैद्यनाथ धाम, रात्रि से ही उमड़ने लगे श्रद्धालु
देवघर में सावन की पहली सोमवारी पर बाबा बैद्यनाथ धाम श्रद्धालुओं की आस्था के समंदर में डूब गया। पवित्र श्रावण मास के चौथे दिन, सुबह होते ही मंदिर में लाखों शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई श्रद्धालु तो शनिवार की रात से ही मंदिर की ओर प्रस्थान कर चुके थे, ताकि सोमवारी के दिन भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक कर सकें।
‘बोल बम’ के नारों से गूंजा मंदिर परिसर, पहली सोमवारी पर विशेष पूजन
मंदिर परिसर सुबह से ही ‘बोल बम’ और ‘हर हर महादेव’ के नारों से गूंज उठा। श्रद्धालु कतारबद्ध होकर भक्ति भाव से सराबोर दिखाई दिए। मंदिर के वरिष्ठ पंडा लम्बोदर परिहस्त ने बताया कि आज चतुर्थी तिथि है, और धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन शिव वास होता है — यही कारण है कि आज का दिन विशेष पुण्यदायक माना जाता है।
पंडा लम्बोदर परिहस्त ने बताया: “आज चतुर्थी तिथि पर भगवान भोलेनाथ कैलाश पर विराजमान होते हैं, इसीलिए यह सोमवारी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।”
स्वर्णरेखा से जल लेकर पैदल आए कांवरिया, कांवड़ पथ पर भारी भीड़
श्रद्धालु स्वर्णरेखा नदी से गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा करते हुए मंदिर पहुंचे। कई भक्तों ने बताया कि उन्हें जलाभिषेक के लिए 12 से 15 घंटे तक कतार में खड़ा रहना पड़ा। बावजूद इसके श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं दिखी। हर कोई बाबा को जल चढ़ाने की उत्सुकता में था।
जिला प्रशासन ने संभाली कमान, उपायुक्त ने खुद लिया जायजा
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की थी। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी सुबह-सुबह मंदिर पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कांवड़ पथ पर क्यूआरटी की टीम, मंदिर के मुख्य द्वार पर स्वागत पंडाल और नियंत्रण कक्ष जैसे इंतजाम किए गए।
श्रद्धालुओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देते हुए मंदिर भेजा जा रहा था। मुख्य चौकों पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। अतिक्रमण हटाने और सुचारू व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए थे।
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा: “श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए हम पहले से ही पूरी योजना के साथ तैयार थे, और हर विभाग अपना दायित्व निभा रहा है।”

न्यूज़ देखो: आस्था की अविरल धारा और प्रशासन की सजग तैयारी
देवघर के बाबा धाम में सावन की पहली सोमवारी पर जो नजारा दिखा, वह श्रद्धा, समर्पण और संवेदनशील प्रशासन का एक आदर्श उदाहरण है। ‘न्यूज़ देखो’ न केवल भक्ति और परंपरा को उजागर करता है, बल्कि प्रशासन की सक्रियता और ज़मीनी कार्य की भी सराहना करता है।
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आस्था में है शक्ति, व्यवस्था में है सहयोग
श्रावण मास की इस अलौकिक शुरुआत ने ये साबित किया है कि जब जनभागीदारी और प्रशासनिक समन्वय साथ चले, तो भीड़ भी एक उत्सव में बदल जाती है। आप भी इस खबर को साझा करें ताकि भगवान भोलेनाथ की महिमा और जन सहयोग की प्रेरणा हर कोने तक पहुंचे।