
#बरवाडीह #पेयजल_संकट : सांसद प्रतिनिधि के सक्रिय हस्तक्षेप से विभाग ने हाथोंहाथ शुरू किया सुधार कार्य
- सांसद प्रतिनिधि दीपक राज के निर्देश पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने मरम्मती कार्य शुरू किया।
 - गढ़वाटांड़ खेल मैदान के पास खराब पड़े चापानल की मरम्मत कर फिर से चालू किया गया।
 - विभागीय टीम ने कई हैंडपंपों की तकनीकी जांच कर पाइप बदले और संचालन सुनिश्चित किया।
 - सहायक अभियंता प्रशांत पांडेय के नेतृत्व में तकनीकी दल ने किया निरीक्षण।
 - दीपक राज ने कहा – “पानी की समस्या पर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
 
बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र में लंबे समय से खराब पड़े चापानलों की मरम्मत को लेकर सोमवार से विशेष अभियान की शुरुआत हुई। यह पहल सांसद प्रतिनिधि दीपक राज के निर्देश पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा की गई। विभाग की तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर खराब चापानलों की मरम्मती कार्य प्रारंभ किया और ग्रामीणों को राहत दी।
गढ़वाटांड़ से हुई मरम्मती अभियान की शुरुआत
मरम्मती कार्य का आरंभ गढ़वाटांड़ खेल मैदान के पास पत्रकार अर्जुन विश्वकर्मा के घर के समीप स्थित चापानल से किया गया। विभागीय सहायक अभियंता प्रशांत पांडेय के नेतृत्व में तकनीकी टीम ने खराब पाइपों को बदला और चापानल को फिर से चालू किया। स्थानीय लोगों ने इस कार्य के लिए सांसद प्रतिनिधि और विभाग दोनों का आभार व्यक्त किया।
दीपक राज ने कहा: “पानी की समस्या को लेकर अब किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर पंचायत से खराब पड़े चापानलों और जलमीनारों की सूची तुरंत उपलब्ध कराई जाए।”
हर पंचायत में चलेगा निरीक्षण और मरम्मती अभियान
सांसद प्रतिनिधि दीपक राज ने विभाग को सख्त निर्देश दिया है कि हर पंचायत में खराब पड़े चापानलों की सूची तैयार कर तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जहां भी समस्या है, वहां एक-एक कर मरम्मती का अभियान चलाया जाएगा। यह केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनता के जीवन से जुड़ी जिम्मेदारी है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जल संकट से किसी को जूझना न पड़े, यह प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की संयुक्त प्राथमिकता है। दीपक राज ने कहा कि वे स्वयं नियमित रूप से क्षेत्र के विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं और पेयजल आपूर्ति की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
ग्रामीणों को राहत और भरोसा दोनों
गढ़वाटांड़ समेत आसपास के कई इलाकों में लोगों ने राहत की सांस ली, क्योंकि लंबे समय से खराब पड़े हैंडपंप अब चालू हो गए हैं। विभागीय टीम ने बताया कि आने वाले दिनों में और भी चापानलों की जांच की जाएगी ताकि किसी को पेयजल संकट का सामना न करना पड़े।
सहायक अभियंता प्रशांत पांडेय ने कहा: “हमारी प्राथमिकता है कि क्षेत्र के सभी चापानल पूरी तरह कार्यरत रहें। शिकायत मिलते ही तकनीकी टीम मौके पर भेजी जाएगी।”
जनप्रतिनिधियों और जनता से सहयोग की अपील
दीपक राज ने सभी जनप्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र में पानी से जुड़ी समस्याओं की सूची समय पर विभाग को सौंपें। उन्होंने कहा कि जनता को भी किसी समस्या की सूचना सीधे प्रतिनिधियों या विभाग को देनी चाहिए ताकि समाधान में देरी न हो।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में हर घर तक स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना उनका प्रमुख लक्ष्य है, और इस दिशा में लगातार प्रयास जारी रहेगा।
न्यूज़ देखो: जनहित में जिम्मेदारी का उदाहरण
बरवाडीह में चापानलों की मरम्मती अभियान से यह साबित होता है कि जब जनप्रतिनिधि सक्रियता दिखाते हैं तो प्रशासन भी तत्परता से काम करता है। सांसद प्रतिनिधि दीपक राज की पहल ने न केवल क्षेत्र के लोगों को राहत दी, बल्कि यह भी दिखाया कि स्थानीय समस्याओं का समाधान जमीनी स्तर से ही संभव है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जल ही जीवन है – जिम्मेदारी सबकी
अब वक्त है कि हम सब मिलकर जल संरक्षण और उसके रखरखाव में सक्रिय भूमिका निभाएं। एक छोटा प्रयास भी बड़ी राहत ला सकता है। अपने गांव के चापानलों की स्थिति पर ध्यान दें और समस्या दिखे तो तुरंत जानकारी दें।
सजग रहें, जिम्मेदार बनें। इस खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट करें और पेयजल संरक्षण की मुहिम में शामिल हों।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 



